0 रायपुर। असल बात न्यूज़। 0 विशेष प्रतिनिधि। राजधानी रायपुर में जिस हेलीकॉप्टर में विवाहित जोड़ों के द्वारा फोटो शूट करने का प्रकरण सामने ...
0 रायपुर। असल बात न्यूज़।
0 विशेष प्रतिनिधि।
राजधानी रायपुर में जिस हेलीकॉप्टर में विवाहित जोड़ों के द्वारा फोटो शूट करने का प्रकरण सामने आया है वह सरकारी है। मुख्यमंत्री समेत तमाम वीआईपी उसमें आना- जाना करते हैं। वहां तक बिना अनुमति के पहुंच पाना नामुमकिन के जैसा है। वहां चारों तरफ कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रहती है सुरक्षा बल के जवान 24 घंटे तैनात रहते हैं। ऐसे सुरक्षा वाले प्रतिबंधित इलाके में किसी के भी पहुंच जाने से सुरक्षा व्यवस्था के समक्ष बड़ा खतरा पैदा हो सकता है। देश में संरक्षित क्षेत्र, कड़ी सुरक्षा व्यवस्था क्षेत्रों में अनाधिकृत तत्वों के घुस जाने और फिर वहां जानलेवा हादसे होने की घटनाएं होती रही है इसलिए इस घटना ने तरह-तरह की चिंता पैदा कर दी है।
एक बात यह मान भी ली जाए कि यह सिर्फ फोटोशूट का मामला है। इससे सुरक्षा व्यवस्था के समझ खतरा नहीं पैदा हो रहा था। लेकिन सवाल है कि ऐसे संरक्षित क्षेत्र में किसी को भी प्रवेश की अनुमति कैसे दी जा सकती है? फोटोशूट की अनुमति कैसे दी जा सकती है? मामले में यह बात सामने आ रही है कि उस दौरान उसे सुरक्षित, सुरक्षा व्यवस्था ने क्षेत्र में 10 से 15 लोगों ने प्रवेश किया। यह स्टेट हैंगर की संरक्षित जगह है। इस सुरक्षित स्थान पर स्टेट हेलीकॉप्टर AW 100 power elite खड़े किया जाता है। उस हेलीकॉप्टर को बकायदा खुलवा कर उसमें बैठकर फोटो शूट करवाया गया। ऐसी भी खबर है कि इस दौरान यहां कम से कम 10 लोग यहां उपस्थित हुए थे। यह भी खबर है कि स्टेट हैंगर के ऑफिस का उक्त लोगों के द्वारा चेंजिंग रूम के रूप में इस्तेमाल किया गया। ऐसी घटना स्वभाविक तौर पर दिल को झकझोर कर रख देने वाली है। वहां सैकड़ों फोटो शूट किए गए तथा वीडियो बनाया गया।यह सबको मालूम है कि उस संरक्षित क्षेत्र में एक आम आदमी दूर से भी फोटो खींचने की कोशिश करता है तो उसे किस तरह से कानून के कटघरे में खड़े कर दिया जाता है। इससे कुल मिलाकर ऐसा प्रतीत होता है कि यह सब कुछ बहुत लोगों की सहमति से हुआ। कांग्रेस इस मामले को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की सुरक्षा में चूक, सेंध के रूप में देख रही है।
सुरक्षा में चूक, खामियों से कई तरह की समस्याएं पैदा होती रही है। अराजक तत्व देश विरोधी तत्व ऐसी ही चूक, खामियों का फायदा उठाते रहे हैं। हर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर प्रतिदिन गांजा, अवैध दारू पहुंच जा रहे हैं वह सब कहीं ना कहीं के चुक के ही परिणाम है। जंगल क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर बारूद, घातक हथियार, बंदूक राकेट लांचर ऐसे ही चूक के परिणाम स्वरूप ही पहुंच जाते हैं।सुरक्षा व्यवस्था में चूक होने के कारण है कि अपने नेताओं की जान चली गई है। लेकिन इस कर्तव्य की जिन्हें जिम्मेदारियां जिनके पास होती है वह चेतते नहीं। चूक होते रहती है और उसके दुष्परिणाम भोगे जाते रहते हैं। समय बीतता है तो इनको भुला दिया जाता है और उससे कुछ सीख नहीं ली जाती। कोई है नहीं सोचता कि ऐसे थोड़ी सी चूक से देश को, समाज को, सुरक्षा व्यवस्था को कितना नुकसान उठाना पड़ सकता है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अभी लगातार इसी हेलीकॉप्टर से विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। पूरी कांग्रेस पार्टी, सरकारी हेलीकॉप्टर में वीडियो फोटोशूट कराने के मामले में काफी केवल बुखार हो गई है। कांग्रेस के नेताओं ने साफ आरोप लगाते हुए कहा है कि यह पूरी घटना मुख्यमंत्री के सुरक्षा में चूक, सेंध लगाने का मामला है। यह पूरा मामला बड़ी गहरी साजिश हो सकती है। इसकी उच्च स्तरीय जांच कराई जानी चाहिए। पार्टी ने इस पूरी घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। फिलहाल इस मामले में विमानन संचालनालय ने राज्य के विमान चालक को निलंबित कर दिया है तथा मामले में जांच की जा रही है।