गृहमंत्री और कांग्रेस के ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष ताम्रध्वज साहू ने की JEE और NEET की परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग की है रायपु...
गृहमंत्री और कांग्रेस के ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष ताम्रध्वज साहू ने की JEE और NEET की परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग की है
रायपुर दुर्ग। असल बात न्यूज़
पूरे देश भर में इस बात को लेकर बहस चल रही है तथा विवाद हो रहा है कि प्रतियोगी परीक्षाएं तथा महाविद्यालयों की परीक्षाएं आयोजित की जाए अथवा ना आयोजित की जाएं। अभी केंद्र सरकार ने JEE और NEET की परीक्षाये आयोजित करने का निर्णय लिया है जिसके बाद इस पर बहस और तेज हो गई है।तमाम संगठन तथा छात्र परीक्षाओं के आयोजन का विरोध कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने भीइन परीक्षाओं का आयोजन कर नोएडा को सरासर अनुचित बताया है तथा इन परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग की है।
राज्य के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कांग्रेस के राष्ट्रव्यापी ऑनलाइन कैमपेन स्पीक अप फ़ॉर स्टूडेंट सेफ्टी में भाग लेते हुए हैं कि केंद्र सरकार लाखों छात्रों के जीवन के साथ खिलवाड़ करने जा रही है। कोरोना के कारण हम JEE और NEET की परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग करते हैं।
JEE और NEET की आगामी परीक्षाओ में केंद्र सरकार द्वारा लाख छात्र के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ख़तरे में डाला जा रहा है। इस महामारी के समय JEE/NEET की परीक्षा लेने का
निर्णय सरासर अनुचित है और इस फैसले से केंद्र सरकार परीक्षार्थियों के स्वाथ्य से खिलवाड़ कर रही है। केंद्र सरकार लाखों छात्रों के विषय में लगातार पूछे जा रहे सवालों का उचित जवाब दे।
उन्होंने सवाल उठाया है कि क्या केंद सरकार इस बात की गारंटी दे सकती है कि परीक्षा के दौरान JEE और NEET का कोई भी छात्र और उनकी परीक्षा लेने वाले टीचर्स व स्टाफCOVID संक्रमण से ग्रसित नहीं होंगे?
कोरोना वायरस महामारी और बाढ़ की स्थिति स्थिति में परीक्षा आयोजित करना छात्रों के जीवन को खतरे में डालने जैसा है बाढ़ प्रभावित बिहार और असम के छात्रों द्वारा। JEE/NEET की परीक्षा देने के लिए क्या उचित व्यवस्था केंद्र सरकार द्वारा की गई है?
इस विपदा में उनके परीक्षा केंद्र में पहुंचने के क्या इंतज़ाम और प्रोटोकॉल बनाए गए हैं? अभी जबकि पूरे देश में परिवहन व्यवस्था सुचारू रूप से चालू नहीं है तब परीक्षार्थी परीक्षा केंद्र तक कैसे पहुंचेंगे?
हम केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि इस विषम परिस्थिति में भारत के भविष्य के साथ खिलवाड़ ना करें तथा श्री राहुल गांधी के सुझाव अनुरूप JEE/NEET की परीक्षा के बारे में लाखों छात्रों की बात गंभीरता से सुने और एक सार्थक हल निकाले।