पीपीयार्ड, भिलाई के इंजीनियरों ने मालगाड़ियों के ब्रेक वैन (BVZI) में लगने वाले ब्रेक सिलेंडर की ओवरहालिंग एवं टेस्टिंग बैंच बनाई रायपुर-A...
पीपीयार्ड, भिलाई के इंजीनियरों ने मालगाड़ियों के ब्रेक वैन (BVZI) में लगने वाले ब्रेक सिलेंडर की ओवरहालिंग एवं टेस्टिंग बैंच बनाई
रायपुर-Asal baat news.
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल का आर.ओ.एच. डिपों पी.पी.यार्ड, भिलाई भारतीय रेलवे के सबसे बड़े अनुरक्षण डिपों में से एक है। यहाँ औसतन 13 से 15 रेक प्रतिदिन परीक्षण एवं मरम्मत कर ठीक किये जाते है।
रायपुर रेल मंडल के वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर (समन्वय) श्री एस के सेनापति एवं सीनियर डीएमई पीपीयार्ड भिलाई के दिशा निर्देशन में पीपीयार्ड में कार्यरत श्री बी. जयचंद्रा जूनियर इंजीनियर ने मालगाड़ियों के ब्रेक वैन (BVZI) में लगने वाले ब्रेक सिलेंडर की ओवरहालिंग टेस्टिंग बैंच बनाई है इस टेस्टिंग बैंच की सहायता से बोगी माउंटेंड ब्रेक सिलेंडर जो कि ब्रेकवेन (बी वी ज़ेड आई) में लगाया जाता है । उसकी ओवरहालिंग एवं टेस्टिंग बैंच पीपीयार्ड में उपलब्ध साधन संसाधनों द्वारा निर्मित की गई है।पहले इन सिलेंडरों में समस्या आने पर इन्हें बदलकर नए सिलेंडर लगाए जाते थे। अब नए नवाचार से प्रति ब्रेक सिलेंडर पर लगभग ₹6000 की बचत होगी ब्रेकयान की मरम्मत के दौरान प्रतिमाह लगभग औसतन 8 से 10 बोगी माउंटेंड ब्रेक सिलेंडर नए लगाने होते थे, अब इन्हें पीपीयार्ड में ही (आरडीएसओ ) रिसर्च डिजाइन स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन मानकों के अनुसार पुनः उपयोग में लेने हेतु 60 से 90 मिनिट में तैयार किया जा रहा है। जो संरक्षा की दृष्टि के साथ रेल राजस्व बचत के लिए भी बेहतर है।
रायपुर-Asal baat news.
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रायपुर रेल मंडल का आर.ओ.एच. डिपों पी.पी.यार्ड, भिलाई भारतीय रेलवे के सबसे बड़े अनुरक्षण डिपों में से एक है। यहाँ औसतन 13 से 15 रेक प्रतिदिन परीक्षण एवं मरम्मत कर ठीक किये जाते है।
रायपुर रेल मंडल के वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर (समन्वय) श्री एस के सेनापति एवं सीनियर डीएमई पीपीयार्ड भिलाई के दिशा निर्देशन में पीपीयार्ड में कार्यरत श्री बी. जयचंद्रा जूनियर इंजीनियर ने मालगाड़ियों के ब्रेक वैन (BVZI) में लगने वाले ब्रेक सिलेंडर की ओवरहालिंग टेस्टिंग बैंच बनाई है इस टेस्टिंग बैंच की सहायता से बोगी माउंटेंड ब्रेक सिलेंडर जो कि ब्रेकवेन (बी वी ज़ेड आई) में लगाया जाता है । उसकी ओवरहालिंग एवं टेस्टिंग बैंच पीपीयार्ड में उपलब्ध साधन संसाधनों द्वारा निर्मित की गई है।पहले इन सिलेंडरों में समस्या आने पर इन्हें बदलकर नए सिलेंडर लगाए जाते थे। अब नए नवाचार से प्रति ब्रेक सिलेंडर पर लगभग ₹6000 की बचत होगी ब्रेकयान की मरम्मत के दौरान प्रतिमाह लगभग औसतन 8 से 10 बोगी माउंटेंड ब्रेक सिलेंडर नए लगाने होते थे, अब इन्हें पीपीयार्ड में ही (आरडीएसओ ) रिसर्च डिजाइन स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन मानकों के अनुसार पुनः उपयोग में लेने हेतु 60 से 90 मिनिट में तैयार किया जा रहा है। जो संरक्षा की दृष्टि के साथ रेल राजस्व बचत के लिए भी बेहतर है।