किसी मामले में आरोपियों को जो सजा दी जाती है उसमें पुलिस के विवेचना की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। विवेचक पुलिसकर्मी महत्वपूर्ण तथ्यों क...
किसी मामले में आरोपियों को जो सजा दी जाती है उसमें पुलिस के विवेचना की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। विवेचक पुलिसकर्मी महत्वपूर्ण तथ्यों को ढूंढ निकालते हैं तो उससे , उन तथ्यों के आधार पर फैसला देने में सहूलियत होती है। राज्य के पुलिस महानिदेशक श्री अवस्थी ने घोषणा की है कि दोष सिद्ध होने के बाद सजा होने पर विवेचक को अब ‘सुपर इन्वेस्टिगेटर’ के प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जाएगा।
रायपुर । असल बात न्यूज़।
डीजीपी श्री डी एम अवस्थी ने आज महिला विरूद्ध अपराधों के संबंध में त्वरित विवेचना कर चालान प्रस्तुत करने वाले विवेचकों के कार्य की सराहना की। श्री अवस्थी ने विभिन्न जिलों के 14 विवेचकों को एक-एक हजार नकद पुरस्कार से पुरस्कृत किया।
श्री अवस्थी ने कहा कि अन्य विवेचको को भी शीघ्र चालान प्रस्तुत करने के साथ ही आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाने की कोशिश करना चाहिये। उन्होंने कहा कि आज नकद पुरस्कार से पुरस्कृत किये गये विवेचकों द्वारा आरोपियों को न्यायालय से दोष साबित होने के बाद संबंधित विवेचक को ‘सुपर इन्वेस्टिगेटर’ के प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जाएगा।
त्वरित विवेचना कार्यवाही कर चालान प्रस्तुत करने वाले विवेचकों में श्री शनिप रात्रे निरीक्षक बिलासपुर , श्री जे.एस. ठाकुर उप निरीक्षक बिलासपुर, श्री उनेश देशमुख उप निरीक्षक दुर्ग, श्रीमती बेबी नंदा स0उ0नि0 दुर्ग, ज्योति सिंह स0उ0नि0 दुर्ग, श्री अमित शुक्ला निरीक्षक रायगढ़, श्री मनीष नागर निरीक्षक रायगढ़,श्री अशोक पाण्डेय उप निरीक्षक कोरबा, श्री धर्मानंद शुक्ला निरीक्षक सूरजपुर,सुश्री रश्मि सिंह उप निरीक्षक सूरजपुर, श्री अरूण नेताम निरीक्षक बालोद, श्री सचिन सिंह उप निरीक्षक कोरिया, श्री प्रमोद डनसेना उप निरीक्षक मुंगेली, श्री इंद्र बहादुर सिंह स0उ0नि0 रायपुर को नकद पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया है। डीजीपी श्री अवस्थी ने विवेचक श्रीमती बेबी नंदा सहायक उप निरीक्षक जिला दुर्ग द्वारा मूक-बधिर बालिका से दुष्कर्म के मामले में आरोपियों को शीघ्र सजा दिलाने पर प्रशंसा करते हुए कहा कि अन्य विवेचकों को भी ऐसी तत्परता से कार्रवाई करनी चाहिए।