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स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में विश्व शिक्षक दिवस मनाया गया

  भिलाई। असल बात न्यूज़। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में विश्व शिक्षक दिवस के उपलक्ष में एम. एड. के विद्यार्थियों के लिए ऑनला...

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 भिलाई। असल बात न्यूज़।


स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय में विश्व शिक्षक दिवस के उपलक्ष में एम. एड. के विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन वेबीनार का आयोजन किया गया जिसमें  विद्यार्थियों ने शिक्षकों के लिए अपने भावो को कविता के माध्यम से व्यक्त किया और  कालेज के अपने पुराने दिनों की यादों को साझा किया। महाविद्यालय के प्राध्यापको ने विद्यार्थियों के उत्तम भविष्य की बधाई देते हुए उनके निरंतर शिक्षा के क्षेत्र में अग्रसर होने की शुभकामनाएं दी।

महाविद्यालय के सीओओ डॉ. दीपक शर्मा ने विश्व शिक्षक दिवस की बधाई देते हुए कहा कि एक शिक्षक ही राष्ट्र का निर्माता होता है। और एम एड विद्यार्थी भावी शिक्षक होंगे अतः उन्हें अपने शैक्षणिक कार्य की सभी जिम्मेदारियों को सीखना होगा।

प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कहा कि विश्व शिक्षक दिवस 2020 की थीम शिक्षक: संकट में लीड करना , भविष्य को फिर से परिभाषित करना है इस कार्यक्रम में शिक्षकों द्वारा कोविड-19 महामारी के दौरान निभाई जाने वाली भूमिका से राष्ट्र निर्माण में शिक्षक का महत्व रेखांकित हुआ जिससे विद्यार्थियों में संकट काल में नेतृत्वता क्षमता का विकास हो।








कार्यक्रम का संचालन करते हुए डॉ. रचना पांडेय ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य महाविद्यालय की परंपरा के अनुसार विद्यार्थियों को अच्छे शिक्षक के गुणों से अवगत करना जिससे यह आगे शिक्षक बने तो पूरे विश्व में स्वरूपानंद परिवार की परंपरा की खुशबू बिखेरे इस वेबिनार में सभी विद्यार्थी द्वारा शिक्षकों के प्रति स्नेह और सम्मान प्रकट किया गया। साथ ही साथ लोगों को शिक्षकों की बेहतर समझ तथा छात्रों और समाज के विकास में उनकी भूमिका के बारे में जानकारी प्राप्त हुई। 

संयुक्ता एम् एड प्रथम सेमेस्टर ने शिक्षकों के सम्मान में चंद लाइने कहीं-- 

यह जगत में ज्ञान गुरु का दिव्य दाम उपहार है।

नित्य शुभ गुरु ज्ञान से यह जगत उजियार है।।

खींचते गुरु स्नेह से ही भाव भू को नित्य ही।

मन गगन के मध्य चमके रश्मि बन आदित्य ही ।।


नीता- एम् एड प्रथम सेमेस्टर ने शिक्षकों के प्रति अपना विचार व्यक्त किया --

सुंदर सुर सजाने को साज बनाती हूं ।

नौ सीखे परिंदों को बांझ बनाती हूं।।

चुपचाप सुनती हूं शिकायतें सबकी।

तब दुनिया बदलने की आवाज बनाती हू।


शकीबा-- एम् एड प्रथम सेमेस्टर ने शिक्षकों के सम्मान अंग्रेजी की निम्न पंक्तिया —

Efforts of those who work all day

To guide and mentor us

And whenever we have a doubt

                                              Some effort we cannot count.