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पाटन society से धान का उठाव पिछले 21 दिनों से ना के बराबर

  पाटन, दुर्ग। असल बात न्यूज़। राज्य में प्रति किसानों का धान की खरीदी  पूर्ण हो गई है। किसानों को धान खरीद लिया गया है और अब उन्हें भुगतान ...

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 पाटन, दुर्ग। असल बात न्यूज़।

राज्य में प्रति किसानों का धान की खरीदी  पूर्ण हो गई है। किसानों को धान खरीद लिया गया है और अब उन्हें भुगतान किया जा रहा है। इधर धान का उठाव नहीं होने से सोसायतियो के समक्ष  दिक्कत पैदा होने लगी है। जानकारी मिली है कि कई-कई सोसाइटी से पिछले 20 -21 दिनों से धान का उठाव ना के बराबर हो रहा है। धान के उठाव  में जितनी देरी होगी सोसायटियो को उतने अधिक सूखे के नुकसान का सामना करना पड़ेगा।

धान की पूरी खरीदी हो जाने से किसानों  की दिक्कत  तो खत्म हो गई हैं।किसानों को या पूरा धान न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा गया है और उन्हें राजीव गांधी किसान  न्याय  योजना का अतिरिक्त पैसा भी मिलेगा। लेकिन अभी दिक्कत सोसाइटी वालों को हो रही है। वहां धान जाम हो गया है। धान का उठाव नहीं हो रहा है।सोसाइटी में धान पड़े रहने से कई तरह की दिक्कतें पैदा हो जाती है। अब दिन में तेज धूप निकल रही है जिससे धान के तेजी से सूखने की भी आशंका  है। दूसरी तरफ बस्ती इलाकों में चूहों की संख्या काफी अधिक होती है और इन धान को चूहों के द्वारा भी  कुतरे जाने, नुकसान पहुंचाए जाने की आशंका है। सोसायटियो को धाम के रखरखाव , सहित अन्य कार्यों के लिए नाम मात्र की राशि मिलती है। सोसाइटी को राज्य सरकार की ओर से प्रति क्विंटल ₹12रुपए   दिया जाता है। इसमें तोलाई, सिलाई, छल्ली, बोरा छपाई और भराई  इत्यादि का खर्च शामिल है। इसी राशि में से जो सुख त होगा उसे भी एडजस्ट करना पड़ता है।

पाटन सोसाइटी में 975 किसान पंजीकृत हैं जिनमें से 918 किसानों ने अपना धान बेचा है। यहां इस सीजन में लगभग 39 हजार 500 क्विंटल धान की खरीदी की गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इसमें से लगभग 20 हजार क्विंटल धान यहां अभी भी जाम है। सोसाइटी के स्थानीय प्रबंधक ने इस बारे में जानकारी देते हुए हमें बताया कि पिछले 15 दिनों से धान का उठाव ना के बराबर हो रहा है। 1,2 गाड़ी आती है जिससे ही धान का उठाव हो रहा है।उल्लेखनीय है कि पूरे प्रदेश में कई स्थानों पर धान का उठाने नहीं होने की शिकायतें आ रही हैं। विभिन्न सोसायटियो के द्वारा धान के उठाव के लिए जिले के प्रबंधकों को पत्र लिखा गया है।