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वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने विधानसभा में पंडरी थाना में पुलिस हिरासत में मृत अश्वनी मानिकपुरी के परिवार को आर्थिक मुआवजा देने की मांग उठाई

  रायपुर।असल बात न्यूज़। वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने ध्यानाकर्षण के माध्यम से राजधानी रायपुर सहित पुरे प्रदेश के थानों में लगातार पुल...

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रायपुर।असल बात न्यूज़।

वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने ध्यानाकर्षण के माध्यम से राजधानी रायपुर सहित पुरे प्रदेश के थानों में लगातार पुलिस प्रताड़ना से आत्महत्या का मामला उठाते हुए कहा कि रायपुर के पंडरी थाना में पुलिस कस्टडी में लिये गये युवक अश्वनी मानिकपुरी ने थाने में आत्महत्या नही की है, बल्कि उसकी थाने में ही हत्या हुई है। क्या कभी सम्भव है कि कोई बेल्ट से सुसाईड कर ले, उन्होंने खिड़की की उंचाई, बाथरूम में सिटकीनी, लाॅकअप मंे लिये लोगो के बेल्ट, अंगुठी, माला, पर्स सब पुलिस द्वारा उतारवाने की बात कहते हुए प्रश्न खड़ा किया कि आखिर बाथरूम में उन्होंने कैसे आत्महत्या की? गृह मंत्री का बयान  पुलिस को बचाने वाला है। 

श्री अग्रवाल ने कहा कि गृह मंत्री जी अधिकारी आपको गलत जानकारी दे रहे है, थानों में मौत की जांच कितने दिन मंे पूरी होगी, कोई समय सीमा तय हुई है क्या? और न्यायिक जांच की बिन्दुएं क्या है। पुलिस प्रताड़ना में दो नवजवानों की मौत हुई है, सदन 1 घंटा नही 4 घंटा चलेगा, उन नवजवानों का परिवार परेशान है, उनके साथ न्याय नही हो रहा है। दोनो नवजवान निर्दोष थे, क्यांेकि दोनो की पुलिस हिरासत में मृत्यू हुई है, उनके विरूद्ध कोई अपराध दर्ज नही था, उन्हें संदेह के आधार पर पुछताछ के लिए लाया गया था।

श्री अग्रवाल ने कहा कि पुलिस हिरासत में मृत्य जुनियर इंजीनियर के परिवार के किसी व्यक्ति को नौकरी दी जाये। और रायपुर पंडरी थाने में पुलिस प्रताड़ना से मृतक अश्वनी मानिकपुरी के परिवार को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जायें साथ ही ध्यानाकर्षण मंे उठाये गये सभी बिन्दुओं को न्यायिक जांच में शामिल किया जाये। समान्यतः आदमी सोसाईड प्रताड़ना के बाद ही करता है और प्रताड़ना के कारण ही अश्वनी मानिकपुरी ने सोसाईड किया व सबइंजीनियर कतलम का भी पुलिस के मारपीट से मौत हुई है। ध्यानाकर्षण में श्री धरम कौशिक व श्री अजय चन्द्राकर ने भी पुलिस हिरासत में प्रताड़ना से मौत व जेलों में प्रताड़ना से मौत के मामलो को उठाते हुए शासन पर सवाल खड़ा किये। कि ऐसा कौनसा बेल्ट आता है जिसे थाने में लगाकर आत्महत्या किया जा सकता है। उन्होंने पुलिस प्रताड़ना से मृतकों के परिवार को अनुकम्पा नियुक्ति व आर्थिक सहायता देने की मांग की है।