भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने भारत के नवनिर्माण का जो सपना संजोया गया था, वह आज प्रदेश के अंदरूनी पहुंचविहीन दूर-दराज के ग...
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने भारत के नवनिर्माण का जो सपना संजोया गया था, वह आज प्रदेश के अंदरूनी पहुंचविहीन दूर-दराज के गांवों में देखने को मिल रहा है।
खा
अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ देष में अपनी खास पहचान बनाने लगा है। अक्षय ऊर्जा का प्रभाव विषय भौगोलिक परिस्थिति वाले जनजाति बाहुल्य क्षेत्र के दूर-दराज गांवों के घरों में देखने को मिल रहा है। इसकी बदौलत आज उनके घरों को रोशन किया जा रहा है। जनजाति क्षेत्र नारायणपुर जिले के आदिवासियों के घर सौर ऊर्जा से चमक रहे हैं। इन आदिवासी बस्तियों में नये दौर का अहसास हो रहा है। यहां के ग्रामीणों का कहना है कि हमने स्वप्न में भी नहीं सोचा था कि पहाड़ों और दूर-दराज के ईलाकों में बसे उनके घर-मोहल्ले और गांव रोशनी की छटा बिखरेगी। आज घरों में सौर ऊर्जा से बिजली की जगमग ग्रामीणों के लिए सुकून का ऐसा माहौल रच रही है कि हर कोई खुश है। इसके लिए वे प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री भूपेष बघेल को साधुवाद दे रहे हैं। क्योंकि उन्होंने इन अंदरूनी क्षेत्र में रहकर अंधेरे में जीवन यापन करने वाले आदिवासियों के घरों में उजियारा किया है।
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अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ देष में अपनी खास पहचान बनाने लगा है। अक्षय ऊर्जा का प्रभाव विषय भौगोलिक परिस्थिति वाले जनजाति बाहुल्य क्षेत्र के दूर-दराज गांवों के घरों में देखने को मिल रहा है। इसकी बदौलत आज उनके घरों को रोशन किया जा रहा है। जनजाति क्षेत्र नारायणपुर जिले के आदिवासियों के घर सौर ऊर्जा से चमक रहे हैं। इन आदिवासी बस्तियों में नये दौर का अहसास हो रहा है। यहां के ग्रामीणों का कहना है कि हमने स्वप्न में भी नहीं सोचा था कि पहाड़ों और दूर-दराज के ईलाकों में बसे उनके घर-मोहल्ले और गांव रोशनी की छटा बिखरेगी। आज घरों में सौर ऊर्जा से बिजली की जगमग ग्रामीणों के लिए सुकून का ऐसा माहौल रच रही है कि हर कोई खुश है। इसके लिए वे प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री भूपेष बघेल को साधुवाद दे रहे हैं। क्योंकि उन्होंने इन अंदरूनी क्षेत्र में रहकर अंधेरे में जीवन यापन करने वाले आदिवासियों के घरों में उजियारा किया है।