नई दिल्ली, छत्तीसगढ़। असल बात न्यूज़। मार्च - अप्रैल महीने में जब, कोरोना वायरस के संक्रमण का फैलाव छत्तीसगढ़ में पीक पर था उस दौरान एक भी द...
नई दिल्ली, छत्तीसगढ़। असल बात न्यूज़।
मार्च - अप्रैल महीने में जब, कोरोना वायरस के संक्रमण का फैलाव छत्तीसगढ़ में पीक पर था उस दौरान एक भी दिन बारिश नहीं हुई थी। एक ही जैसा मौसम, तापमान यहां लगातार बना रहा, जिसे कोविड-19 के संक्रमण के फैलाव में सहायक माना जाता रहा है।उस दौरान यह कहा जाता रहा है कि बारिश हो गई होती, तो कोरोना के संक्रमण का फैलाव संभवत उस दौर में थम गया होता और यह आखिरकार, बारिश हुई तब ही जाकर थमा,नए संक्रमित मिलने कम हुए। लेकिन अब ऐसी धारणा बदल सकती हैं। असम, त्रिपुरा, मेघालय, केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, सिक्किम इत्यादि राज्यों में पिछले एक महीने से लगातार भारी बारिश हो रही है लेकिन इन राज्यों में कोरोना के संक्रमण का फैलाव बहुत तेजी से लगातार हो रहा है और कोरोना के संक्रमण की चपेट में आकर लोगों की बड़ी संख्या में जान जा रही है। ऐसे लग रहा है कि कोरोना के संक्रमण के फैलाव का बारिश, नमी, ठंड, गर्मी, तापमान, मौसम से कोई लेना देना नहीं है नहीं है।यह किसी की मौसम, किसी भी तापमान पर बढ़ सकता है, फैल सकता है। Covid-19 के virus का यह विचित्र और शोध करने लायक व्यवहार, चरित्र है कि वह किसी क्षेत्र में पहुंचता है, हजारों लोगों की जान ले लेता है उसके बाद उस स्थान को छोड़कर दूसरी जगह शिफ्ट हो जाता है। इस बिंदु को शोधकर्ताओं, स्वास्थ्य विशेषज्ञ, शासन प्रशासन और आम लोगों सभी को गंभीरता से लेना चाहिए। सामान्य भाषा में कहा जाए तो कोरोना वायरस को लगता है कि उसने एक जगह भारी हाहाकार मचा दिया है, तबाही मचा दी है, हजारों लोगों की जान ले ली है, ऐसे में उसे दूसरी जगह शिफ्ट हो जाना चाहिए, और वह दूसरे स्टेट में शिफ्ट हो जाता है। यह तो नहीं माना जा सकता कि कोई स्टेट बहुत बेहतर तरीके से lockdown और कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करता है इसलिए वहां कोरोना के संक्रमण का फैलाव थम जाता है। और दूसरा स्टेट कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं करता, वहां, लोग उसका पालन नहीं करते तो वहां कोरोना के संक्रमण का फैलाव बढ़ जाता है। कोई स्टेट अपनी बहादुरी और पीठ थपथपाने के लिए ऐसे दावे कर सकता है लेकिन व्यावहारिकता में ऐसा पॉसिबल नहीं है। ऐसा होता नहीं है। कोई स्टेट ना भी करें, राज्य ना भी करें आम लोगों को अपनी जिंदगी प्यारी है। बिना पहरे के lockdown सफल होता है। जिंदगी दांव पर लग गई हो तो आम लोग अपनी जान बचाने खुद भी आगे आते देखे गए हैं।इस हालत में लोग स्वयं होकर, सभी तरह के प्रोटोकाल का पालन करने लग जाते हैं।किसी भी राज्य के लोग हमेशा यही ही चाहेंगे कि किसी प्रोटोकॉल का पालन न करने से जन क्षति होती है तो उस प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन हो, और वे सब बिना किसी दबाव के उस प्रोटोकॉल का अनिवार्य रूप से पालन करने लगेंगे। प्रत्येक व्यक्ति, लोगों की जान बचाने के लिए प्रोटोकॉल का स्वयं होकर सख्ती से पालन करने लग जाता है। यह मानव स्वभाव है। इसे बदला नहीं जा सकता । सभ्य समाज में कोई नहीं चाहेगा कि कोई प्रोटोकॉल का पालन ना कर स्वयं या किसी और की जिंदगी को खतरे में डाले, ऐसे में हमें उस महत्वपूर्ण बिंदु कि कोरोना दूसरी जगह क्यों और कैसे शिफ्ट हो जाता है को काफी गंभीरता के साथ देखना होगा और इसके बारे में महत्वपूर्ण तथ्य को सामने लाना, उजागर करना और समझाना पड़ेगा।
