कोरबा । असल बात न्यूज़।। गिरदावरी की रिपोर्ट भुइयां सॉफ्टवेयर में अब आगामी 10 अक्टूबर तक दर्ज की जा सकेगी। राज्य शासन के द्वारा यह रिपोर्ट द...
कोरबा ।
असल बात न्यूज़।।
गिरदावरी की रिपोर्ट भुइयां सॉफ्टवेयर में अब आगामी 10 अक्टूबर तक दर्ज की जा सकेगी। राज्य शासन के द्वारा यह रिपोर्ट दर्ज करने की अवधि में बढ़ोतरी की गई है।
खेतों तक पहुंचकर गिरदावरी के बाद राजस्व अधिकारियों को मिली जानकारियां भुईयां पोर्टल में अब दस अक्टूबर तक दर्ज की जा सकेगी।
राज्य सरकार के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने गिरदावरी की जानकारी भुईंया पोर्टल में दर्ज करने की समय सीमा दस दिन बढ़ा दी है। पहले गिरदावरी का काम पूरा कर खसरा और भुईंया सॉफ्टवेयर में प्रविष्टि की अंतिम तिथि 30 सितंबर निर्धारित की गई थी। सितंबर माह में भुईंया पोर्टल में तकनीकी समस्या के कारण गिरदावरी प्रविष्टि का काम प्रभावित रहा है। इसे देखते हुए राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने गिरदावरी प्रविष्टि के काम की अंतिम तिथि दस अक्टूबर तक बढ़ा दी है। गिरदावरी उपरांत प्रारंभिक प्रकाशन, दावा आपत्ति प्राप्त करना, उनका निराकरण करना और संशोधन करने की अंतिम तिथि में कोई बदलाव नहीं किया गया है। यह तिथि पूर्व के अनुसार ही 31 अक्टूबर 2021 ही रहेगी।
कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने पहले ही सभी राजस्व अधिकारियों को गिरदावरी का काम गंभीरता से सावधानी पूर्वक निर्धारित समय सीमा मे पूरा करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने कहा कि गिरदावरी में धान के रकबा का स्पष्ट उल्लेख करने के साथ-साथ डायवर्सन हो चुकी भूमि, मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना के तहत पौधरोपण वाला रकबा, धान के अलावा अन्य फसल लगाए हुए रकबा, खेत की मेढ़ पर लगे पेड़ आदि सभी का गिरदावरी में स्पष्ट उल्लेख करने के भी निर्देश दिए हैं। गिरदावरी के दौरान सभी खसरा का भौतिक सत्यापन कर ऑनलाइन फसल प्रविष्टि की जाएगी साथ ही धान की किस्म, पेड़, मकान, सिंचाई के साधन इत्यादि की की भी प्रविष्टि की जाएगी। गिरदावरी के दौरान ग्रामीणों से चर्चा करते हुए फसल की स्थिति, सिंचाई, तथा खेती-किसानी से जुड़ी अन्य जानकरी तथा रिकॉर्ड भी दुरुस्त करने के निर्देश राजस्व अधिकारियों को दिए गए हैं।