Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

Automatic Slideshow


कौही लिफ्ट इरीगेशन योजना पर काम तेजी से, योजना के पूरे होने पर नौ गाँवों को खरीफ और रबी फसल के लिए 2500 हेक्टेयर क्षेत्र में मिल सकेगा पानी

  1500 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई के लिए तैयार की गई थी कौही लिफ्ट इरीगेशन योजना, केवल 200 हेक्टेयर में होती थी सिंचाई, 2500 हेक्टेयर क्ष...

Also Read

 

1500 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई के लिए तैयार की गई थी कौही लिफ्ट इरीगेशन योजना, केवल 200 हेक्टेयर में होती थी सिंचाई, 2500 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई के लिए किया जा रहा अपग्रेड

दुर्ग । असल बात न्यूज़।

दुर्ग जिले के पाटन विकासखंड के ग्राम कौही में लिफ्ट इरीगेशन योजना को अब पूरी क्षमता के साथ शुरूूूू करने की तैयारी की जा रही है। यह सिंचाई योजना 1500 हेक्टेयर में सिंचाई के लिए लगभग 34 साल पहले शुरूूू की गई थी लेकिन इससे सिर्फ  200 हेक्टेयर में ही सिंचाई पाती थी।  अब इसे पूरी क्षमताा के साथ शुरू किया जाएगा

 मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने जिले में सिंचाई का दायरा बढ़ाने लिफ्ट इरीगेशन योजनाओं को संजीवनी प्रदान करने निर्देश दिये हैं। इसके बाद जिले में तेजी से लिफ्ट इरीगेशन योजनाओं के जीर्णोद्धार का कार्य आरंभ हुआ है। ग्राम कौही में लिफ्ट इरीगेशन योजना इसी क्रम में विकसित की जा रही है। 1986 में यह योजना आरंभ हुई थी और उस समय इसका उद्देश्य 1500 हेक्टेयर में सिंचाई के लिए था। जीर्णोद्धार की दरकार में लिफ्ट इरीगेशन अपनी पूरी क्षमता से काम नहीं कर सकी और केवल कौही गाँव में 200 हेक्टेयर में ही सिंचाई हो पाती थी। अब इसे पुनः संजीवनी दी जा रही है। जीर्णोद्धार पूरा होने के बाद यहाँ 2500 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो सकेगी। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने आज इस योजना की प्रगति का निरीक्षण किया।

 जलसंसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता  सुरेश पांडे ने बताया कि इस योजना से नौ गाँवों में सिचाई हो सकेगी। इन गाँवों में कौही, बोरेंदा, जरवाय, केसरा, खम्हरिया, डंगनिया, तरीघाट, सोनपुर एवं सिपकोना शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इसके लिए 4 करोड़ 33 लाख रुपए शासन द्वारा स्वीकृत किये गए थे। इसमें पांच वीटी पंपों के साथ ही इंटेक वेल, पंप हाउस बनाने का एवं संपूर्ण नहर प्रणाली का लाइनिंग कार्य शामिल है। कार्यपालन अभियंता ने बताया कि इस योजना के माध्यम से खरीफ में तो खेती होगी ही, रबी फसल के लिए भी पानी दे पाना संभव होगा। कलेक्टर ने तय समय में निर्माण कार्य पूरा करने के निर्देश दिये ताकि इसका जल्द से जल्द लाभ ग्रामीणों को मिल सके। इस दौरान  अशोक साहू उपाध्यक्ष जिला पंचायत दुर्ग, मुख्यमंत्री के ओएसडी  आशीष वर्मा और एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।