भिलाई। असल बात न्यूज। स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय के हेल्दी प्रेक्टिस सेल द्वारा होली के उत्सव पर बाजार से गुलाल ना खरीदकर ...
भिलाई। असल बात न्यूज।
स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय के हेल्दी प्रेक्टिस सेल द्वारा होली के उत्सव पर बाजार से गुलाल ना खरीदकर घर पर ही हर्बल गुलाल बनाकर आप एक कदम उद्यमिता की ओर बढ़ा सकते है और केमिकल मुक्त गुलाल बना सकते है इन्ही सब बातों को ध्यान में रखते हुए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें प्रशिक्षणकर्ता के रूप में अंचल के सुप्रसिध्द कलाकार चित्रकार श्रीमती रोहिणी पाटणकर उपस्थित थी जिन्होने विभिन्न सामग्रियों से गुलाल बनाना बताया जिसमे फूलों ,सब्जियों, खाने के रंगो, नील से, अरारोट पावडर, कार्नफ्लोर चावल का आटा व बेसन से रंग बनाने की विधि बताई एवं गुलाल को सुगंधित करने हेतु गुलाब जल इत्र टेल्कम पावडर का उपयोग बताया व हर्बल गुलाल बनाकर आप उपहार स्वरूप भेंट में दे सकते है इस कार्यशाला से विद्यार्थियों और प्राध्यापकों को घर में उपलब्ध समान से रंग बनाने की विधि सीखने को मिली।प्रशिक्षिक पाटणकर ने बताया- नीला रंग का गुलाल बनाने के लिए आप कार्न फ्लोर व कपडे में लगाने वाला नील का उपयोग कर सकते है इस प्रकार अलग-अलग रंग बनाने के विधि बताई गयी। लाल रंग की गुलाल बनाने के लिए चुकंदर को किस कर उसे धूप में सूखा कर सुखने के बाद इसे पीसकर लाल गुलाल बना सकते है।
महाविद्यालय के सीओओ डॉ. दीपक शर्मा ने बधाई देते हुए कहा कि आज कोरोना महामारी में जब हमें अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की बात कही जा रही है तो हर्बल गुलाल बनाने की कार्यशाला में केमिकल गुलाल बनाकर हम अपने स्वास्थय सुरक्षा की ओर एक कदम और बढ़ा सकते है।
प्राचार्य डॉ हंसा शुक्ला ने कहा कि होली का त्यौहार रंगो का त्यौहार है और कुछ लोगो को इन रोगो से एलर्जी की समस्या होती है जिसकी वजह से वे होली नही खेल पाते है। इन सब परेशानियों से छुटकारा दिलाने के लिए हर्बल गुलाल की जानकारी देने हेतु इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है जो हमे रासायनिक धातुओं के इस्तेमाल से छुटकारा दिला सकता है।
कार्यक्रम प्रभारी डॉ. रचना पाण्डेय सहायक प्राघ्यापक शिक्षा ने कहा कि हर्बल रंग से इकोफ्रेंडली होली बनाने की महिलाओं द्वारा जो पहल की गई वह होली को सुखद और सुरक्षित बना दिया है। इनके बनाए रंग लोगो के जीवन में रंग घोल रही है वो भी बिना किसी नुकसान। इस कार्यशाला से हम सभी को लाभ प्राप्त होगा और स्वावलंबन की राह दिशा देगा।