छत्तीसगढ़ के वन क्षेत्र में प्रतिभाके कूट-कूट कर भरी हुई है ।बस जरूरत है उन्हें मौका मिलने की , अवसर मिलने की। जब इन्हें मौका मिलता है त...
छत्तीसगढ़ के वन क्षेत्र में प्रतिभाके कूट-कूट कर भरी हुई है ।बस जरूरत है उन्हें मौका मिलने की , अवसर मिलने की। जब इन्हें मौका मिलता है तो यह अपनी प्रतिभाओं का बखूबी प्रदर्शन करते हैं और बता देते हैं कि उन्हें मौका मिले तो वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा सकते हैं ।बूझमाड़ के in प्रतिभाशाली बच्चों को मौका मिला तो उन्होंने हैरतअंगेज मलखंभ प्रदर्शन किया है जिसे देखकर लोग दांतों तले उंगली दबा सकते हैं।
रायपुर ।असल बात न्यूज़।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने नारायणपुर प्रवास के दौरान मलखंभ के खिलाडि़यों का रोमांचक प्रदर्शन देखा और वे उससे अभिभूत हुए बिना नहीं रह सके। उन्होंने मलखंभ का बेहतरीन प्रदर्शन के लिए खिलाडि़यों का उत्साहवर्धन करते हुए अपनी बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि अबूझमाड़ के छोटे-छोटे बच्चों द्वारा मलखंभ का हैरत अंगेज प्रदर्शन देखकर लोगों ने दांतो तले उंगली दबा ली। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज नारायणपुर में एक बार फिर से मलखंभ का प्रदर्शन देखने को मिला। यहां के खिलाड़ी केवल नारायणपुर का ही नहीं, बल्कि पूरे देश में छत्तीसगढ़ राज्य का नाम रौशन कर रहे हैं।
मलखंभ का करतब देखने आने के लिए मुख्यमंत्री श्री भूपेष बघेल के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कुमारी मोक्षिका साहू ने छत्तीसगढ़ी में अपनी बात रखी। मोक्षिका ने मलखंभ खिलाडि़यों के लिए आवश्यक सामग्री सहित अन्य सुविधाओं की मांग की। जिस पर मुख्यमंत्री श्री बघेल ने बताया कि मलखंभ अकादमी की स्थापना का प्रस्ताव केन्द्र सरकार के पास विचाराधीन है। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा मलखंभ खिलाडि़यों के लिए डीएमएफ से बेहतर डाईट की व्यवस्था की जायेगी। कार्यक्रम में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री तथा नारायणपुर जिले के प्रभारी मंत्री गुरू रूद्रकुमार, राजस्व मंत्री श्री जयसिंह अग्रवाल, आबकारी मंत्री श्री कवासी लखमा, बस्तर सांसद श्री दीपक बैज, हस्तषिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष एवं स्थानीय विधायक श्री चंदन कश्यप, अंतागढ़ विधानसभा क्षेत्र के विधायक श्री अनूप नाग सहित जिला एवं पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारीगण उपस्थित थे। गौरतलब है कि मलखंभ प्रशिक्षक श्री मनोज प्रसाद द्वारा वर्ष 2017 से क्षेत्र के बच्चों को मलखंभ का विशेष अभ्यास कराया जा रहा है, जिससे यहां के बच्चे अन्य राज्यों में जाकर मलखंभ का बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं, और अपने जिले एवं राज्य का नाम रौशन कर रहे हैं।