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पाटन में हुई ब्लाक स्तरीय बैठक में कलेक्टर ने दिये निर्देश, युद्धस्तर पर होना चाहिए काम, रोजगारमूलक गतिविधियों को दें सर्वोच्च प्राथमिकता, गुणवत्ता में कमी दिखने पर तत्काल हो गी कार्रवाई

 *अगले 8 महीने बेहद महत्वपूर्ण, गुणवत्ता के साथ हो निर्माण कार्य* एक नवंबर से  नरवा के कार्य शुरू करने का निर्देश दुर्ग । असल बात न्यूज़ । ज...

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 *अगले 8 महीने बेहद महत्वपूर्ण, गुणवत्ता के साथ हो निर्माण कार्य*

एक नवंबर से  नरवा के कार्य शुरू करने का निर्देश


दुर्ग । असल बात न्यूज़

जिले के कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने  पाटन में जिला स्तरीय तथा ब्लाकस्तरीय अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक ली। कलेक्टर ने कहा कि अगले 8 महीने निर्माण एजेंसियों के लिए अहम साबित होंगे। राज्य शासन ने ग्रामीण क्षेत्रों की सूरत बदलने तथा यहां बुनियादी सुविधाएं बेहतर करने काफी राशि दी है। इस राशि से ग्रामीण क्षेत्रों में उपयोगी अधोसंरचनाएं खड़ी हों, यह बेहद महत्वपूर्ण है। इसमें समय पर भी काम करना होगा एवं गुणवत्ता भी बनाये रखनी होगी।

 कलेक्टर ने कहा कि नरवा स्ट्रक्चर पर काम एक नवंबर से पुनः आरंभ होंगे। इस हफ्ते प्रस्तावित स्ट्रक्चर के संबंध में होमवर्क पूरा कर लें। नरवा के कार्य पूरी तरह से वैज्ञानिक तरीके पर आधारित होने चाहिए। जिस प्रकार गजरा नाला में काम हुआ और आज भी उपयोगी साबित हो रहा है उसी तरह का काम होना है। इसके लिए पूरी तन्मयता से कार्य करना होगा। मनरेगा में इस बार नालों की साफसफाई एवं रखरखाव तथा गौठानों में काम होंगे। पूरे नहरों में गाद निकालने का व्यापक कार्यक्रम मनरेगा के माध्यम से होगा। मनरेगा में ज्यादा से ज्यादा श्रम दिवस किये जाने हैं। इसके लिए महत्वपूर्ण कार्यों का चिन्हांकन करें जो गांवों में स्थायी रूप से काम के साबित हो सकें। उन्होंने कहा कि जिन 112 गौठानों में कार्य किये जाने हैं उन्हें शीघ्रताशीघ्र पूरा कर लें। इसके साथ ही वर्मी कंपोस्ट टैंक का काम भी दी गई अवधि तक पूरा कर लें। कलेक्टर ने कहा कि धान खरीदे केंद्रों में प्रस्तावित चबूतरे तय समय पर पूरा कर लें। जहां मुक्तिधाम में बुनियादी सुविधाएं देने के संबंध में निर्देश दिये गए हैं। उन कार्यों को प्रमुखता से कर लें। कलेक्टर ने कहा कि गौठानों को आजीविकामूलक केंद्र बनाना है। इसके लिए मुर्गी शेड आदि स्वीकृत किये जा रहे हैं। फिशरीज को प्रमोशन देने के लिए 500 हितग्राहियों की जमीन में डबरी बनाकर उन्हें उन्नत मत्स्यपालन कराने की योजना है जिसके लिए हितग्राहियों का चिन्हांकन शीघ्रता से करें। कलेक्टर ने कहा कि शासन द्वारा धरसा विकास कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया गया है। इस संबंध में जो महत्वपूर्ण निर्देश दिये गए हैं। उनका अनुपालन करें। कलेक्टर ने कहा कि गोधन न्याय योजना का क्रियान्वयन सबसे प्रमुखता से होना चाहिए। इसके लिए गौठान समिति की नियमित बैठक हो। गोबर खरीदी से लेकर कंपोस्ट खाद बनाने तक की मुकम्मल व्यवस्था होती रहे। इसमें किसी भी तरह से समस्या आने पर सीईओ जिला पंचायत एवं कलेक्टर से संपर्क करें। कलेक्टर ने कहा कि गौठानों के संबंध में जो निर्देश दिये गये हैं और मानिटरिंग की जो व्यवस्था तैयार की गई है, उसके अनुरूप कार्य करें। कलेक्टर ने दीपावली की मांग को देखते हुए स्वसहायता समूहों द्वारा अधिकाधिक संख्या में स्थानीय उत्पाद तैयार कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अमेजन एवं फ्लिपकार्ट जैसे माध्यमों में भी इन उत्पादों को उपलब्ध कराये जाने पर कार्य हो रहा है। इसमें प्रशिक्षण से लेकर किसी भी तरह की अन्य पहल हो, वो करें ताकि गौठान रोजगार सृजन और आर्थिक अवसर के बड़े केंद्र के रूप में भी स्थापित हो सके। इस मौके पर मुख्यमंत्री के ओएसडी श्री आशीष वर्मा भी उपस्थित थे। उन्होंने भी इस संबंध में अपनी बात रखी। इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ  सच्चिदानंद आलोक, एसडीएम  विनय पोयाम एवं जनपद सीईओ श मनीष साहू भी उपस्थित थे।