पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने लगाया आरोप खैरागढ़ जल आवर्धन योजना के कार्य में भारी अनियमितताएं, ठेकेदार को ऊंची दर पर दिया गया कार्य, विभ...
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने लगाया आरोप खैरागढ़ जल आवर्धन योजना के कार्य में भारी अनियमितताएं, ठेकेदार को ऊंची दर पर दिया गया कार्य, विभागीय मंत्री डॉक्टर डहरिया ने कहा गुणवत्ता का रखा जा रहा है पूरा ध्यान
रायपुर। असल बात न्यूज़।
राज्य के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के मंत्री डॉ शिवकुमार डहरिया ने राजनांदगांव जिले के खैरागढ़ में जल आवर्धन योजना के कार्य में हनी मिटाएं होने तथा गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखे जाने की शिकायत को गलत ठहराया है। उन्होंने कहा है कि यह कार्य सुसंगत ड्राइंग डिजाइन एवं डीपीआर के अनुरूप किया जा रहा है। मंत्री डॉक्टर डहरिया ने विधानसभा में आज ध्यानाकर्षण सूचना पर बोलते हुए उक्त आशय की जानकारी दी है। सदन में इस मुद्दे को उठाते हुए वरिष्ठ सदस्य पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा है कि इस कार्य का टेंडर 40 प्रतिशत अधिक रेट से दिया गया। यहां गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा जा रहा है तथा बिना परीक्षण के पाइपलाइन बिछाया जा रहा है।
सदन में इस मामले को उठाते हुए वरिष्ठ सदस्य डॉ रमन सिंह ने अपने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव में कहा कि राजनांदगांव जिले के खैरागढ़ में जल आवर्धन योजना के कार्य के लिए शासन ने लगभग 31 करोड़ 35 लाख रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की। मेसर्स मनीष पाइप प्राइवेट लिमिटेड रायपुर को यह कार्य लगभग 40%ऊंची दर पर प्रदान कर दिया गया। उक्त संस्थान को कार्य देने के संबंध में 7 मार्च 2019 को कार्यादेश जारी किया गया। इस कार्य में गुणवत्ता का कहीं ध्यान नहीं रखा जा रहा जा रहा है। पाइप को बिना किसी परीक्षन के बिछाया जा रहा है। भाई बिछाने में मुरूम , रेत का कहीं इस्तेमाल नहीं किया गया है। इसके बावजूद ठेकेदारों को मुरूम तथा रेत के लिए लगभग 12 लाख रुपए का भुगतान कर दिया गया।
वरिष्ठ सदस्य डॉ रमन सिंह ने कहा कि जनप्रतिनिधियों को डीपीआर एवं माप पुस्तिका की वास्तविक जानकारी नहीं होने कारण ठेकेदार के द्वारा मनमानी पूर्वक लापरवाही पूर्ण तरीके से काम किया जा रहा है। इसके साथ ही रानी रश्मि देवी जलाशय से गंजी पारा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट खैरागढ़ को अंडर ग्राउंड पाइप लाइन द्वारा पानी उपलब्ध कराने हेतु तत्कालीन सरकार के द्वारा राशि स्वीकृत की गई परंतु उक्त कार्य के बदले वर्तमान में पानी टंकी से शहर में जल प्रदाय हेतु विभिन्न वार्डों में सड़क खोदकर फिर से पाइप लाइन बिछाई जा रही है जोकि पहले से बिछे हुए हैं जिसे क्षेत्र की जनता में रोष व्याप्त है।
ध्यानाकर्षण सूचना पर जवाब देते हुए नगरी प्रशासन एवं विकास विभाग मंत्री डॉ शिव कुमार डहरिया ने बताया कि खैरागढ़ जल आवर्धन योजना के कार्य के लिए राज्य शासन के द्वारा 3314.90 लाख रुपएकी प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई थी तथा मनीष पाइप्स प्राइवेट लिमिटेड रायपुर को यह कार्य 39.99 प्रतिशत अधिक एस ओ आर दर पर कार्य आदेश दिनांक 7 मार्च 2019 को जारी किया गया। मंत्री डॉक्टर डहरिया ने कहा कि यह कहना सही नहीं है क्या उपरोक्त कार्य में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखते हुए कार्य किया जा रहा है तथा इसमें जांच परीक्षण नहीं किया जा रहा है। जबकि वास्तविकता यह है कि तथ्य यह है कि समस्त पाइप तृतीय पक्ष के परीक्षण स्टैंडर्ड ग्लोबल सर्विलेज के पश्चात ही उपयोग में लाया जा रहा है। इस कार्य की गुणवत्ता की निगरानी परियोजना प्रबंधन सलाहकार के द्वारा की जा रही है। उन्होंने अपने लिखित जवाब में बताया है कि जिसके एवज में ठेकेदारों को 11.67 लाख रुपए का भुगतान किया गया है। योजना से संबंधित डीपीआर एवं सुसंगत डिजाइन बनी हुई है जिसका लोकन कार्यालय में किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह कथन भी सही नहीं है कि रानी रश्मि देवी जलाशय से गंजी पारा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक अंडरग्राउंड पाइप लाइन द्वारा पानी उपलब्ध कराने के लिए तत्कालीन सरकार के द्वारा राशि स्वीकृत की गई थी अपितु तथ्य यह है कि रश्मि देवी जलाशय का पानी जल आवर्धन योजना हेतु नगर के वार्ड क्रमांक 3 गंजीपारा पर निर्मित एनीकट से पानी उपलब्ध कराया जाना प्रस्तावित था योजना के अनुसार ही शहर में पाइप लाइन विस्तार का कार्य किया जा रहा है या कथन भी पूर्ण असत्य है कि पहले से बिछे हुए पाइपलाइन के स्थान पर ही नई पाइप लाइन बिछाई जा रही है।