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खरीफ सीजन में देश में कपास, धान, दलहन तिलहन, की बड़े पैमाने पर खरीदी

  खरीफ विपणन सीजन 2020-21 के दौरान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का क्रियान्वयन 2623528 करोड़ रूपए की कीमत की 8970424 कपास गांठों की खरीद से...

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खरीफ विपणन सीजन 2020-21 के दौरान न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का क्रियान्वयन

2623528 करोड़ रूपए की कीमत की 8970424 कपास गांठों की खरीद से 1847662 किसान लाभान्वित हुए

नई दिल्ली। असल बात न्यूज़।

वर्तमान खरीफ विपणन सीजन (केएमएस) 2020-21 के दौरानसरकार के द्वारा अपनी मौजूदा न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) योजनाओं के अंतर्गत किसानों से एमएसपी पर खरीफ 2020-21 फसलों की खरीदी जारी है।बड़ी संख्या में किसान अपनी फसल बेचने के लिए मंडी में पहुंच रहे है।

खरीफ 2020-21 के लिए धान की खरीद पंजाबहरियाणाउत्तर प्रदेशतेलंगानाउत्तराखंडतमिलनाडुचंडीगढ़जम्मू और कश्मीरकेरलगुजरातआंध्र प्रदेशछत्तीसगढ़ओडिशामध्य प्रदेशमहाराष्ट्रबिहारझारखंड और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों/ केंद्र-शासित प्रदेशों में सुचारु रूप से चल रही है। 29 जनवरी 2021 तक 596.98 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान की खरीद की जा चुकी है। इसमें पिछले वर्ष की 501.97 लाख मीट्रिक टन की तुलना में 18.92 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज हुई है। 596.98 लाख मीट्रिक टन की कुल खरीद में से अकेले पंजाब ने 202.77 लाख मीट्रिक टन का योगदान दिया हैजो कुल खरीद का 33.96 प्रतिशत है।

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वर्तमान में जारी केएमएस खरीद संचालन के तहत 1,12,709.84 करोड़ रुपये मूल्य के धान की खरीद की गयी है और इससे लगभग 86.79 लाख किसान लाभान्वित हुए हैं।

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इसके अलावाराज्यों से प्रस्ताव के आधार पर खरीफ विपणन सीजन 2020 के लिए तमिलनाडुकर्नाटकमहाराष्ट्रतेलंगानागुजरातहरियाणाउत्तर प्रदेशओडिशाराजस्थान और आंध्र प्रदेश राज्यों से मूल्य समर्थन योजना (पीएसएस) के तहत 51.92 लाख मीट्रिक टन दलहन और तिलहन की खरीद के लिए मंजूरी दी गई थी। इसके अलावाआंध्र प्रदेशकर्नाटकतमिलनाडु और केरल राज्यों के लिए कोपरा (बारहमासी फसल) की 1.23 लाख मीट्रिक टन की खरीद को भी मंजूरी दी गई। इसके अलावागुजरात और तमिलनाडु राज्यों के लिए रबी विपणन सीजन 2020-2021 के दाल और तिलहन के 2.50 लाख मीट्रिक टन की खरीद को मंजूरी दी गई। पीएसएस के तहत अन्य राज्य/केन्द्र शासित प्रदेशों से खरीद के प्रस्तावों की प्राप्ति पर दलहनतिलहन और कोपरा के लिए भी मंजूरी दी जाएगी ताकि अधिसूचित फसल अवधि के दौरान बाजार दर एमएसपी से कम होने की स्थिति में वर्ष 2020-21 के लिए अधिसूचित एमएसपी के आधार पर इन फसलों के एफएक्यू ग्रेड की खरीदराज्य की ओर से नामित खरीद एजेंसियों के माध्यम से केंद्रीय नोडल एजेंसियों द्वारा संबंधित राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में सीधे पंजीकृत किसानों से की जा सके।

29. 01. 2021 तक सरकार ने अपनी नोडल एजेंसियों के माध्यम से 1,632.89 करोड़ रुपये की एमएसपी मूल्य वाली मूंगउड़दमूंगफली की फली और सोयाबीन की 3,03,939.58 मीट्रिक टन की खरीद की है जिससे तमिलनाडुमहाराष्ट्रगुजरातहरियाणा और राजस्थान के 1,64,083 किसान लाभान्वित हुए हैं।

इसी तरह, 29. 01. 2021 तक 52.40 करोड़ रुपये के एमएसपी मूल्य पर 5089 मीट्रिक टन कोपरा (बारहमासी फसल) की खरीद की गई हैजिससे कर्नाटक और तमिलनाडु के 3961 किसान लाभान्वित हुए हैं। कोपरा और उड़द के संदर्भ मेंअधिकांश प्रमुख उत्पादक राज्यों में दरें एमएसपी से अधिक हैं। संबंधित राज्य/केन्द्र शासित प्रदेश की सरकारें खरीफ की फसल दलहन और तिलहन के संबंध में आवक के आधार पर संबंधित राज्यों द्वारा तय की गई तारीख से खरीद शुरू करने के लिए आवश्यक व्यवस्था कर रही है।

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पंजाबहरियाणाराजस्थानमध्य प्रदेशमहाराष्ट्रगुजराततेलंगानाआंध्र प्रदेशओडिशा और कर्नाटक राज्यों में एमएसपी के तहत बीज कपास (कपास) की खरीद प्रक्रिया सुचारु रूप से चल रही है। 29 जनवरी, 2021 तक 8970424 कपास की गांठें खरीदी गईं जिनका मूल्य 2623528 करोड़ रुपये हैं जिससे 1847662 किसान लाभान्वित हुए हैं।

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