रायपुर। असल बात न्यूज़। कोई लक्षण नहीं है लेकिन लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। सर्दी, खांसी कफ, बुखार, शरीर के तापमान में वृद्धि ये स...
रायपुर। असल बात न्यूज़।
कोई लक्षण नहीं है लेकिन लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। सर्दी, खांसी कफ, बुखार, शरीर के तापमान में वृद्धि ये सब कोरोना के सामान्य लक्षण बताए गए हैं और ऐसे ही लक्षण वाले लोगों को कोरोना से संक्रमित माना जाता है तथा उनका टेस्ट करने पर जोर दिया जाता है लेकिन यह सब लक्षण नहीं दिखने के बावजूद जांच में लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जा रहेे हैं।
यह ताजा स्थिति स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए चिंता का विषय हो सकती है। ऐसी स्थिति तब और चिंताजनक हो सकती है जबकि छत्तीसगढ़़ राज्य में कोरोना के संक्रमण का फैलाव नियंत्रित होने का नाम नहीं ले रहा है और कोरोना के संक्रमण के फैलाव के मामले में छत्तीसगढ़, देश में अभी भी काफी आगे बना हुआ है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य के पीसीसीएफ राकेश चतुर्वेदी को भी करीब-करीब ऐसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है । वे अपनी धर्म पत्नी को कतिपय स्वास्थ्यगत कारणों की वजह से जांच कराने के लिए अस्पताल लेकर गए थे। अभी प्रत्येक अस्पताल में वहां पहुंचने पर सभी तरह के मरीजों की कोरोना की जांच करना अनिवार्य कर दिया गया है। ऐसे में श्रीमती चतुर्वेदी का भी कोरोना टेस्ट किया गया। जांच में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो हड़कंप मच गया। संबंधित चिकित्सकों ने स्थिति को गंभीरता से लिया तथा वरिष्ठ अधिकारी श्री चतुर्वेदी से परिवार के सभी सदस्यों का कोरोना का टेस्ट करा लेने को कहा गया। जांच की रिपोर्ट आई तो परिवार के कुल 3 सदस्य कोरोना positive निकल गए। अस्पताल धर्मपत्नी का इलाज कराने पहुंचे थे और वहां कोरोना पॉजिटिव निकल गए।
ताजा खबर के अनुसार श्रीमती चतुर्वेदी के साथ श्री चतुर्वेदी तथा उनके एक सुपुत्र की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। positive आने के बाद उन्हें शासन की गाइड लाइन के अनुसार होम आइसोलेशन में रहने को कहा गया है। पॉजिटिव सभी सदस्यों का इलाज किया जा रहा है। वन विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों ने इनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।
ताजा हालात में अब सवाल उठ रहा है कि लक्षण नहीं देखने के बावजूद भी क्या लोग कोरोना पॉजिटिव हो सकते हैं ? यदि ऐसा वास्तव में हो रहा है तो पॉजिटिव लोगों की पहचान कैसे की जाएगी। यह तो स्वाभाविक है कि जिन में किसी तरह का लक्षण नहीं है वे कई लोगों के संपर्क में आ रहे हैं। ऐसे हालत को स्वास्थ हमले के लिए नई चुनौती माना जा सकता है।