दुर्ग । असल बात न्यूज़। कोरोना के किसी भी प्रकार के लक्षण हों चाहे सर्दी-खांसी, बुखार, गले में खराश हो अथवा कम दिखने वाले लक्षण जैसे दस्त ...
दुर्ग । असल बात न्यूज़।
कोरोना के किसी भी प्रकार के लक्षण हों चाहे सर्दी-खांसी, बुखार, गले में खराश हो अथवा कम दिखने वाले लक्षण जैसे दस्त और थकान आदि भी तो जरूर सैंपल कराएं। कई बार दस्त जैसे लक्षण होने पर लोग इसे बिल्कुल अलग तरह का लक्षण मानते हैं जबकि कभी- कभी यह भी कोविड का लक्षण हो सकता है।
कोविड के लक्षण दिखने पर सबसे पहले टेस्ट कराना जरूरी है ताकि तुरंत दवा की खुराक शुरू हो जाए और कोविड से जल्द राहत मिल सके। टेस्ट कराने के बाद हो सकता है कि एंटीजन में निगेटिव हो और आरटीपीसीआर तथा ट्रूनाट की रिपोर्ट प्रतीक्षित हो। ऐसा होने पर अपने को आइसोलेट रखना है तथा दवाइयों के संबंध में चिकित्सक से परामर्श लेना है। एंटीजन रिपोर्ट पाजिटिव आने पर डाक्टर के परामर्श के मुताबिक कार्य करना है।
यदि लक्षण ज्यादा गंभीर न हो तो चिकित्सक घर में सुविधा होने पर होम आइसोलेशन की अनुमति दे देते हैं। होम आइसोलेशन की स्थिति में घर में पल्स आक्सीमीटर रखें। पल्स आक्सीमीटर में लगातार नजर रखें। यदि आक्सीजन का स्तर 93 से नीचे आ जाता है तो हास्पिटल में एडमिट होना चाहिए। जिले में सभी शासकीय कोविड हास्पिटल में पर्याप्त संख्या में आक्सीजन बेड्स उपलब्ध हैं। कोविड मरीजों के लिए गिरते हुए आक्सीजन की दशा में आक्सीजन बेड्स संजीवनी की तरह साबित होते हैं।
कोविड में घर में रहने वाले मरीजों को भाप लेनी चाहिए। साथ ही प्रोटीनयुक्त आहार भी करना चाहिए ताकि कोविड से लड़ने के लिए उचित खुराक शरीर को मिलती रहे। कोविड के अधिकांश मामलों में देखा गया है कि जो ज्यादा सजग रहते हैं उनकी रिकवरी की संभावना काफी बढ़ जाती है क्योंकि वे लगातार मेडिकल प्रोटोकाल के मुताबिक कार्य करते हैं।