जिले में 48 घंटों से अधिक समय से लगातार बारिश हो रही है।कुछ देर ब्रेक के बाद फिर बारिश शुरू हो गई है तथा लग रहा है कि आज रात भर बारिश हो स...
जिले में 48 घंटों से अधिक समय से लगातार बारिश हो रही है।कुछ देर ब्रेक के बाद फिर बारिश शुरू हो गई है तथा लग रहा है कि आज रात भर बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न जिलों में कल भी बारिश हो सकती है।
Raipur/दुर्ग।असल बात न्यूज़।
48 घंटे की लगातार बारिश के चलते सभी देवियों खान पर आ गए हैं। सुरक्षा की दृष्टि से एहतियात के तौर परबांधों को जलाशयों के गेट से पानी को छोड़ा जा रहा है। दुर्ग जिले मेंमों घुमारिय और सूखा नाला जलाशय से लगभग 44 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। इसके बाद समीप लगे कई गांव में जलभराव होने लगा है।
आमनेर की वजह से छह गांवों का संपर्क टूटा, राहत की तैयारियां देखने पहुंचे कलेक्टर
वहीं महमरा में सुबह साढ़े आठ फीट तक पहुंच गया था पानी, किसी भी आपदा की स्थिति में अलर्ट मोड में रहने के अमले को दिये निर्देश
शाम छह बजे तक साढ़े दस फीट पहुंच गया था पानी
दुर्ग जिले में दो दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते जलभराव वाले क्षेत्रों की स्थिति देखने कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे आज शिवनाथ नदी एवं अन्य महत्वपूर्ण नालों के नजदीक बसे गांवों में पहुंचे। सबसे पहले वे महमरा एनीकट पहुंचे। सुबह दस बजे का समय था, उस समय महमरा एनीकट में शिवनाथ का जलस्तर साढ़े आठ फीट ऊपर चल रहा था। यह स्तर शाम को छह बजे साढ़े दस फीट तक पहुंच चुका था। जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मोंगरा, घूमरिया एवं सूखा नाला जलाशय से लगभग साढे चैवालीस हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा चुका है। महमरा एनीकट के किनारे के तीन गांवों महमरा, पीपरछेड़ी एवं चंगोरी में स्थिति का जायजा कलेक्टर ने लिया। इसके बाद वे धमधा ब्लॉक के गांवों में गए। यहां आमनेर नदी की वजह से छह गांवों का संपर्क टूट चुका है। कलेक्टर ने यहां पहुंचकर उन गांवों की स्थिति की जानकारी ली। स्थानीय अमले ने बताया कि फोन पर उस गांव के अमले से वे लगातार संपर्क में है। कलेक्टर देउरकोना पहुंचे और यहां स्थिति की जानकारी ली। इसके अलावा उन्होंने तुमाखुर्द में भी स्थिति की जानकारी ली। यहां पर पानी बढ़ जाने की वजह से निकटवर्ती गांवों से संपर्क टूट गया है। कलेक्टर ने यहां स्थित होमगार्ड के जवानों को स्थिति पर नजर रखने एवं किसी भी को पुल पार करने का जोखिम नहीं लेने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने एसडीएम श्री बृजेश क्षत्रिय को कहा कि स्थिति पर लगातार नजर रखे। जहां कहीं भी रेस्क्यू की जरूरत होती है टीम को तैयार रखें। श्री क्षत्रिय ने बताया कि एहतियातन कुछ गांवों में लोगों को सुरक्षित जगहों पर ले जाया गया है। जैसे अकोला में सोलह लोगों को सुरक्षित स्थान में ठहराया गया है। हिर्री में घर टूट जाने की वजह से दो परिवारों को आश्रय स्थल में ठहराया गया। तीनों ब्लाॅकों में 217 मकानों में क्षति पहुंची है।
*दुर्ग और पाटन ब्लाॅक में भी स्थिति नियंत्रण में-* दुर्ग और पाटन ब्लाॅक में भी खासी बारिश हुई है। पाटन में एसडीएम श्री विनय पोयाम ने बताया कि छोटे नाले उफान पर हैं। जमराव में कुछ परिवारों को एहतियात के रूप में सुरक्षित स्थान में भेज दिया गया है। एसडीएम दुर्ग श्री खेमलाल वर्मा ने बताया कि दुर्ग में शंकर नगर नाले में कुछ परिवार प्रभावित हुए हैं जिन्हें कल शाम से ही फूड पैकेट भेजे जा रहे हैं। इसके साथ ही वार्ड नंबर 15 के 20 लोगों को श्रमिक भवन में ठहराया गया है।
