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महात्मा गॉंधी राष्ट्रीय ग्रामीण शिक्षा परिषद्, भारत सरकार के द्वारा स्वच्छता कार्य योजना दुर्ग जिला का आयोजन

भिलाई । असल बात न्यूज। महात्मा गॉंधी नेशनल काउन्सिल ऑफ रूरल एजुकेशन, उच्च शिक्षा विभाग, शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा स्वच्छता कार्य योज...

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भिलाई । असल बात न्यूज।

महात्मा गॉंधी नेशनल काउन्सिल ऑफ रूरल एजुकेशन, उच्च शिक्षा विभाग, शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा स्वच्छता कार्य योजना एवं ‘वन डिसट्रिक्ट वन ग्रीन चेम्पियन’ अवार्ड दुर्ग जिले का आयोजन हेमचंद यादव विश्वविद्यालय दुर्ग के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दुर्ग कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भूरे, अध्यक्ष्ता डॉ. अरूणा पलटा कुलपति हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग तथा अतिविशिष्ट अतिथि डॉ. सी.एल. देवांगन कुलसचिव हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग, डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव, अधिष्ठाता छात्र कल्याण, हेमंचद यादव विश्विद्यालय दुर्ग, डॉ. आर.पी.अग्रवाल, कार्यक्रम समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना, हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग तथा हेमचंद यादव विश्विद्यालय से संबंधित प्राचार्य एवं प्राध्यापकगण उपस्थित थे।

श्री मनोज परमार, संयोजक स्वछता एक्शन प्लान महात्मा गॉंधी नेशनल काउन्सिल ऑफ रूरल एजुकेशन ने कार्यक्रम के उद्देश्यो पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्राकृतिक साधनों के स्थायी सदुपयोग हेतु शिक्षा संस्थाओ के माध्यम से युवाओं को जोड़ने के लिए वन डिसट्रिक्ट वन ग्रीन चेम्पियन अवार्ड का आयोजन किया गया इस अवार्ड हेतु संस्था का मूल्यांकन पॉच बिन्दओं- हरियाली, जल प्रबंधन, अपशिष्ट प्रबंधन, उर्जा प्रबंधन, स्वछता एवं आरोग्य के तहत किया गया। प्रत्येक महाविद्यालय में स्वच्छता कार्य योजना टीम का गठन किया जाना चाहिए इस टीम में शिक्षक एवं विद्यार्थी दोनो के द्वारा स्वछता एवं उपलब्ध संसाधनों के सदुपयोग हेतु अंवरत कार्य करना चाहिए ।

कार्यक्रम में स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला को वन डिसट्रिक्ट वन ग्रीन चेम्पियन अवार्ड दुर्ग जिले का प्रमाण पत्र दुर्ग कलेक्टर डॉ. सरवेश्वर नरेन्द्र भुरे ने प्रदान किया तथा शुभकामनाएं दी।

डॉ. अरूणा पलटा ने अपनी अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा प्रत्येक महाविद्यालय में स्वछता कार्यक्रम योजना हेतु टीम का गठन होने के साथ स्टॉफ एवं विद्यार्थियों के मन में ना केवल अपने परिसर बल्कि शहर एवं राष्ट्र को स्वच्छ रखने की भावना का विकास होना चाहिए तथा विद्यार्थी कही भी हो उन्हें पानी एवं ऊर्जा के संसाधनों का सदुपयोग करना चाहिए। उन्होंने जापान का उदाहरण देते हुये बताया की वहॉ हर बच्चा स्कूल पहुंच कर स्वयं  सैनेटाईज होता है और मास्क लगाये रहता है जो इससे स्पष्ट होता है कि वहॉं के बच्चे कोरोना बचाव के नियमों का पालन कितनी ईमानदारी से करते है। जापानी बच्चों से सींख लेकर हम भारतीयों को ईमानदारी से स्वप्रबंधन करना होगा।

कार्यक्रम में स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला को वन डिसट्रिक्ट वन ग्रीन चेम्पियन अवार्ड दुर्ग जिले का प्रमाण पत्र दुर्ग कलेक्टर डॉ. सरवेश्वर नरेन्द्र भुरे द्वारा दिया गया।

डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव ने अपने उद्बोधन में कहा वन डिसट्रिक्ट वन ग्रीन चेम्पियन अवार्ड यह केवल प्रतियोगिता नहीं बल्कि हर भारतीय की भावना होनी चाहिए जिससे हम स्वच्छ भारत के सपने को साकार कर सके। उन्होंने बताया की स्वच्छता कार्य योजना के तर्ज पर हेमचंद यादव विश्वविद्यालय ने भी स्वच्छ कैम्पस प्रतियोगिता कराया उससे भी कॉलेज सस्टेनेबल डेवलपमेंट के लिये कार्य करने के लिए प्रेरित हुये। शिक्षा मंत्रालय भारत की यह अनुकरणीय पहल है।

डॉ. आर पी अग्रवाल ने कहा कि स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती महाविद्यालय ने वन डिसट्रिक्ट वन ग्रीन चेम्पियन पुरूस्कार जीतकर एक दीप जलाया है और दूसरे महाविद्यालयों को प्रेरित किया है कि यदि स्वच्छता एक्शन प्लान के अंतर्गत हरियाली, जल, ऊर्जा एवं अपशिष्ट प्रबंधन हेतु बेहतर कार्य करके हम प्रकृति को प्रदूषित होने से बचा सकते है और सरकार के ऐसे प्रेरक अवार्ड का हिस्सा बन सकते है। उन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की ओर से विश्वास दिलाया कि 2021-22 में विश्वविद्यालय के ज्यादा से ज्यादा कॉलेज जुडे़गे। 

कार्यक्रम में मनोज परमार संयोजक महात्मा गॉंधी नेशनल काउन्सिल ऑफ रूरल एजुकेशन ने स्वच्छता कार्य योजना को प्रभावी बनाने हेतु अन्य राज्यों के महाविद्यालय का उदाहण देते हुये बताया कि केरला ‘‘सेंट जोसेफ’’ महाविद्यालय के प्राचार्य, स्टॉफ एवं विद्यार्थी पैदल या सायकिल पब्लिक ट्रांसपोर्ट से ही महाविद्यालय आते है यह एक अनुकरणीय पहल है। दक्षिण के एक महाविद्यालय के प्राध्यापक सड़क किनारे एवं सार्वजनिक स्थलों पर फलदार वृक्ष लगाते है ऐसे प्रत्येक महाविद्यालय इन पांच साधनों के सदुपयोग हेतु नई शुरूआत कर सकते है। 

महाविद्यालय की ओर से प्रतियागिता हेतु पांच बिन्दु में भेजे गये विवरण को डॉ. शमा ए. बेग विभागाध्यक्ष माइक्रोबॉयोलॉजी तथा स्वच्छता कार्य योजना अधिकारी ने विस्तार से प्रस्तुत किया। 

कार्यक्रम में महात्मा गॉंधी नेशनल काउन्सिल ऑफ रूरल एजुकेशन से झॉसी रानी समन्वयक सेफ तथा पूजा रानी उपस्थित थे।








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