राजधानी रायपुर में मंत्रालय तथा डायरेक्टेड के बड़ी संख्या में कर्मचारी अधिकारी कोरोनावायरस से संक्रमित होते जा रहे हैं, संयुक्त मोर्चा ने ...
राजधानी रायपुर में मंत्रालय तथा डायरेक्टेड के बड़ी संख्या में कर्मचारी अधिकारी कोरोनावायरस से संक्रमित होते जा रहे हैं, संयुक्त मोर्चा ने मंत्रालय को 14 दिनों तक बंद करने की मांग की
रायपुर। असल बात न्यूज़।
राजधानी रायपुर मे मंत्रालय और विभागाध्यक्ष कार्यालय भी कोरोनावायरस के संक्रमण से अछूते नहीं रह गए हैं। यहां संक्रमित अधिकारियों कर्मचारियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। वही आज नगर निवेश विभाग की एक महिला कर्मचारी की मौत हो जाने की खबर मिली है। विभागाध्यक्ष कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा ने संचालनालय इंद्रावती भवन के विभिन्न विभागों में कोरोनावायरस के संक्रमित मरीजों की लगातार बढ़ती हुई संख्या को देखते हुए विभागाध्यक्ष करने में आगामी 15 दिनों तक कामकाज पूर्णता बंद रखने की मांग की है।मोर्चा ने इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव और जिले के कलेक्टर तथा पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा है तथा मांग पूरी नहीं होने पर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है।
संयुक्त मोर्चा ने अपने जापान में कलेक्टर के उस आदेश की ओर अधिकारियों का ध्यान आकर्षित किया गया है जिसमें कोरोनावायरस की चैन को तोड़ने के लिए कोई भी पुराना शंकर मिलने पर क्षेत्र 14 दिनों तक कंटेनमेंट जोन घोषित किया जाना जरूरी है। संयुक्त मोर्चा ने कहा है कि संचालनालय भवन में लगातार नए कोरोनावायरस की वजह से इसे कंटेनमेंट जोन घोषित किया जाना चाहिए तथा अधिकारियों कर्मचारियों के सुरक्षित स्वास्थ्य तथा सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए
संयुक्त मोर्चा इंद्रावती बंद नहीं करने पर दी आंदोलन की चेतावनी
नवा रायपुर, विभागाध्यक्ष कार्यालय, इंद्रावती भवन के विभिन्न विभागों में लगातार बढ़ रहे संक्रमण को देखते हुए भवन में भय एवं सन्नाटा छाया हुआ है।शासन के आदेश से स्वास्थ्य विभाग द्वारा तीन दिवसीय जांच शिविर आयोजित किया गया था।शिविर के प्रथम चरण में ऐसे अधिकारियों - कमचारियों की जांच हेतु पंजीयन कराया गया जो कोराेना संक्रमित के संपर्क में आए हो, ऐसे शासकीय सेवक जो सर्दी, खांसी एवं बुखार से पीड़ित हो एवं जिनकी उम्र 55 वर्ष से ऊपर हो।ऐसे 240 शासकीय सेवकों ने जांच हेतु पंजीयन कराया गया जिसमें से 227 कर्मचारियों एवं अधिकारियों का जांच किया गया।सरकार के सामने जो रिपोर्ट आई है उसके अनुसार भवन में अब तक लगभग 70 शासकीय सेवक संक्रमित हो चुके है। इसके साथ ही दो लोगों की मौत भी हो चुकी है।संयुक्त मोर्चा ने कलेक्टर के आदेश दिनांक 20/8 की कंडिका 6 का हवाला देते हुए कोराेना चैन को तोड़ने के लिए कंटेनमेंट जोन घोषित करते हुए 14 दिन इंद्रावती भवन रखने की लिखित सूचना सचिव सामान्य प्रशासन विभाग को दी है। मोर्चा के पदाधिकारी संक्रमितों की संख्या सहित विस्तृत जानकारी राखी थाना, नवा रायपुर एवं पुलिस अधीक्षक रायपुर को भी दी है। कलेक्टर रायपुर से एक प्रतिनिधिमंडल ने भेंटकर इंद्रावती भवन को कंटेनमेंट जोन घोषित करने ज्ञापन सौंपे।उक्त प्रतिनिधिमंडल में कमल वर्मा प्रांतीय संयोजक,विजय झा प्रांतीय प्रवक्ता छ ग कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन,मोर्चा के जितेंद्र ठाकुर,संतोष वर्मा, अमोद श्रीवास्तव शामिल थे।मोर्चा ने सचिव सामान्य प्रशासन को विस्तृत जानकारी देते हुए तत्काल हस्तक्षेप कर इंद्रावती बंद कराने की मांग की है, यदि शासन इस संवेदनशील मुद्दे को गंभीरता से नहीं लेगी तो मोर्चा बुधवार को उग्र प्रदर्शन करेगी।प्रदेश राजपत्रित अधिकारी संघ के अध्यक्ष कमल वर्मा ने सरकार से विशेष कोरोना अवकाश योजना लागू करने की मांग की है।इसके तहत 55 वर्ष से अधिक, सुगर, बीपी जैसे गंभीर बीमारी से पीड़ित कोई शासकीय सेवक अवकाश पर जाना चाहते है तो उनके अवकाश को *नो वर्क नो पे* के आधार पर स्वीकृत किया जाए एवं इस अवधि को किसी अन्य अवकाश के साथ समायोजन नहीं किया जाए।प्रदेश के अन्य शासकीय सेवक भी यदि इस योजना से जुड़ना चाहे तो उन्हें भी शामिल किया जाए।इस योजना से सरकार के ऊपर वेतन मद में अतिरिक्त भार भी नहीं पड़ेगा।
संयुक्त मोर्चा की ओर से जारी बयान में छत्तीसगढ़ राजपत्रित अधिकारी संघ के प्रांताध्यक्ष कमल वर्मा, छत्तीसगढ़ विभागाध्यक्ष कर्मचारी संघ के अध्यक्ष डॉ.जितेंद्र सिंह ठाकुर, सी.एल. शर्मा,नंदलाल चौधरी ,अमोद श्रीवास्तव ,संतोष वर्मा, सत्येन्द्र देवांगन, पुरूषोत्तम पमनानी,आलोक वशिष्ट, सुरेश ढीढी,सलीम खान,अनिल देवांगन,जयंत यादव आदि शामिल है।