रायपुर , दुर्ग। साल बाद न्यूज़।

कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारियां परखने प्रदेश के सात जिलों में 2 जनवरी को मॉकड्रिल किया जाएगा। ये मॉकड्रिल रायपुर, सरगुजा, दुर्ग, बिलासपुर, राजनांदगांव, बस्तर और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में किये जाएंगे। चार राज्यों में कोरोना वैक्सीनेशन की तैयारियों के सफल ट्रायल के बाद केंद्र सरकार ने सभी प्रदेशों की राजधानी में इसके ड्राई-रन के निर्देश दिए हैं। छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य विभाग टीकाकरण की तैयारियों को परखने के लिए रायपुर जिले के साथ ही छह और जिलों में इसका मॉकड्रिल कर रही है जिनमें दूरस्थ अंचल के भी कुछ जिले शामिल हैं।

 इस मॉकड्रिल का उद्देश्य कोल्ड चेन मैनेजमेंट, वैक्सीन की सप्लाई, स्टोरेज और लॉजिस्टिक्स के साथ ही वैक्सीनेशन के लिए पहुंचे लोगों के वैक्सीनेशन साइट पर पहुंचने, उनकी एंट्री, रजिस्ट्रेशन, वैक्सीनेशन व ऑब्जर्वेशन में रखने की तैयारियों को परखना है। वैक्सीनेशन के दौरान को-विन एप में एंट्री से लेकर वैक्सीन लगाने तक कितना समय लगता है, यह भी देखा जाएगा। पूरी मशीनरी की तैयारियों को भी परखा जाएगा।

राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. अमर सिंह ठाकुर ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोविड-19 वैक्सीनेशन की तैयारियों को लेकर लगातार वर्चुवल कॉन्फ्रेंस किया जा रहा है। प्रथम चरण में हेल्थकेयर में लगे दो लाख 34 हजार लोगों को वैक्सीन लगाया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा चयनित जिलों में सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में 25 लोगों पर मॉकड्रिल किया जाएगा।

 दुर्ग जिले में क्या है तैयारियां, एक नजर में-

 दुर्ग जिले से जानकारी मिली है कि  यहां अलग-अलग  तीन  स्थान  मॉक ड्रिल के लिए चिन्हित किए गए हैं। यह स्थान है -

1,झाड़ूराम देवांगन स्कूल दुर्ग,

2 एमजे कॉलेज कोहका,

3 पाटन हायर सेकेंडरी स्कूल

-25 लोगों की टीम  mock ड्रिल में हिस्सा लेगी और प्रत्येक टीम में 5 सदस्य होंगे।

 पूरी तैयारियों की इलेक्शन की तरह होगी एक्सरसाइज की जा रही है। पास ही होंगे कोल्ड चैन। जिन्हें वैक्सीन लगाया जाएगा उन्हें 1 घंटे  ऑब्जरवेशन में बगल के रूम में रखा जाएगा।