कोरोना वायरस के प्रकार, उसकी खतरनाक शक्ति, ऑक्सीजन की कमी, चिकित्सकीय संसाधनों तथा उपकरणों की उपलब्धता, चिकित्सकों तथा frontline workers की सेवाएं, vaccination और vaccine पर लगातार काफी चर्चा होती रही हैं। एक राज्य में कोरोना के संक्रमण का फैलाव, थमने लगता है, नए संक्रमित मिलने की संख्या कम होने लगती है तो वह राहत की सांस लेने लग जाता है।पहली लहर, दूसरी लहर, और तीसरी लहर के आने की चर्चा होती है। लेकिन यह चर्चा कभी नहीं होती, इस पर शायद ही कभी गंभीरतापूर्वक ध्यान दिया गया है, शायद ही कभी गंभीरता पूर्वक विचार किया गया है कि किसी राज्य में आखिर संक्रमण का फैलाव क्यों और कैसे शुरू हुआ। और अगली लहर कहां से और क्यों आ जाएगी ? कोरोना वायरस के संक्रमण का फैलाव एक राज्य से दूसरे राज्य में कैसे शिफ्ट हो रहा है। दूसरी जगह क्यों शिफ्ट हो जाता है। किसी स्टेट राज्य के बारे में यह कहना बिल्कुल बेमानी होगा कि वहां कोरोना के संक्रमण के फैलाव की रोकथाम, बचाव और नियंत्रण के लिए पर्याप्त, समुचित उपाय नहीं किए गए हैं। वहां के लोग जागरूक नहीं हैं, कि वहां के लोग अपनी जिंदगी को सुरक्षित रखना नहीं चाहते, कि वहां के लोग अपनी जिंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। मनुष्य अपनी जान हर हालत में बचाना चाहता है, सुरक्षित रखना चाहता है। कोई नहीं कह सकता और इसके सबूत नहीं दे सकता कि लोगों ने अपनी जान बचाने में कही असावधानी बरती है।कोरोना वायरस के संक्रमण का फैलाव जिस तरह से होता है, जगह बदल देता है उससे वह अपने महामारी होने में संदेह पैदा करता है। पहले यह वायरस एक शहर से दूसरे शहर में जगह बदल देता है। फिर एक जिला से दूसरा जिला बदल देता है। और तो और हमारे देश भारत में ही दिख रहा है कि यह राज्य भी बदल दे रहा है। एक राज्य से दूसरे राज्य में शिफ्ट हो जाता है।ऐसे लगता है कि जैसे पहले वाला राज्य, उसे अब रास नहीं आ रहा है, पसंद नहीं आ रहा है वहां उसने बहुत अधिक लोगों की जान ले ली है, बहुत अधिक हाहाकार मचा दिया है और इसलिए वह दूसरे राज्य में शिफ्ट हो जाता है।किसी महामारी का ऐसा चरित्र, रूप, व्यवहार शायद ही कभी देखा गया होगा।
भारत ने प्रारंभ में वैश्विक वेरिएंट ऑफ कंसर्न (वीओसी)-अल्फा (बी.1.1.7), बीटा (बी.1.351) और गामा (पी.1) के प्रसार को रोकने पर ध्यान केंद्रित किया, क्योंकि ये वेरिएंट अधिक तेजी से फैलने वाले थे। इन वेरिएंट के प्रवेश की इंसाकॉग ने बड़ी सावधानीपूर्वक ट्रेकिंग की। इसके बाद इंसाकॉग प्रयोगशालाओं में किए गए संपूर्ण सीक्वेंसिंग विश्लेषण के आधार पर डेल्टा और डेल्टा प्लस वेरिएंट की पहचान की गई। नए variant की पहचान की गई है। ये variant और अत्यधिक खतरनाक मारक माने जा रहे हैं। नए वेरिएंट की पहचान के साथ-साथ यह भी अति आवश्यक है कि इनका फैलाव कैसे हो रहा है, यह एक शहर से दूसरे शहर, एक जिले से दूसरे जिले, एक राज्य से दूसरे राज्य तक कैसे पहुंच रहा है इस बारे में भी बहुत गंभीरता, बारीकी और तीव्रता से रिसर्च करने जरूरत है। हमने छत्तीसगढ़ में ही देखा है कि कोरोना की दूसरी लहर आई तो इसने पहले दुर्ग और रायपुर जिले में भारी तबाही मचाई। यहां काफी जानलेवा साबित हुआ। इसके बाद यह दूसरे जिलों शहरों की ओर बढ़ता गया। यह सिर्फ आम लोगों के आने-जाने, संक्रमित के आने-जाने की वजह से बढ़ गया, फैल गया कि इसकी कोई और वजह भी रही है।
