दुर्ग। असल बात न्यूज़। राज्य के स्कूलों में लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम में स्कूल कोऑर्डिनेटर्स का काम कर रहे लोगों को पिछले 10 महीने से पेम...
दुर्ग। असल बात न्यूज़।
राज्य के स्कूलों में लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम में स्कूल कोऑर्डिनेटर्स का काम कर रहे लोगों को पिछले 10 महीने से पेमेंट नहीं मिल रही है। वेतन की मांग को लेकर ये स्कूल कोऑर्डिनेटर, अब शासन- प्रशासन के खिलाफ आंदोलन का मूड बना रहे हैं। इन्होंने सांसद विजय बघेल, स्कूल शिक्षा मंत्री डॉक्टर प्रेमसाय सिंह टेकाम सहित शासन प्रशासन के तमाम वरिष्ठ अधिकारियो से मुलाकात कर उन्हें अपनी समस्या से अवगत कराया है तथा उसके निराकरण का आग्रह किया है।
यह स्कूल कोऑर्डिनेटर , छत्तीसगढ़ स्कूल कोआर्डिनेटर कल्याण संघ के बैनर तले अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए संघर्ष कर रहे हैं। संघ के प्रदेश अधक्ष विजय वर्मा ने बताया कि राज्य में पिछले साल से 1246 स्कूल कोऑर्डिनेटर, हाई स्कूल तथा हायर सेकेंडरी स्कूल में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। आई सीटी project डी जी दुनिया के नाम से स्कूलों में चल रही कंप्यूटर ट्रेनिंग की योजना में ये कोआर्डिनेटर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
इन coordinator सेस्कूलों की नौवी से 12वीं तक की कक्षाओं के पाठ्यक्रम को कंप्यूटर में अपलोड करने, टीचर्स तथा स्टूडेंट को कंप्यूटर चलाना सिखा ना इत्यादि काम लिया जाता है। इस तरह से सॉफ्टवेयर के माध्यम से डिजिटल एजुकेशन को बढ़ावा दिया जा रहा है। टीचर्स के द्वारा नए सॉफ्टवेयर डिवेलप किए जाने पर उस प्रोग्रामिंग को भी यह कंप्यूटर में अपलोड करते हैं।
प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि उन्हें 1 वर्ष के लिए अनुबंध पर नियुक्ति दी गई थी। परंतु 22 मार्च के पश्चात से लॉकडाउन का हवाला देकर उनका वेतन रोक दिया गया। पिछले 10 महीने से उन्हें वेतन नहीं मिला है। वेतन नहीं मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति बदतर हो गई है।