अपात्र छात्रों का भी सीएसवीटीयू के द्वारा आयोजित की जाने वाली एमबीए की परीक्षा के लिए फार्म भरा गया। उक्त छात्रों को परीक्षा परिणाम में उत...
अपात्र छात्रों का भी सीएसवीटीयू के द्वारा आयोजित की जाने वाली एमबीए की परीक्षा के लिए फार्म भरा गया। उक्त छात्रों को परीक्षा परिणाम में उत्तीर्ण घोषित कर दिया गया। उक्त परीक्षा फार्म ऑनलाइन भरा गया था जो कि यूनिवर्सिटी ने एक्सेप्ट किया। इसमें से पास होने वाले एक छात्र को नौकरी भी मिल गई। जब इन छात्रों ने यूनिवर्सिटी से ओरिजिनल मार्कशीट और डिग्री मांगी तब यूनिवर्सिटी ने इन छात्रों के परीक्षा परिणाम को निरस्त कर दिया।एनएसयूआई ने इस ओर विश्वविद्यालय प्रबंधन का ध्यान आकर्षित कराया है तथा टाटा कंसलटेंसी एजेंसी के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की मांग की है।
भिलाई। असल बात न्यूज़।
छात्र संगठन NSUI के छात्र नेताओं ने सी.एस.वी.टी.यू का परीक्षा फ़ॉर्म भराने से लेकर परिणाम घोषित करने वाली कम्पनी TCS (टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज़) के खिलाफ जमकर हंगामा किया। एनएसयूआई के प्रदेश सचिव आशीष यादव के नेतृत्व में शिकायत करने आयी NSUI की टीम ने TCS की ग़लती का भंडा फोड़ा। आशीष ने बताया की MBA के 15 से अधिक छात्र जो नियमानुसार फ़ॉर्म भरने के लिए अपात्र थे, जानकारी के अभाव में उन्होंने ऑनलाइन फ़ॉर्म भरा ,जो कि TCS की ग़लती से ऐक्सेप्ट हो गया जिसके बाद विश्वविद्यालय द्वारा अड्मिट कार्ड जारी कर दिया गया। सामान्य छात्रों की तरह सभी छात्रों ने परीक्षा दी और कुछ छात्र पास भी हो गए, पास हुए छात्रों का परिणाम ऑनलाइन पोर्टल जो की TCS द्वारा संचालित है उस पर अपलोड कर दिया गया,छात्रों ने अपने पास होने की टी आर शीट यूनिवर्सिटी से प्राप्त कर ली, जिसके आधार पर एक छात्र ने नौकरी भी पा ली, परंतु जब छात्रों ने अपने मूल मार्कशीट और डिग्री विश्वविद्यालय से लेने के लिए आवेदन किया तब पूरी कहानी विश्विद्यालय प्रबंधन के सामने आयी और उन्होंने सभी छात्रों के पास हुए परिणाम को निरस्त कर दिया।
NSUI ने इसे छात्रों के साथ लापरवाही और अन्यायपूर्ण बताते हुए छात्र हित में निर्णय लेने की माँग है । सारे मामले में पेंच तो तब फ़स गया जब NSUI के प्रदेश सचिव अभिषेक मिश्रा ने विश्विद्यालय प्रबंधन को इस बात से अवगत कराया कि इस परिणाम में विफल हुए छात्रों को एक दूसरी अधिसूचना के तहत परीक्षा देने का एक और मौक़ा मिल गया और उसमें कुछ छात्र पास हो चुके हैं, इससे यहां पास होने वाले छात्रों की डिग्रियां छीनी गई और उनके आगे का रास्ता बंद हो गया है।
शिकायत करने के दौरान जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया और TCS इंचार्ज को सामने बुलाकर जवाब देने की माँग की गई ।कुलसचिव कार्यालय में धरने पर बैठ गये इस पर कुलसचिव ने छात्र नेताओं को मनाने की कोशिश की पर वे नहीं माने उसके बाद पुलिस के हस्तक्षेप और कुलपति एम॰के॰ वर्मा के पीड़ित छात्रों को न्याय के आश्वासन के बाद विरोध प्रदर्शन ख़त्म किया । प्रदर्शन के उपरांत विश्वविद्यालय जल्द से जल्द पीड़ित छात्रों को न्याय दिलाने का अश्वसन देने के साथ साथ TCS पर नियमानुसार दंडात्मक करवाहि का भरोसा दिलाया ।
प्रदर्शन में मुख्य रूप से प्रदेश सचिव आशीष यादव, अभिषेक मिश्रा,ज़िला सचिव गौरव चौबे, अंकुश अग्रवाल, शिवम् तोमर, तुषार, सुमन, आदि के साथ पीड़ित छात्र भी उपस्थित थे।