भिलाई। असल बात न्यूज़। वेतन समझौते की बैठक शुरू में सीटू से तपन सेन , ललित मिश्र, विश्वरूप ,एस पी डे, जोगाराव। इंटक से संजीव रेड्डी ,एस के...
भिलाई। असल बात न्यूज़।
वेतन समझौते की बैठक शुरू में सीटू से तपन सेन , ललित मिश्र, विश्वरूप ,एस पी डे, जोगाराव। इंटक से संजीव रेड्डी ,एस के बघेल,वंशबहादुर सिंह, एटक से रामाश्रय सिंह, डी.आदी नारायण, विनोद कुमार सिंह, एच एम एस से संजय वाधवकर, बीएमएस से डीके पांडे हिमांशु बाल उपस्थित थे।
बैठक शुरू होते ही सीटू की ओर से स्पष्ट रूप से इस बात को रखा गया कि-
सीटू 2017 में दिए गए मांग पत्र के अनुसार 5 वर्षीय वेतन समझौता एवं 30 % एमजीबी की मांग पर कायम है ।
अन्य यूनियनों ने भी 5 वर्षीय वेतन समझौता अवधि तथा 30% या उससे ऊपर एमजीबी की मांग अपने मांग पत्र में किया है ।
सीटू की ओर से यह भी कहा गया कि ठेका श्रमिकों का समझौता भी एक साथ करना होगा क्योंकि वह उत्पादन का एक अपरिहार्य हिस्सा बन गए हैं और कोरोना वायरस महामारी संकटकाल में उन्होंने संयंत्र के उत्पादन को बनाए रखने में अपना अमूल्य योगदान दिया है ।
पिछले समझौता के बकाया मुद्दों के निराकरण ना होने से, जैसे सेवाकाल में प्रशिक्षण अवधि को जोड़कर पदोन्नति दिए जाने के लाभ को 2003 से लागू करना, एचआरए के मुद्दे का अब तक निराकरण नहीं होने से यह स्पष्ट है कि प्रबंधन वेतन समझौता के प्रति कितना गंभीर है ।
पिछले वेतन समझौता में जिन मुद्दों पर सहमति बनीबनी, उसमें किसी भी तरह की कटौती स्वीकार नहीं है जैसे प्रबंधन ने घाटे के वर्षों में पेंशन में दिए जाने वाले अनुदान को 6% से घटाकर 2% कर दिया।
ब्रेक के बाद प्रबंधन ने दिया package के रूप में प्रस्ताव दिया।
प्रबंधन द्वारा दिए गए प्रस्ताव के मुख्य अंश
वेतन बढ़ोतरी के लिए कुल आवंटन 1000 करोड़ रुपए
अधिकारियों के लिए आवंटन राशि 350 करोड़ रूपए
कर्मचारियों के लिए आवंटन राशि 650 करोड़ रूपए
पहला विकल्प
MGB-5% ;
Variable perks- 6%
Fixed perks - 20%
दूसरा विकल्प
MGB-10% ;
Variable perks- 6%
Fixed perks - 10%
किस्तों में होगा एरियर्स का भुगतान
1 अप्रैल 2020 से होगा एरियर्स का भुगतान। वित्तीय स्थिति सुधरने पर बकाया 39 महीने (1 जनवरी 2017 से 31 मार्च 2020) में आने पर
यूनियनों की संयुक्त बैठक में बनी रणनीति
इंटक की ओर से संजीवा रेड्डी जी ने कहा कि प्रबंधन के प्रस्ताव पर कर्मियों से ले लेंगे फीडबैक उसके बाद फिर बैठेंगे और बनाएंगे संयुक्त रणनीति।
5 वर्षीय वेतन समझौते की मांग पर कायम है सीटू
सीटू की ओर से का. तपन सेन ने कहा कि सीटू 5 वर्षीय वेतन समझौते की मांग पर कायम है और इसलिए 10 वर्षीय वेतन समझौता अवधि पर आधारित प्रबंधन के प्रस्ताव से हम सहमत नहीं हैं। और जब हम असहमत होंगे तो हम एक्शन पर भी जाएंगे ।
असहमति पर बनी सहमति
सीटू की असहमति पर इंटक के संजीवा रेड्डी सहित सभी यूनियनों ने कहा कि उन्हें असहमत होने का भी अधिकार है और असहमति के आधार पर संघर्ष पर जाने का भी अधिकार है। किंतु श्रमिकों के हित में सेल स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक सभी मुद्दों पर हमारी एकता कायम रहेगी।
बीएमएस नेता श्री डीके पांडे ने कहा कि वह भी 5 वर्षीय वेतन समझौता के पक्ष में है किंतु अब जब 4 वर्ष बीत चुका है इसलिए हम 10 वर्ष के लिए तैयार है । अगली बैठक 16 मार्च को होगी ।