*गौठानों में तैयार कर लिये गए नये वर्मी टैंक भी देखे-* कलेक्टर ने सेवती और हल्का में गौठान का निरीक्षण भी किया। यहां उन्होंने नये तैयार किये गये वर्मी टैंक भी देखे। स्वसहायता समूह की महिलाओं ने कलेक्टर को बताया कि किस तरह वे तकनीकी रूप से वर्मी कंपोस्ट तैयार कर रही हैं। महिलाओं ने बताया कि वर्मी टैंकों में केंचुए छोड़ दिये गए हैं। कलेक्टर ने गौठान समिति के अध्यक्ष एवं सदस्यों को पूरी मेहनत कर योजना को सफल बनाने कहा ताकि गांवों के लोगों को तेजी से आर्थिक अवसर उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि वर्मी कंपोस्ट का जितना अच्छा गुणवत्तापूर्वक उत्पादन होगा, गौठान समितियों की आय उतनी ही बढ़ेगी। इससे गौठान समितियां गोधन संवर्धन के लिए अनेक कदम उठा सकती है। उन्होंने सीईओ को निर्देश दिये कि जिस तरह मुर्गी शेड एवं मत्स्यपालन के लिए गौठानों में कार्य किया जा रहा है। उसी प्रकार से अन्य रोजगारमूलक गतिविधियों को भी गौठानों में बढ़ाया जाए।
प्रदेश में अब तक1035.8 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज
प्रदेश के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष में संकलित जानकारी के अनुसार प्रदेश में एक जून से अब तक कुल 1035.8 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। प्रदेश में सर्वाधिक बीजापुर जिले में 1998.7 मि.मी. और सबसे न्यूनतम सरगुजा में 717.8 मि.मी. औसत वर्षा अब तक रिकार्ड की गई है।
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष में संकलित की गई जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सूरजपुर में 1155.3 मि.मी., बलरामपुर में 943.2 मि.मी., जशपुर में 1077.0 मि.मी., कोरिया में 913.0 मि.मी., रायपुर में 942.4 मि.मी., बलौदाबाजार में 943.6 मि.मी., गरियाबंद में 971.7 मि.मी., महासमुन्द में 1141.5 मि.मी., धमतरी में 957.4 मि.मी., बिलासपुर में 1108.7 मि.मी., मुंगेली में 759.7 मिमी, रायगढ़ में 1021.7 मि.मी., जांजगीर-चांपा में 1096.4 मि.मी. तथा कोरबा में 1157.6 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई। इसी प्रकार गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही में 901.5 मि.मी., कबरीधाम में 757.7, दुर्ग में 866.5 मि.मी., राजनांदगांव में 791.8 मि.मी., बालोद में 928.0 मि.मी., बेमेतरा में 912.7 मि.मी., बस्तर में 1056.1 मि.मी., कोण्डागांव में 1296.7 मि.मी., कांकेर में 887.1 मि.मी., नारायणपुर में 1164.1 मि.मी., दंतेवाड़ा में 1338.1 मि.मी. तथा सुकमा में 1197.2 औसत दर्ज की गई है।
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित की गई जानकारी के अनुसार प्रदेश के विभिन्न जिलों में आज 28 अगस्त को सुबह रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार सरगुजा जिले में 22.8 मि.मी., सूरजपुर में 13.4 मि.मी., बलरामपुर 20.5 मि.मी., जशपुर मंे 40.9 मि.मी. तथा कोरिया में 16.7 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की गयी। इसी तरह से रायपुर 160.0, बलौदाबाजार में 108.9 मि.मी., गरियाबंद में 90.7 मि.मी., महासमुन्द में 106.3 मि.मी., धमतरी 100.8 मि.मी, बिलासपुर में 119.5 मि.मी., मुंगेली 44.0 मि.मी., रायगढ़ में 119.3 मि.मी., जांजगीर-चांपा में 211.9 मि.मी., कोरबा में 44.3 मि.मी., गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही में 27.3 मि.मी., दुर्ग में 142.0 मि.मी., कबीरधाम में 88.6 मि.मी., राजनांदगांव में 99.9 मि.मी., बालोद में 135.9 मि.मी., बेमेतरा में 95.8 मि.मी., बस्तर में 14.5 मि.मी., कोण्डागांव में 38.0 मि.मी., कांकेर में 55.1 मि.मी., नारायणपुर में 26.3 मि.मी., दंतेवाड़ा में 5.9 मि.मी., सुकमा में 3.8 मि.मी. तथा बीजापुर में 4.3 मि.मी., औसत वर्षा दर्ज की गई।