Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

Automatic Slideshow


जेईई-एडवांस में प्रयास के विद्यार्थियों का शानदार प्रदर्शन,53 विद्यार्थियों ने किया क्वालीफाई

   *प्रयास बालक आवासीय विद्यालय सड्डू रायपुर से सर्वाधिक 44 छात्र चयनित *मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और मंत्री डॉ. टेकाम ने छात्रों को दी बध...

Also Read

 

 *प्रयास बालक आवासीय विद्यालय सड्डू रायपुर से सर्वाधिक 44 छात्र चयनित

*मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और मंत्री डॉ. टेकाम ने छात्रों को दी बधाई

रायपुर ।

असल बात न्यूज़।।

 आईआईटी, एनआईटी और केन्द्र सरकार से वित्त पोषित इंजीनियरिंग संस्थाओं में प्रवेश के लिए प्रतिष्ठित जेईई-एडवांस परीक्षा के शुक्रवार को घोषित परिणामों में आदिम जाति विभाग द्वारा संचालित प्रयास आवासीय विद्यालय के विद्यार्थियों ने शानदार प्रदर्शन किया है। 

इस वर्ष जेईई-एडवांस के लिए प्रयास आवासीय विद्यालयों के 173 विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हुए, इनमें से 53 छात्रों ने सफलता आयोजित करते हुए जेईई-एडवांस क्वालीफाई किया है। इन सफल छात्रों ने सर्वाधिक 44 छात्र प्रयास बालक आवासीय विद्यालय सड्डू रायपुर के हैं। इसके अलावा प्रयास कन्या आवासीय विद्यालय गुढ़ियारी रायपुर की 6 छात्राएं, प्रयास आवासीय विद्यालय अम्बिकापुर के 2 छात्र, प्रयास बिलासपुर के 01 छात्र ने सफलता अर्जित की है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और आदिम जाति एवं अनुसूचित जनजाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने प्रयास आवासीय विद्यालय के छात्रों के शानदार परीक्षा परिणाम पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा है कि राज्य सरकार प्रयास विद्यालयों में दी जा रही बेहतर शिक्षा के कारण ही आज इन संस्थानों के विद्यार्थी बड़ी संख्या में प्रतिष्ठित जेईई-एडवांस परीक्षा में सफल हो पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में इसके और अधिक सार्थक परिणाम देखने को मिलेंगे। विभाग के सचिव श्री डी.डी. सिंह और आयुक्त श्रीमती शम्मी आबिदी ने विद्यार्थियों की सफलता पर शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है। 

उल्लेखनीय है कि विभाग द्वारा संचालित उपलब्धि मूलक योजनाओं में मुख्यमंत्री बाल भविष्य सुरक्षा योजना अंतर्गत नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के विद्यार्थियों के अध्ययन एवं सर्वांगीण विकास के लिए यह योजना क्रियान्वित की जा रही है। वर्तमान में इस योजना के तीन घटक- आस्था, प्रयास एवं सहयोग है। इनमें ‘आस्था‘ योजना के अंतर्गत नक्सल हिंसा से प्रभावित परिवारों के बच्चों के लिए दंतेवाड़ा जिले में आवासीय विद्यालय संचालित है। ‘प्रयास‘ योजना मुख्यमंत्री बाल भविष्य सुरक्षा योजना के महत्वाकांक्षी घटकों में से एक है। इसके अंतर्गत प्रदेश के नक्सल प्रभावित जिलों के मेघावी छात्र-छात्राओं ने कक्षा 9वीं से 12वीं तक अध्यापन के साथ-साथ जेईई (मेन्स एवं एडवांस), नीट, पीईटी, क्लेट, सीए, सीएस आदि की कोचिंग देने के लिए वर्तमान में 9 प्रयास विद्यालय रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, सरगुजा, कांकेर, बस्तर, कोरबा और जशपुर जिलों में संचालित है, जिसमें कुल 4 हजार 120 सीट स्वीकृत है। 

प्रयास आवासीय विद्यालयों के अब तक 70 विद्यार्थी आईआईटी, 221 छात्र एनआईटी एवं ट्रिपल आईटी और 772 विद्यार्थी इंजीनियरिंग कॉलेजों, 39 विद्यार्थी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेशित हो चुके हैं।