देर रात से शुरू हुई बारिश आज दिन भर जारी रही और उसके रात भर भी जारी रहने की संभावना है। इस बारिश को इस मानसून की सबसे भारी बारिश कहा जा रह...
देर रात से शुरू हुई बारिश आज दिन भर जारी रही और उसके रात भर भी जारी रहने की संभावना है। इस बारिश को इस मानसून की सबसे भारी बारिश कहा जा रहा है। लगातार बारिश से शिवनाथ , खारुन जैसी बड़ी नदियों के साथ छोटे बड़े नदी नाले उफान पर आने लगे हैं। हर जगह निचली बस्तियों में घरों में पानी घुस गया है और लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इधर पिछले दिनों में कोरोनावायरस का संक्रमण ब भी बड़ा है लोग अभी आंकलन करने में लगे हुए हैं कि इस बारिश के बाद कोरोनावायरस का संक्रमण क्या नियंत्रित होगा अथवा यहां आगे चलकर और उग्र रूप ले सकता है। इस बारिश का धान की फसल पर क्या असर पड़ेगाा ? इसको लेकर भी कयास लगाए जा रहेे हैं.
रायपुर/ दुर्ग / राजनांदगांव.असल बात न्यूज़
सप्ताह भर पहले से क्षेत्र में ज्यादातर इलाकों में हल्की फुल्की बारिश हो रही थी। कहीं-कहीं कुछ घंटे रिमझिम बारिश हुई थी। इसके बाद लोगों को लग रहा था कि अब अधिक तेज बारिश नहीं होगी। इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट ने 1 सप्ताह पहले छत्तीसगढ़ के ज्यादातर स्थानों पर भारी बारिश होने की चेतावनी दी थी लेकिन उसके अनुरूप बारिश नहीं हुई। देर रात से मौसम ने करवट बदला है और तब से जो बारिश शुरू हुई है वह अभी तक जारी है। वैसे इस साल छत्तीसगढ़ में मानसून की शुरुआत के साथ ही अच्छी बारिश हुई थी और वह राज्य के ज्यादातर जला से बांध पहले से ही लबालब भर गए हैं। कुछ कुछ बांध हुआ जलाशयों में तो शत प्रतिशत जलभराव हो गए हैं। शत प्रतिशत जलभराव वाले क्षेत्रों में भी लगातार तेज बारिश हो रही है। इसके बाद यहां अनुमान लगाया जा रहा है कि लगातार बारिश होती रही तो क्या जलाशयों से पानी छोड़ने की नौबत आ जाएगी। वैसे राज्य का सिंचाई विभाग पूरी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।
वैसे लगातार बारिश होने के बाद वातावरण में जो उमस थी थोड़ी जो बेचैनी हो रही थी वह सब खत्म हो गई है। अब वातावरण में हल्की ठंड आ गई है। लोगों को घरों , कार्यालयों,में पंखा चलाने की जरूरत नहीं महसूस हो रही है। यह जो बारिश हो रही है रिमझिम बारिश में ही हैं बारिश की बूंदे बड़ी-बड़ी हैं और हर जगह जलभराव तेज गति से हो रहा है। शहरी इलाकों में निचली बस्तियों में पानी भर जाने की खबर आ रही है। स्थानीय शासन इलाकों में बचाव कार्य में लग गया है। बड़ी नदियों के बारे में जो खबरें आ रही हैं नदियां उफान पर आने लगी है।
प्रदेश में अब तक 965.9 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज
प्रदेश के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष में संकलित जानकारी के अनुसार प्रदेश में एक जून से अब तक कुल 965.9 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। प्रदेश में सर्वाधिक बीजापुर जिले में 1994.4 मि.मी. और सबसे न्यूनतम कबीरधाम में 669.1मि.मी. औसत वर्षा अब तक रिकार्ड की गई है।
