कबीरधाम जिले के सहसपुर लोहारा परिक्षेत्र के भठेला टोला परिसर में मृत अवस्था में मिली तेंदुआ की मौत बिजली करेंट लगने से हुई है। बिजली करंट लगाने के लिए जीआईतार का उपयोग किया था।  वनविभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में पशु चिकित्सक- विशेषज्ञों की टीम के द्वारा पोस्टमार्टम की कार्यवाही की गई तथा एस.ओ.पी. का पालन करते हुए दाह संस्कार किया गया। आज मंगलवार 16 फरवरी को मुखबिरी तंत्र की सूचना के आधार पर तथा स्निफर डॉग स्क्वायड की मदद से वन विभाग तथा पुलिस विभाग की टीम बनाकर सर्च वारंट जारी कर संभावित संदिग्ध अपराधी के घर छापा मारा गया। छापा में वन्यप्राणी अपराध में उपयोग हुई सामग्री प्राप्त हुई। संदिग्ध अपराधी से पूछताछ की जा रही है।
वनमण्डलाधिकारी श्री दिलराज प्रभाकर ने बताया की सोमवार  15 फरवरी को उप वन मंडल अधिकारी सहसपुर लोहारा के द्वारा वन मंडल अधिकारी कवर्धा को दूरभाष पर सूचना दी गई कि सहसपुर लोहारा परिक्षेत्र के भठेला टोला परिसर के कक्ष क्रमांक 305 में एक तेंदुआ मृतक अवस्था में मिला है। वन मंडल अधिकारीउप वन मंडल अधिकारीपरिक्षेत्र अधिकारीसंबंधित वन अमला तथा पशु चिकित्सक तत्काल मौका स्थल पर रवाना हुए। मौका पर जाकर देखा कि मादा तेंदुआजिसकी उम्र लगभग से वर्ष रही होगीजी आई तार के करंट की चपेट में आने से मरी है। घटना की सूचना दूरभाष पर तत्काल वरिष्ठ अधिकारियों को वन मंडल अधिकारी द्वारा दी गई। अचानकमार टाइगर रिजर्व से स्निफर डॉग स्क्वायड को भेजने के लिए दूरभाष पर संपर्क किया गया और लिखित में भी सूचित किया गया। पीओआर-16031/15 अज्ञात अपराधी के नाम से जारी किया गया। सूर्यास्त नजदीक होने के कारण पोस्टमार्टम की कार्यवाही नहीं की गई। शव की सुरक्षा के समुचित उपाय किए गए। अपराधी की खोज के लिए रात्रि गश्त तथा मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया। आज  16 फरवरी को मुखबिरी तंत्र की सूचना के आधार पर और स्निफर डॉग स्क्वायड की मदद से वन विभाग तथा पुलिस विभाग की टीम बनाकर सर्च वारंट जारी कर संभावित संदिग्ध अपराधी के घर छापा मारा गया। छापा में वन्यप्राणी अपराध में उपयोग हुई सामग्री प्राप्त हुई। संदिग्ध अपराधी से पूछताछ की जा रही है।  साथ ही पशु चिकित्सक- विशेषज्ञों की टीम के द्वारा पोस्टमार्टम की कार्यवाही की गई तथा एस.ओ.पी. का पालन करते हुए दाह संस्कार किया गया। पोस्टमार्टम तथा दाह संस्कार के समय मुख्य वन संरक्षकदुर्ग वन वृत्तदुर्ग मौके पर उपलब्ध थे। मृतक वन्य प्राणी मादा तेंदुआ का सैंपल कलेक्शन फॉरेंसिक लैबोरेट्री में पुष्टि के लिए भेजने हेतु किया गया। वन्य प्राणी मादा तेंदुआ के शिकार के संबंध में संदिग्ध अपराधी तथा उनके बताऐ साक्ष्य के आधार पर अन्य अपराधियों से संबंधित पतासाजी वन विभाग की टीम द्वारा की जा रही है। मृतक वन्य प्राणी मादा तेंदुआ जो शेड्यूल 1, वन्य  प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972, में आता हैके अवैध शिकार में संलिप्त संदिग्ध अपराधी को पकड़ने में पुलिस-वन अमलामुखबिर तंत्र तथा स्निफर डॉग की मदद से तत्परता से कार्यवाही करते हुए अंजाम दिया गया।