रायपुर, दुर्ग, भिलाई, बिलासपुर। असल बात न्यूज़। ताजा आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य में कोरोना के संक्रमण के फैलाव का रुख अब गिरावट की ...
रायपुर, दुर्ग, भिलाई, बिलासपुर। असल बात न्यूज़।
ताजा आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ राज्य में कोरोना के संक्रमण के फैलाव का रुख अब गिरावट की ओर नजर आने लगा है। कहा जा सकता है कि लॉकडाउन काफी काम आया है। कोरोना वायरस के संक्रमण से आम लोगों की जिंदगी बचाने के काम आया है । इसमें आम लोगों को सजगता, जागरूकता और कड़े संकल्प की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। लॉकडाउन के दौरान लोगों ने घरों से एक तरह से बिल्कुल बाहर नहीं निकलने का संकल्प कर लिया था और बहुत अधिक सख्ती नजर नहीं आने के बावजूद आम लोग घरों से बाहर बिल्कुल नहीं निकल रहे थे। हालांकि राज्य के कुछ जिलो में कोरोना के संक्रमण के नियंत्रण के लिए अभी भी बहुत कुछ करने की जरूरत है। पूरे प्रदेश में कुल मिलाकर कोरोना के संक्रमण के फैलाव का पॉजिटिविटी रेट अभी भी 28% के आसपास बना हुआ है। बिलासपुर, कोरबा, जांजगीर चांपा, रायगढ़ जशपुर और कांकेर जैसे जिलों में कोरोना के संक्रमण के फैलाव की गति अभी भी तेज है।
अभी रायपुर जिले और दुर्ग जिले के निवासी राहत की सांस ले सकते हैं। कोरोना ने मार्च और अप्रैल महीने में यहां जिससे आतंक फैलाया है और उसे दहशत का माहौल निर्मित हुआ है वह अब मई महीने के शुरुआत के साथ कम होता नजर आ रहा है। इन दोनों जिलों में संक्रमण के फैलाव की गति काफी संभल गई नजर आने लगी है तो वही यहां कोरोना से होने वाली मौतों की संख्या भी काफी नीचे चली गई है। रायपुर जिले में आज पिछले 24 घंटे के दौरान सिर्फ 1011 नए संक्रमित मिले हैं तो वहीं दुर्ग जिले में यह संख्या और घटकर 794 हो गई है। 2 दिन पहले तक इन जिलों में 24 घंटों के भीतर 1500 से अधिक नए संक्रमित प्रतिदिन मिल रहे थे। अभी इस संख्या में काफी गिरावट आ गई है जोकि लोगों को काफी राहत देने वाली है।
राज्य के 12 जिलों में पिछले कई दिनों से लॉकडाउन लगातार जारी है। आगामी 6 मई को इस lockdown की अंतिम तारीख है और जिला प्रशासन को इसके पहले निर्णय लेना है कि यहां lockdown और आगे बढ़ाया जाए अथवा नहीं। वैसे लॉकडाउन से आम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और कई जिलों में lockdown की अवधि लगभग 1 महीने होने जा रही हैजिसके चलते लोगों के घरों में राशन और दैनिक जरूरत की दूसरी चीजें अब खत्म होने लगी है।
दुर्ग और रायपुर जिले में स्थिति नियंत्रण में नजर आने लगी है तो वही बिलासपुर कोरबा जांजगीर चांपा जसपुर और कांकेर के हालात अभी नियंत्रण में नहीं दिख रहे हैं ।
प्रदेश में अभी कुल एक्टिव केसेस की संख्या 1 लाख 20 हजार 365 पर बनी हुई है। वहीं आज 11 हजार 825 नए मामले सामने आए हैं।इनमें से कोरबा जिले में 8 हजार129, बिलासपुर जिले में 10 हजार198, जांजगीर-चांपा जिले में 8615, जसपुर जिले में 4 हजार 315, कांकेर जिले में 4 हजार 880 active cases हैं।इस तरह से देखा जाए तो नए जिलों में संक्रमितो की संख्या अधिक बढ़ रही है। चिंताजनक बात यह भी है कि इन् जिलों मे कोरोना के संक्रमण से मौतों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। कांकेर जैसे छोटे जिले में कोरोना से पिछले 2 महीने भीतर 50 से अधिक लोगों की जान चली गई है। जबकि जशपुर जिले में तो 70 से अधिक लोगों की मौत हो गई हैं। कोरबा जिले में 6 मार्च तक कोरोना के संक्रमण से 129 लोगों की जान गई थी जो कि अब तेजी से बढ़ कर सिर्फ 2 महीने में 377 पर पहुंच गई है। इस तरह से ऐसे जिलों में कोरोना के संक्रमण से मौतों की संख्या काफी बढ़ी है जो कि चिंताजनक है।
अभी इसबारे में रणनीति बनाई जा रही है कि ऐसे हालातों से आखिर किस तरह से निपटा जाए। कोरोना के संक्रमण से मौत के मामले में रायपुर जिले और दुर्ग जिले की हालत अत्यंत गंभीर और चिंताजनक है। पिछले 5 मार्च तक corona के संक्रमण की चपेट में आकर रायपुर जिले में 808 और दुर्ग जिले में 645 लोगों की जान गई थी। यहां के हालात 2 महीने में कितने गंभीर रहे हैं इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि दुर्ग जिला में आप कोरोना से मौत की संख्या 1 हजार417 पर पहुंच गई है और रायपुर जिले में तो यह संख्या 2 हजार481 से अधिक हो गई है। यानी कि 2 महीने से भी कम समय में दोगुने से अधिक लोगों की मौत।रायपुर जिले में मौतों का यह आंकड़ा तो 3 गुना से अधिक हो गया है।
अभी यहां आरोप-प्रत्यारोप लगाने का दौर नहीं है। इसकी जिम्मेदारी तय करने का समय नहीं कि इन मौतों के लिए कौन जिम्मेदार है। इस समय सिर्फ ऐसे प्रयास करने की जरूरत है ऐसा वातावरण निर्मित करने की जरूरत है कि आगे इन मौतों की संख्या लगातार कम होती जाए।