वातावरण में नमी बढ़ने तथा बीच-बीच में बारिश होने से इस मौसम में सर्दी खांसी बुखार की शिकायतें बढ़ती जा रही है। ऐसे में आम लोगों को इन बीमा...
वातावरण में नमी बढ़ने तथा बीच-बीच में बारिश होने से इस मौसम में सर्दी खांसी बुखार की शिकायतें बढ़ती जा रही है। ऐसे में आम लोगों को इन बीमारियों के इलाज के लिए दवाइयों की अधिक जरूरत पड़ रही । कई जो हो पर गुणवत्ता ही दवाइयां बेचे जाने की शिकायतें आ रही हैं। दवाई दुकानदार भी मांग अधिक होने के चलते इससे मुनाफा कमाने की कोशिश में लगे हुए हैं। गुणवत्ताहीन दवाइयों में दुकानदारों को मार्जिन अच्छी मिलती है इसलिए ऐसी दवाइयां बेचने की अधिक कोशिश की जाती है। मुंगेली जिले में ऐसी शिकायतों की रोकथाम के लिए सर्दी-बुखार की दवाओं के गुणवत्ता जांच हेतु लिए जा रहे है नमूने।
मुंगेली। असल बात न्यूज़।
कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी पी.एस.एल्मा के निर्देश पर औषधि निरीक्षकों द्वारा सर्दी-बुखार के दवाओं के गुणवत्ता जांच हेतु लगातार नमूनें लिए जा रहे है। इसी कड़ी में विगत दिनों औषधि निरीक्षक श्री रत्नेश कुमार बरगात और श्री आशीष पांडे द्वारा विकास खण्ड मुंगेली के सिंह मेडिकल स्टोर्स और विकास खण्ड लोरमी के प्राची मेडिकल स्टोर्स एवं श्याम प्राची मेडिकल स्टोर्स में दबिश देकर वहां उपलब्ध सर्दी-बुखार की दवाओं जैसे- पैरासिटामाल, सेटरीजिन, डेक्सामेथसान टेबलेट आदि के गुणवत्ता जांच हेतु नमूना लेकर राज्य औषधि परीक्षण प्रयोग शाला कालीबाड़ी रायपुर को भेजा गया।
खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग मुंगेली द्वारा बताया गया है कि ठण्ड के मौसम में सर्दी-बुखार की समस्या बढ़ जाती है, इसके साथ ही इन दवाओं का उपयोग भी बढ़ जाता है। इस हेतु ऐसे औषधियों का सैंपल लिया गया है। उन्होने बताया कि कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री एल्मा के निर्देश पर जिले में लगातार दवाओं के सैंपल लिये जा रहे है। गुणवत्ता जांच में दवाओं के गुणवत्ताहीन पाये जाने पर संबंधितो के विरूद्ध औषधि अधिनियम के अनुसार कार्यवाही की जाएगी।