बस्तर संभाग के कोंडागांव जिले में सरई साल का निर्मित विशाल प्रथम जोड़ा जैतखाम का लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के मंत्री राजगुरु, गुरु र...
बस्तर संभाग के कोंडागांव जिले में सरई साल का निर्मित विशाल प्रथम जोड़ा जैतखाम का लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के मंत्री राजगुरु, गुरु रूद्र कुमार ने किया लोकार्पण। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मोहन मरकाम सहित सतनामी समाज के बड़ी संख्या में प्रत्याशी उपस्थित थे।
Asal baat news. kondagaon.
कोंडागांव में राज राजेश्वरी करुणा माता जी के स्मृति दिवस के अवसर पर सतनामी समाज के द्वारा आयोजित लोकार्पण कार्यक्रम तथा धर्म सभा संसद सम्मेलन दो दिवसीय सतनाम संदेश यात्रा(रावटी सम्मेलन में मंत्री गुरु रूद्र कुमार मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महान धर्म गुरुओं ने भारत देश की प्रगति, उन्नति का हमेशा मार्ग प्रशस्त किया है और इसके लिए हमेशा अपना मार्गदर्शन देते रहें हैं।
इस अवसर पर मंत्री गुरु रूद्र कुमार ने साल सरई से निर्मित विशाल सत नवीन जोड़ा जैतखाम का लोकार्पण किया। उन्होंने इस दौरान सतनामी समाज के धर्म सभा संसद सम्मेलन में शामिल होकर सत समाज को सहयोग व संरक्षण प्रदान करने का आशीष दिया।
कोण्डागांव के अम्बेडकर वार्ड में नवनिर्मित जोडा जैतखम का लोकार्पन श्री गुरूरूद्र कुमार मंत्री छत्तीसगढ़ शासन लोकस्वास्थ्य एवं औषधि विभाग और ग्रामोद्योग विभाग द्वारा किया गया। उक्त जोड़ा जेनखम का निर्माण स्थानीय सतनामी समाज के सहयोग से निर्मित किया गया है। इसी प्रकार के ऐसे ही जोड़े जेनखम गिरौदपुरी, भंदरपरपुरी, खंदवापुरी में भी स्थापित हैं। इस दौरान मंत्री सौगंत सतनामी समाज स्थापना और गुरूद्वारा धर्मसभा संसद सम्मेलन, आरती पूजा विधि विधान में भी शरीक हुए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सैकड़ों साल पूर्व सतनाम पंथ के पहले प्रणेता परमपुज्य बाबा गुरू गूसीदास जी ने इस संसार में सत्य अंहिसा और शांति का संदेश दिया था, जिसका अनुसरण विश्व में किया जा रहा है। अपने धर्म संदेश के द्वारा उन्होंने कई वर्ग, सम्प्रदाय, मानव समाज की एकता और भाईचारा पर विशेष जोर दिया। इस प्रकार उनके विचार युग युगान्तर तक सदैव प्रासंगिक रहेंगे। चूंकि छत्तीसगढ़ में सतनामी समाज के लोगों की बहुलता है, इसलिए समाज को एकजुट होने के लिए बहुत जरूरी है। चाहे धर्म की बात हो, चाहे समाज के विकास की बात हो केवल एकता के साथ एक मंच पर सभी को खड़े होने की जरूरत है।
इसके साथ ही उक्त सम्मेलन में सतनाम धर्म की ऐतिहासिकता, धार्मिक स्थलों में सामुदायिक सुविधाओं के विस्तार, संत समाज पर व्याख्यान, समाज के नीति-नियम, रीति-रिवाज, संस्कृति व संस्कार की एकरूपता, सुरक्षा एवं चेतना हेतु सुझाव, समाज की वर्तमान दशा। और दिशा पर विशेष विवेचना सम्पन्न हुई। इसके पूर्व कार्यक्रम स्थल पर जगत गुरूरूद्र कुमार का स्थानीय सतनामी समाज प्रमुख और वरिष्ठ सदस्य और महिलाओं द्वारा आत्मीयता पूर्ण भावभीना स्वागत किया गया
स्वागत के दौरान युवाओं ने बाईक रैली, विभिन्न कला विधाओं और पंथी नृत्य-गीत का भी प्रदर्शन मुख्य अतिथि के समक्ष किया गया। इस मौके पर मुख्य संयोजक सौगवां सतनामी समाज स्थापना लखमू राम टंडन, गुरू प्रवक्ता डा एमके कौशल, प्रदेश अध्यक्ष सतनामी समाज हेमंत सौंग, मुख्य संयोजक रामप्रसाद कोसले, अमृतलाल मौर्य, विनोद कुमार भारती, दीपक मिरी सहित समाज के अन्य पदाधिकारी उपस्थित