रायपुर। असल बात न्यूज़। छत्तीसगढ़ राज्य में वर्ष 2020 जनवरी से दिसम्बर तक सड़क दुर्घटनाओ में 4 हजार 546 लोगों की जान च...
रायपुर। असल बात न्यूज़।
छत्तीसगढ़ राज्य में वर्ष 2020 जनवरी से दिसम्बर तक सड़क दुर्घटनाओ में 4 हजार 546 लोगों की जान चली गई । यहां 11 हजार 431 सड़क दुर्घटनाओं में इतने लोगों की जान चली गई है ।वही 10 हजार 478 लोग ऐसी सड़क दुर्घटनाओं में घायल भी हुए हैं। पिछले साल अनेक बार लागू लाक डाउन के बाद सड़क दुर्घटना में बढ़ोतरी हुई है। लॉकडाउन सड़क दुर्घटनाओं के मामले में अच्छा रहा, इस दौरान सड़क दुर्घटनाये नहीं हुई।
पिछले साल अगस्त महीने में 6.09 प्रतिशत, सितम्बर में 16.45 प्रतिशत, अक्टूबर में 3.39 प्रतिशत, नवम्बर में 14.70 प्रतिशत, और दिसम्बर में 21.16 प्रतिशत सड़क दुर्घटना मृत्यु दर में वृद्धि हुई है अर्थात् लॉकडॉउन समाप्त होने के पष्चात् दुर्घटनाओं में वृद्धि हुई है।
इस वर्ष 2020 में सड़क दुर्घटनाओं में जिला-रायपुर, गरियाबंद, धमतरी, बेमेतरा, मुंगेली, दन्तेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर, नारायणपुर में मृत्युदर में वृद्धि हुई है जबकि शेष जिलों में बलोदाबाजार, महासमुंद, दुर्ग, बालोद, राजनांदगांव, कबीरधाम, बिलासपुर, कोरबा, जांजगीर चांपा, रायगढ़, गोरला पेण्ड्रा, सरगुजा, कोरिया बलरामपुर, सूरजपुर, जषपुर, जगदलपुर, कॉकेर, कोण्डागांव में मृत्यु दर में कमी आई है।
मोटरयान अधिनियम के तहत यातायात नियमों के उल्लघंन करने वालो के विरूद्ध वर्ष 2020 में (जनवरी से दिसम्बर-2020 तक) कुल 3,20,659 प्रकरणों मे चालानी कार्यवाही कर राषि 10,03,31,600 समन शुल्क वसूल किये गये है।
मुख्य सचिव, छत्तीसगढ़ शासन द्वारा दिनांक 26.12.20 को आयोजित सड़क सुरक्षा की वर्चुअल समीक्षा बैठक में दिये गये दिषा-निर्देषों के अनुपालन में दिनांक 31.12.2020 एवं 01.01.2021 को बिलासपुर, कोरबा जिले के दुर्घटनाजन्य सड़क खण्डों(ब्लैक स्पॉट) का अंतर्विभागीय लीड एजेंसी के अध्यक्ष श्री संजय शर्मा एवं टीम ने आकस्मिक निरीक्षण कर चिन्हित ब्लैक-स्पॉट(पताढ़ी मेन रोड, बरबसपुर, उरगा चौक, पाली के मुनेरा एवं दीपिका के तिवेरता सहित अन्य ब्लैक-स्पॉट) सड़क मोड में रोड एलाईमेंट सही नही होना, समुचित प्रकाष व्यवस्था का नही होना, यातायात संकेतको का अभाव, सकरी पूल में क्रेष बेरियर टूटे होने, खतरनाक अंधे मोड़ में संकेतको का अभाव, चौराहो पर अतिक्रमण, रोड मार्किग का अभाव आदि पाये जाने पर आवष्यक सुधारात्मक /उपचारात्मक उपायों हेतु भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, लोक निर्माण विभाग, पुलिस अधीक्षक एवं कलेक्टर को यथाषीघ्र सुधारात्मक उपायों हेतु लेख किया गया है।
राज्य में अधिकांष सड़क दुर्घटना ओव्हर स्पींडिंग, गलत साईड ड्राईविंग, शराब सेवन कर वाहन चालन, बिना हेलमेंट, बिना सीट बेल्ट, सड़क में गलत तरीके से खड़े वाहनों में टकराने आदि कारणों से हो रही है, जिसमें मोटर-सायकल सवार, पैदल यात्री अधिक दुर्घटनाग्रस्त हो रहे है, अस्तु विषेष पुलिस महानिदेषक श्री आर0के0 विज, ने समस्त पुलिस अधीक्षकों को जनवरी माह में इसके नियंत्रण के लिए प्रभावी प्रवर्तन सहित ड्राईविंग लायसेंस निलंबन, गंभीर सड़क दुर्घटना के अनुसंधान में संयुक्त रूप से वैज्ञानिक अन्वेषण की कार्यवाही हेतु निर्देषित किया गया है।
राज्य में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता के लिये 18. जनवरी से 17. जनवरी तक समस्त जिलों में यातायात जागरूकता/सड़क सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जावेगा।