असम: राज्य में बुधवार को कोविड-19 से 26 लोगों की मौत हो गई, जब 1,01,729 जाँच में से 2,289 नए मामलों का पता चला। दिन के दौरान राज्य में समग्र पॉजिटिव दर 2.25 प्रतिशत रही। रिकवरी रेट 94.64 फीसदी रहा।
मणिपुर: मणिपुर में 11 और मौतों के साथ राज्य में कोविड-19 के 760 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। 7,96,051 लोगों को टीकाकरण प्राप्त हुआ है। इसमें 88,867 लोग शामिल हैं जिन्होंने टीके की दूसरी खुराक प्राप्त की है।
मेघालय: मेघालय ने बुधवार को कोविड-19 के 354 नए मामले दर्ज किए गए, जबकि पिछले 24 घंटों में छह और लोगों ने संक्रमण के कारण दम तोड़ दिया। राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 4,229 है, जबकि मरने वालों की संख्या बढ़कर 886 हो गई है। पिछले 24 घंटों में 424 मरीज स्वस्थ हुए है जिससे राज्य में स्वस्थ होने वालों की संख्या 47,597 हो गई है।
नागालैंड: नागालैंड में बुधवार को 44 नए कोविड-19 मामले सामने आये और 2 मौतें हुईं। 105 मरीजों की स्वस्थ होने के साथ राज्य की दैनिक पॉजिटिव दर 4.54 प्रतिशत है।
सिक्किम: पिछले 24 घंटों में दो और मौतों के साथ सिक्किम में आज कोविड-19 से मरने वालों की संख्या 311 तक पहुंच गई है। राज्य में 170 और लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए जिससे राज्य में कोविड -19 के कुल 21,573 मामलों की पुष्टि हो चुकी है। मंगलवार को 993 नमूनों के परीक्षण से इन नए मामलों का पता चला, जिससे सिक्किम में दैनिक परीक्षण पाजिटिविटी दर 17.1 प्रतिशत हो गई। वर्तमान में, राज्य में 1,975 सक्रिय कोविड मामले हैं, जिनमें से केवल 77 अस्पताल में हैं।
त्रिपुरा: पिछले 24 घंटों में 2 मौतों के साथ कोविड-19 के 461 और पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, जिससे राज्य में कुल पॉजिटिव दर 5.97 प्रतिशत है। राज्य भर में कुल 26,42,385 लोगों को टीका लगाया गया, जिसमें 20,17,751 को पहली खुराक दी गई, जबकि दूसरी खुराक के साथ 6,24,634 लोगों को टीका लगाया गया।
गोवा: गोवा में बुधवार को 192 नए कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए और तीन लोगों की मौत हो गई, जिससे संक्रमितों की संख्या 1,68,015 हो गई और मरने वालों की संख्या 3,082 हो गई। दिन के दौरान कुल 196 रोगियों को छुट्टी दे दी गई, गोवा में अब तक ठीक होने वालों की संख्या 1,62,983 हो गई,है राज्य में 1,950 सक्रिय मामले हैं।
महाराष्ट्र: महाराष्ट्र ने बुधवार को 9,558 नए कोरोनोवायरस पॉजिटिव मामले और 147 मौतें दर्ज कीं गईं, जो कल से 24 कम हैं। राज्य में संक्रमित मरीजों की संख्या 61,22,893 और मौतों की संख्या 1,23,857 हो गई है। पिछले 24 घंटों में कुल 8,899 मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई, जिससे महाराष्ट्र में अब तक ठीक होने वालों की संख्या 58,81,167 हो गई है। राज्य में सक्रिय मामले अब 1,14,625 हो गए हैं।
गुजरात: लगभग चार महीने के अंतराल के बाद, बुधवार को गुजरात में कोविड -19 के कारण कोई मौत दर्ज नहीं की गई, जबकि 65 लोगों पॉजिटिव पाए गए, जिससे राज्य में पॉजिटिव लोगों की संख्या 8,24,029 हो गई है। गुजरात में पिछले 24 घंटों में कोविड -19 से किसी की मौत की सूचना नहीं मिली जिससे मरने वालों के आंकड़ों में कोई परिवर्तन नहीं हुआ और यह संख्या 10,072 रही। दिन के दौरान 289 रोगियों को छुट्टी दे दी गई। गुजरात में ठीक होने वाले मामलों की संख्या बढ़कर 8,11,988 हो गई। राज्य में अब 1,969 सक्रिय मामले हैं।
