भिलाई इस्पात संयंत्र के साथ पूरे देश में सेल के कर्मचारी, अपने वेज रिवीजन की मांग को लेकर पिछले कई वर्षो से संघर्ष कर रहे हैं। मंदी तथा घा...
भिलाई इस्पात संयंत्र के साथ पूरे देश में सेल के कर्मचारी, अपने वेज रिवीजन की मांग को लेकर पिछले कई वर्षो से संघर्ष कर रहे हैं। मंदी तथा घाटे की बात, बता कर कर्मचारियों की यह मांग, प्रबंध तंत्र के द्वारा लगातार अनसुनी की जा रही है। दुर्ग लोकसभा क्षेत्र के सांसद विजय बघेल ने भी संसद में इस मुद्दे को उठाया।
भिलाई। असल बात न्यूज़।
सांसद श्री बघेल ने संसद में इस मुद्दे को उठाते हुए कहा कि पब्लिक एंटरप्राइसेस के एक्जीक्यूटिव के वेज रिविजन आदेश इपार्टमेंट ऑफ पब्लिक एंटरप्राइसेस के द्वारा 2017 को एक आदेश जारी किया गया था । जिसके तहत 1.1.2017 की वेज रिविजन की कंडीशन में अफोर्डेबिलिटी क्लाज के कारण पिछले 3 सालों के प्राफिट बिफोर टैक्स का एवरेज पाजीटिव होना चाहिए ।
उन्होंनेे कहा कि सेल पिछले 15 वर्षों में 06-07 से 19-20 तक की अवधि के दौरान में 12 साल प्राफ़िट टैक्स पाजीटिव रहा है और लगभग 55483 करोड़ रुपए प्राफ़िट बिफोर टैक्स अर्जित किया है परंतु स्टील इंडस्ट्री 2015-16 से विदेशी स्टील डम्पिंग की वजह से 15-16,16-17, 17-18 में नुकसान में थी । इस वजह से अफोर्डेबिलिटी क्लाउस होने की वजह से अभी तक वेज रिवीजन नहीं हो पाया है । सेल के लगभग 70000 कर्मचारी अधिकारी बेसब्रीी के साथ से वेज रीविजन का इंतजार कर रहे हैं | वर्तमान में पिछले 3 सालों का प्राफिट बिफोर टैक्स पाजीटिव ( 5750 करोड़ रुपये) रहा है ।
सेल ने सन 2010 में लगभग 70 हजार करोड़ रुपए का निवेश कैपेसिटी एक्सपानसन के लिए किया है एवं राष्ट्रीय स्टील डिमांड को पूरा करने में हमेशा अपने उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है । इस वर्ष भी वैश्विक महामारी कोविड के समय भी सेल ने पहली तिमाही में 23 मिलियन टन बिक्री करते हुए 1985 करोड़ प्राफिट बिफोर टैक्स अर्जित किया है । सेल ने निरंतर अपने उत्पादों की बिक्री लागत नियंत्रण एवं स्पेशल स्टील में बहुत ध्यान दिया है । सेल कर्मचारी हमेशा ही बहुत लगन एवं मेहनत से कार्य करते हैं ।
उन्होंने कहा कि वे भी सेल की इकाई भिलाई इस्पात संयंत्र में एक कर्मचारी के रूप में 19 वर्ष तक अपनी सेवाएँ दे चुुुुके है इसलिए वहाँ के कर्मचारियों की परेशानियों से अच्छी तरह सेे जानते समझतेे हैं हूँ ।