भिलाई असल बात न्यूज। स्वामी श्री स्वरूपानंद महाविद्यालय के प्रबंधन विभाग ने ग्रामीण उद्यमिता विकास केन्द्र, भारत सरकार के संयुक्त तत्वाधान...
भिलाई असल बात न्यूज।
स्वामी श्री स्वरूपानंद महाविद्यालय के प्रबंधन विभाग ने ग्रामीण उद्यमिता विकास केन्द्र, भारत सरकार के संयुक्त तत्वाधान में बीबीए विद्यार्थियों के लिए महाविद्यालयीन स्तर पर बिजनेस प्लान कम्पीटिशन का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में सैध्दांतिक शिक्षा के साथ व्यावहारिक शिक्षा देना है।
कार्यक्रम की सयोजिका श्रीमती आरती गुप्ता ने कहा कि यह एक ऐसी प्रतियोगिता है जो विद्यार्थियों को पढ़ाई के बाद उद्यमी बनने में मदद करता है। बिजनेस प्लान कंपीटिशन एक रोडमैप की तरह है जो बिजनेस के आबजेक्टिव, स्ट्रैटजीस, फाइनेंनसियल फोरकास्ट, कस्टमर, प्रोडक्ट आदि के बारे में बताता है। इस प्रतियोगिता में ग्यारह विद्यार्थियों ने भाग लिया।
महाविद्यालय के सीओओं डाॅ. दीपक शर्मा ने छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि सरकार की ऐसी योजना से विद्यार्थियों के कौशल विकास बेहतर प्लेटफार्म मिलता है और वह अपने कौशल का प्रदर्शन कर सफल उद्यमी बन सकते है।
प्राचार्य डा. हंसा शुक्ला ने प्रबंधन विभाग की सराहना करते हुये कहा इस प्रकार के आयोजन से विद्यार्थियों का आत्मविश्वास व मनोबल बढता है, आज विद्यार्थियों द्वारा दिया गया बिजनेस प्लान भविष्य में इन्हे सफल उद्यमी बनाने में सहायक होता है।
प्रतियोगित मे प्रथम स्थान प्राप्त बी.बी.ए. प्रथम सेमेस्टर के प्रणव साहू ने आनलाईन बी टू बी वेब पोर्टल प्रोडक्ट के आइडिया पर अपनी प्रस्तुति दी। इन्होने अपने बिजनेस प्लान में इंडस्ट्री और कस्टमर को एक पोर्टल में जोड़कर आवश्यकतानुसर कंसल्टेंसी उपलब्ध कराने की बात कही। आज के तेजी से बदलते तकनीकी क्रांति युग में इस तरह के आनलाईन बिजनेस आइडिया के महत्व को रेखांकित किया।
द्वितीय स्थान पर रही पूजा सिंग, बी.बी.ए. तृतीय सेमेस्टर ने अपने प्रजेंटेशन में एक ऐसे ब्रेसलेट के निर्माण का विचार प्रस्तुत किया जो पावर जनरेटर की तरह काम करता है और वह सनलाईट एवं मानव हृदय की धड़कन से भी चार्ज हो जाता है।
तृतीय स्थान पर रहे हर्ष जैन, बी.बी.ए. तृतीय सेमेस्टर का विशय था ‘‘डब्बा वाला आन व्हील्स’’ उन्होने अपने बिजनेस प्लान में बताया पढ़ने एंव नौकरी के लिये व्यक्ति एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाता है तब उन्हे खाने के लिये अनेक दिक्कतों का समाना करना पड़ता है ऐसे में डिब्बावाला आन विल्स उन्हें घर जैसे खाना उपलब्ध कराता है।
कार्यक्रम को सफल बनाने में श्रीमती खूशबू पाठक सहायक प्राध्यापिका प्रबंधन का विशेष योगदान रहा।