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष में संकलित की गई जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सरगुजा 695.0 मि.मी., सूरजपुर में 1141.9 मि.मी., बलरामपुर में 922.7 मि.मी., जशपुर में 1036.1 मि.मी., कोरिया में 896.2 मि.मी., रायपुर में 782.4 मि.मी., बलौदाबाजार में 834.79 मि.मी., गरियाबंद में 881.0 मि.मी., महासमुन्द में 1035.3 मि.मी., धमतरी में 856.6 मि.मी., बिलासपुर में 989.2 मि.मी., मुंगेली में 715.7 मिमी, रायगढ़ में 902.4 मि.मी., जांजगीर-चांपा में 884.5 मि.मी. तथा कोरबा में 1113.3 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई। इसी प्रकार गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही में 874.2 मि.मी., दुर्ग में 724.5 मि.मी., राजनांदगांव में 691.9 मि.मी., बालोद में 792.1 मि.मी., बेमेतरा में 816.9 मि.मी., बस्तर में 1041.6 मि.मी., कोण्डागांव में 1258.7 मि.मी., कांकेर में 832.0 मि.मी., नारायणपुर में 1137.8 मि.मी., दंतेवाड़ा में 1332.3 मि.मी. तथा सुकमा में 1193.3 औसत दर्ज की गई है।
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित की गई जानकारी के अनुसार प्रदेश के विभिन्न जिलों में आज 27 अगस्त को सुबह रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार सरगुजा जिले में 47.5 मि.मी., सूरजपुर में 33.4 मि.मी., बलरामपुर 67.2 मि.मी., जशपुर मंे 40.6 मि.मी. तथा कोरिया में 20.1 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की गयी। इसी तरह से रायपुर 61.3, बलौदाबाजार में 39.8 मि.मी., गरियाबंद में 69.5 मि.मी., महासमुन्द में 61.9 मि.मी., धमतरी 57.3 मि.मी, बिलासपुर में 21.5 मि.मी., मुंगेली 17.4 मि.मी., रायगढ़ में 63.0 मि.मी., जांजगीर-चांपा में 51.3 मि.मी., कोरबा में 38.1 मि.मी., गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही में 21.3 मि.मी., दुर्ग में 34.7 मि.मी., कबीरधाम में 25.8 मि.मी., राजनांदगांव में 18.2 मि.मी., बालोद में 25.5 मि.मी., बेमेतरा में 48.9 मि.मी., बस्तर में 7.9 मि.मी., कोण्डागांव में 20.0 मि.मी., कांकेर में 19.3 मि.मी., नारायणपुर में 12.0 मि.मी., दंतेवाड़ा में 2.5 मि.मी., सुकमा में 18.3 मि.मी. तथा बीजापुर में 2.9 मि.मी., औसत वर्षा दर्ज की गई।
बाढ़ ग्रस्त इलाके का दौरा करने सुकमा पहुंचे बस्तर कमिश्नर व आईजी
बस्तर कमिश्नर श्री अमृत खलखो और आईजी श्री सुंदरराज पी. गुरूवार को सुकमा जिला मुख्यालय के बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा करने पहुंचे। उन्होंने झापरा, कुम्हाररास, एनएच 30 बाईपास व वार्ड क्रमांक 13 शबरी नगर में बाढ़ प्रभावित इलाके का जायजा लिया और प्रभावितों से चर्चा करके उनका हाल-चाल जाना। इस दौरान कलेक्टर श्री चंदन कुमार, पुलिस अधीक्षक श्री शलभ सिन्हा सहित अन्य अधिकारी भी उनके साथ थे। शबरी तट पर बसे शबरी नगर में बाढ़ प्रभावितों से मिलने पहुँचे कमिश्नर और आईजी के सामने सुकमा नगर पालिका अध्यक्ष श्री राजू साहू और उपाध्यक्ष श्रीमती आयशा हुसैन ने वार्ड क्रमांक 3, 6, 11, 12 व 13 में रिटेनिंग वाल बनाने के लिए मांग पत्र कमिश्नर को सौंपा, जिस पर उन्होंने जल्द स्वीकृति देने की बात कही। इस दौरान शबरी नगर के बाढ़ प्रभावितों ने जिला व नगरीय प्रशासन के कार्य की तारीफ की। प्रभावितों ने कहा कि बाढ़ के दौरान कलेक्टर चंदन कुमार व उनकी टीम द्वारा हर संभव मदद उपलब्ध कराया गया, राहत शिविर में भी बेहतर इंतजाम किए गए थे। इसके उपरांत कमिश्नर व आईजी ने सुकमा के कुम्हाररास क्षेत्र में कोविड सेंटर (नवा अभियान) पहुँचकर सेंटर प्रभारियों से चर्चा किए। सेंटर में कोविड संक्रमण को रोकने के लिए किए जा रहें प्रयासों के बारें जानकारी ली गई ।