नई दिल्ली। असल बात न्यूज़। देश में आम लोगों में FASTag की सुविधा लेने के प्रति जागरूकता तथा दिलचस्पी बढ़ती रही है। देश में अभी प्रतिदि...
देश में आम लोगों में FASTag की सुविधा लेने के प्रति जागरूकता तथा दिलचस्पी बढ़ती रही है। देश में अभी प्रतिदिन राजमार्गों पर ₹50 लाख से अधिक फास्टटेक से लेनदेन किया जा रहा है।जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय राजमार्ग के उपयोगकर्ताओं के लिए अब तक 2.20 करोड़ से अधिक FASTag जारी किए गए हैं। छत्तीसगढ़ राज्य में भी फास्ट टैग का इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या बढ़ी है।
राजमार्ग उपयोगकर्ताओं द्वारा FASTag को अपनाने में अभूतपूर्व वृद्धि देखी जा रही है। FASTag देश में आगामी 01 जनवरी 2021 से वाहनों के लिए अनिवार्य कर दिया गया है। इसके साथ, NHAI ने Fee Plazas पर वाहनों की निर्बाध आवाजाही प्रदान करने के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए हैं। FASTag को अपनाने से उपयोगकर्ताओं को समय बचाने और टोल प्लाज़ा पर ईंधन की बचत करने में मदद मिली है। डिजिटल लेनदेन को केंद्रीय मोटर वाहन नियमों में हाल ही में संशोधन के माध्यम से आवश्यक किया गया है।
FASTag देश भर में 30,000 से अधिक पॉइंट (PoS) पर आसानी से उपलब्ध है और NHAI टोल प्लाजा पर अनिवार्य रूप से उपलब्ध है। यह Amazon, Flip Kart और Snapdeal के माध्यम से ऑनलाइन भी उपलब्ध है।
इस सुविधा को सफल बनाते हुए Bharat Bill Payment System (BBPS), UPI, ऑनलाइन भुगतान, My FASTag Mobile App, PAYTM, Google पे पर भी इसे उपलब्ध कराया गया है। इसके अलावा, कैश रिचार्ज सुविधा alsobeing है उपयोगकर्ताओं की सुविधा के लिए टोल प्लाज़ा में पॉइंट ऑफ़ सेल्स (PoS) पर प्रदान किया गया।
FASTag रेडियो-फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) तकनीक का उपयोग करता है जो उपयोगकर्ताओं को प्रतीक्षा / ठहराव के बिना टोल प्लाजा पर एक सुचारू और सहज-रहित प्रदान करता है। या
राजमार्ग के यात्रियों को टोल भुगतान विकल्प के रूप में फास्टैग दिखाई दे रहा है क्योंकि यह ड्राइवरों और टोल ऑपरेटरों के बीच किसी भी मानवीय संपर्क की संभावना को कम करता है। राजमार्गों पर टोल संग्रह के लिए एक समावेशी तकनीकी उपकरण होने के नाते, FASTag व्यावहारिक और फायदेमंद विकल्प माना जा रहा है.