राजस्थान: राजस्थान में सक्रिय कोविड -19 मामले 1000 से नीचे गिर गए हैं। बुधवार को राजस्थान में कोविड-19 से जुड़ी कोई नई मौत दर्ज नहीं की गई। 51 नए मामलों ने राज्य में संक्रमण की संख्या को 9,52,887 तक बढ़ा दिया है। राजस्थान में महामारी से मरने वालों की संख्या 8,942 है। ताजा कोरोनावायरस मामलों में से सबसे अधिक 17 जयपुर से सामने आए। राजस्थान में कुल 9,43,010 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं और सक्रिय मामलों की संख्या 935 है।
मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश में बुधवार को 28 नए कोरोनोवायरस मामलों की सूचना मिली, जिसने इसके संक्रमण की संख्या को 7,90,070 तक पहुंचा दिया, जबकि 32 मरीज कोविड-19 से ठीक हो गए। पिछले 24 घंटों में दो और मौतों की सूचना के साथ राज्य में मरने वालों की संख्या बढ़कर 9,019 हो गई। मध्य प्रदेश में स्वस्थ होने वालों की संख्या 7,80,610 हो गई है। दिन के दौरान कुल 32 रोगियों को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई। राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 441 है। राज्य में अब तक 2 करोड़ 24 लाख से अधिक टीके लगाए जा चुके हैं।
छत्तीसगढ़: छत्तीसगढ़ में बुधवार को कोविड-19 के 330 नए मामले सामने आए और दो लोगों की मौत हो गई, जिससे संक्रमितों की कुल संख्या 9,96,689 हो गई और मरने वालों की संख्या 13,464 हो गई। दिन के दौरान 66 लोगों को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई और 249 अन्य लोगों ने होम आइसोलेशन पूरा कर लिया, जिसके बाद ठीक होने की संख्या बढ़कर 9,78,208 हो गई। राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 5,017 है। मंगलवार तक छत्तीसगढ़ में कोविड-19 के 1.03 करोड़ टीके लगाए जा चुके हैं।
केरल: केरल ने बुधवार को 15,600 नए कोविड-19 मामले और 11,629 मरीजों के ठीक होने की सूचना दी। राज्य में टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 10.36 फीसदी है। बुधवार को 148 कोविड-19 मौतों की भी पुष्टि हुई, इससे राज्य में मरने वालों की संख्या बढ़कर 14,108 हो गई। अब तक कुल 1,51,77,497 लोगों ने टीकाकरण किया गया है। इसमें से 1,13,76,402 ने पहली खुराक और 38,01,095 ने दूसरी खुराक ली।
तमिलनाडु: 11 जिलों में लगभग 63 फीसदी ताजा संक्रमण के मामलों की जानकारी : राज्य में 3,367 नए मामले दर्ज किए गए और 64 मौतें हुईं।
कर्नाटक: 07-07-2021 के लिए जारी राज्य सरकार के बुलेटिन के अनुसार, नए दर्ज किए गए मामले: 2,743; कुल सक्रिय मामले: 39,603; कोविड से नई मौतें: 75; कुल कोविड मौतें: 35,601; कल लगभग 2,08,439 टीकाकरण किए गए, राज्य में अब तक कुल 2,46,91,636 टीकाकरण किए जा चुके हैं।
आंध्र प्रदेश: राज्य में पिछले 24 घंटों के दौरान 83,885 नमूनों का परीक्षण करने के बाद 3166 नए कोविड -19 मामले दर्ज किए और 21 मौतें दर्ज हुई, जबकि 4019 मरीज स्वस्थ हुए। कुल मामले: 19,11,231; सक्रिय मामले: 32,356; डिस्चार्ज: 18,65,956; दर्ज मौतें: 12,919। राज्य में कल तक कोविड टीकों की कुल 1,66,76,871 खुराकें दी जा चुकी हैं, जिनमें 1,33,22,361 पहली खुराक और 33,54,510 दूसरी खुराक शामिल हैं।
तेलंगाना: राज्य में कल 772 नए मामले सामने आए और 7 लोगों की मौत हो गई, जिससे राज्य में कुल मामलों की संख्या 6,29,054 हो गई और मरने वालों की संख्या 3710 हो गई। राज्य में कोविड रोगियों के ठीक होने की दर राष्ट्रीय औसत 97.15 प्रतिशत के मुकाबले बढ़कर 97.58 प्रतिशत हो गई है। राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या अब 11,472 है।