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जन सहयोग चाहिए, सड़क दुर्घटनाओं को रोकने

  0 विचार मंथन देश   में     सड़क   दुर्घटनाओं   में प्रत्येक वर्ष   लगभग   1.5   लाख   लोग   मारे   जाते   हैं ,  और  4.5  लाख   से   अधिक ...

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देश में  सड़क दुर्घटनाओं में प्रत्येक वर्ष लगभग 1.5 लाख लोग मारे जाते हैंऔर 4.5 लाख से अधिक लोग इन दुर्घटनाओं में घायल होते हैं। इस मामले में प्रतिदिन का को आंकड़ा  है उसके अनुसार   भारत में सड़क दुर्घटनाओं में प्रति दिन 415 लोग मारे जाते हैं। वहीं सड़क दुर्घटना में जो मौतें होती हैं उसमें ज्यादातर शिकार युवा वर्ग होते हैं और ताजा जानकारी अनुसार सड़क दुर्घटना ओ में 70 प्रतिशत मौतें 18 से 45 वर्ष की आयु वर्ग में होती हैं।इस तरह से हम देख सकते हैं कि शोध दुर्घटनाओं की वजह से देश को कितनी गंभीरता से से जूझना पड़ता है।दूसरी तरफ बड़ा बनाया है कि देश में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जो उपाय किए जा रहे हैं उसमें आम जनता का पूरा सहयोग नहीं मिल पाता। लोगों के लापरवाही उपेक्षातथा सड़क सुरक्षा के उपायों को नहीं अपनाने से भी सड़क दुर्घटनाए बढ़ रही हैं।


नई दिल्ली छत्तीसगढ़। असल बात न्यूज़।

देश में सडक दुर्घटनाओं के कारण होने वाली मौतों को कम करने के लिए चौतरफा नए उपाय, प्रयास किए जा रहे हैं।जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि 2025 तक सड़क दुर्घटनाओं से होने वाली मौतों में 50 प्रतिशत तक की कमी हो सके।  सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों के कारण खतरनाक स्थिति बन रही है और भारत सड़क दुर्घटना के मामले में पहले स्थान परअमेरिका और चीन से आगे है।

 

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने कहा है कि देश में हर साल सड़क दुर्घटनाओं में लगभग 1.5 लाख लोग मारे जाते हैंऔर 4.5 लाख से अधिक लोग इन दुर्घटनाओं में घायल होते हैं। श्री गडकरी ने कहा कि भारत में सड़क दुर्घटनाओं में प्रति दिन 415 लोग मारे जाते हैं। उन्होंने बताया कि सड़क दुर्घटनाओं के चलते सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के 3.14 प्रतिशत के बराबर सामाजिक-आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है और 70 प्रतिशत मौतें 18 से 45 वर्ष की आयु वर्ग में होती हैं।

अपने मंत्रालय द्वारा किए गए प्रयासों को रेखांकित करते हुएश्री गडकरी ने कहा कि इंजीनियरिंगशिक्षाप्रवर्तन और बेहतर आपातकालीन देखभाल सेवाएं इस समस्या से निपटने के लिए उठाए गए कुछ कदम हैं। उन्होंने कहा कि मंत्रालय राजमार्ग नेटवर्क पर पहचाने गए 5,000 से अधिक दुर्घटना वाले स्थानों को सही करने पर काम कर रहा हैऔर सुरक्षा के लिए 40,000 किलोमीटर से अधिक सड़क मार्ग का परीक्षण किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्यों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सहायता कार्यक्रम का प्रस्ताव किया हैजिसके लिये केंद्र सरकार राज्यों को सड़क सुरक्षा में सुधार के लिए 14,000 करोड़ रुपये की धनराशि प्रदान कर रही है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने सड़क सुरक्षा को आम तौर पर एक व्यवहारिक मुद्दा बताते हुए कहा कि इसे ब्लॉक से तालुका स्तर तक समन्वय को बढ़ावा देने के लिए सहकारी संघवाद की आवश्यकता है।