भिलाई। असल बात न्यूज। स्वामी श्री स्वरूपांनद सरस्वती महाविद्यालय, हुडको भिलाई के हेल्दी प्रेक्टिस सेल द्वारा विश्व कविता दिवस के उपलक्ष...
भिलाई। असल बात न्यूज।
स्वामी श्री स्वरूपांनद सरस्वती महाविद्यालय, हुडको भिलाई के हेल्दी प्रेक्टिस सेल द्वारा विश्व कविता दिवस के उपलक्ष्य पर आनलाईन कविता लेखन एवं आनलाईन कविता पाठ का आयोजन किया गया जिसमें महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभागिता दर्ज कराई। इस कार्यक्रम को कराने का उद्देश्य विद्यार्थी को साहित्य से जोड़ना एवं अपने विचारों एवं भावनाओ को कविता के माध्यम से प्रस्तुत करना था।
महाविद्यालय के सीओओ डा. दीपक शर्मा ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि विद्यार्थियों में इस तरह के कार्यक्रम से उनमें साहित्य की अनुभूति जागृत होती है!
प्राचार्या डा. हंसा शुक्ला ने कहा कि वर्तमान समय में बच्चों की साहित्य के प्रति रूचि कम हो रही है अतः विद्यार्थी अपनी भावनाओ को कविता के माध्यम से व्यक्त करे और साहित्य से जुड़े!
कार्यक्रम संयोजिका डा. रचना पाण्डेय ने कहा कि विष्व कविता दिवस मनाने का उद्देश्य कविताओं का प्रचार-प्रसार करना है। नए लेखको को प्रोत्साहित करना है। विद्यार्थी अपनी प्रतिक्रिया कविता के माध्यम से साझा करते है एवं साहित्यिक अनुभव को बताते है। इस दिन पुराने कवियों की कविताओं को याद करते हुए उन्हें सम्मानित भी किया जाता है।
कवितावाचन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त शिखा सोनी बीएड प्रथम सेमेस्टर ने अपनी कविता में शिक्षक की भूमिका का वर्णन करते हुए मार्ग मार्गदर्शक के रूप में बताया एवं द्वितीय स्थान प्राप्त भारतीय चंद्राकर बीएड तृतीय सेमेस्टर ने अपनी कविता में महाभारत का बहुत सुन्दर उल्लेख किया है तृतीय स्थान प्राप्त हर्षा साहू बीएड तृतीय सेमेस्टर ने अपनी कविता में बेटियों के बचपन की किलकारियों एवं अपनी साहिलियो की साथ बिताये खेलो का वर्णन किया है!
कविता लेखन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त श्याम सुन्दर पटनायक एम् एड प्रथम सेमेस्टर ने अपने कविता का विषय शिक्षा एक अनमोल रत्न है में शिक्षा के बारे में वर्णन किया है
शिक्षा एक अनमोल रत्न है गली गली लगाओ नारा!
एक साथ सब मिलजुलकर बोलो शिक्षा का जयकारा
शिक्षा से ही जमीर जगता शिक्षा से अज्ञान भागता
जब शिक्षित होगा नर.नारी तभी मिटेगी दिक्कत सारी!!
द्वितीय स्थान प्राप्त टिकेन्द्र साहू ;एम् एड तृतीय सेमेस्टर ने अपनी कविता तुम चलना सीखो में जीवन के कठिन रास्तो के बारे में लिखा है
जीवन के दुर्लभ पथ पर तुम संभल.संभल कर चलना
एक सुन्दर कली हो तुम खिलने से पहले न मुरझाओ
एक सरस मधुर फल बनो सुखी पत्ती सी न बिखर जाओ!!
विद्यार्थी द्वारा भेजी गई कविताओं के निर्णय के लिए निर्णायक के रुप में डा.निहारिका देवांगन विभागाध्यक्ष वनस्पति विज्ञान एवं डा. रजनी मुदलियार विभागाध्यक्ष रसायन विज्ञान उपस्थित हुये। निर्णायकों के अनुसार
कविता लेखन प्रतियोगिता में प्रथमः- श्याम सुंदर पटनायक - एम.एड. प्रथम सेमेस्टर, द्वितीयः- टिकेन्द्र साहू - एम.एड.तृतीय सेमेस्टर
कविता पाठन प्रतियोगिता मे प्रथमः- शिखा सोनी - बी.एड.प्रथम सेमेस्टर - द्वितीयः- भारतीय चंद्राकर - बी.एड. तृतीय सेमेस्टर तृतीयः- हर्शा साहू - बी.एड.प्रथम सेमेस्टर - सांत्वनाः- पृथ्वीसिंग राजपूत - बी.ए.प्रथम वर्ष !
कार्यक्रम को सफल बनाने में महाविद्यालय के सभी प्राधयापको ने सहयोग प्रदान किया!