भिलाई। असल बात न्यूज़।। स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको, भिलाई में भारत उपभोक्ता अधिकार दिवस के अवसर पर वाणिज्य विभाग द्व...
भिलाई।
असल बात न्यूज़।।
स्वामी श्री स्वरुपानंद सरस्वती महाविद्यालय हुडको, भिलाई में भारत उपभोक्ता अधिकार दिवस के अवसर पर वाणिज्य विभाग द्वारा लघुनाटक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें वाणिज्य संकाय के विद्यार्थियों ने नाटकों के माध्यम से विद्यार्थियों को उपभोक्ता के अधिकार से परिचित कराया साथ ही अपने अभिनव क्षमता का लोहा मनवाते हुये सिद्ध किया कि वाणिज्य संकाय के विद्यार्थी सिर्फ पढ़ाई में नहीं अपितु क्रियात्मक व कलात्मक क्षेत्र में पीछे नहीं है। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ. श्रीमती हंसा शुक्ला थी। निर्णायक के रुप में डॉ. पूनम निकुंभ सहायक प्राध्यापक शिक्षा व डॉ. सुनीता वर्मा विभागाध्यक्ष हिन्दी उपस्थित हुई।
कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुये डॉ. अजीता सजीत विभागध्यक्ष वाणिज्य ने बताया उपभोक्ता को उनके अधिकारों व उनसे संबंधित कानूनों से परिचित कराने के उद्देश्य से राष्ट्रीय उपभोक्ता अधिकार दिवस के अवसर पर ‘लघु नाटक’ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। नाटक खेल-खेल में शिक्षा देने का अत्यंत महत्वपूर्ण साधन है। जिसे विद्यार्थी प्रत्यक्ष देखकर सिखते है।
प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कहा जब हम 18 वर्ष के हो जाते है तो हमारा संविधान हमें बहुत अधिकार देता है पर अधिकार के साथ हमें अपने कर्तव्यों का भी निवर्हन करना पड़ता है। उपभोक्ता के हितों की रक्षा के लिये अनेक उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम बने है उसकी स्मृति में यह दिवस मनाया जाता है कोई भी दिवस मनाने के पहले इतिहास को जानना जरुरी है आज उपभोक्ता को जो भी अधिकार मिले है उसके पीछे संघर्ष को लंबा इतिहास है।
महाविद्यालय के सीओओ डॉ. दीपक शर्मा ने बताया इस दिन उपभोक्ताओं को जागरुक किया जाता है साथ ही यह सुनिश्चित करने की कोशिश की जाती है कि बाजारवाद की आड़ में उनके अधिकारों से खिलवाड़ न हो। उपभोक्ताओं के साथ धोखा घड़ी बड़ी समस्या है अक्सर दुकानदार उन्हें या तो नकली समान बेच देते है या फिर ज्यादा कीमत वसूल करते है। बहुत से लोगों को उपभोक्ता के अधिकारों की जानकारी नहीं होती इस लिये वे कहीं शिकायत भी नहीं कर पाते इस प्रकार के कार्यक्रम से उपभोक्ता को अधिकारों की जानकारी मिलती है।
प्रथम स्थान प्राप्त बी.कॉम प्रथम वर्ष समूह ने सुरक्षा का अधिकार व चूनने के अधिकार को अपने नाटक के माध्यम से बताया की कोई भी समान खरीदते समय बिल जरुर ले व गारंटी है तो गारंटी कार्ड जरुर भराये। दुकानदार कितना भी परिचित व भरोसेमंद ही क्यो न हो बिना बिल का समान न लें। अगर बिल है तो उपभोक्ता फोरम में केस करने से कार्यवाही होगी अगर बिल नहीं है तो कोई कार्यवाही नहीं हो पायेगी।
द्वितीय स्थान प्राप्त बी.कॉम प्रथम वर्ष व बी.ए. द्वितीय वर्श समूह ने बताया कोई भी दुकानदार अगर एक्सपायरी डेट वाला समान देता है तो आप उसके विरुद्ध कार्यवाही कर सकते है वह समान की कीमत के साथ मुआवजा भी देना पडे़गा इसके लिये जीएसटी वाला पक्का बिल जरुर लें व समान खरीदते समय एक्सपायरी डेट जरुर देखे।
तृतीय स्थान पर रहे बी.कॉम तृतीय वर्ष समूह ने सभी प्रकार के खतरनाक समानों और सेवाओं से सुरक्षा के अधिकार, सभी वस्तुओं और सेवाओं के प्रदर्शन और गुणवत्ता के बारे में सूचित करने का अधिकार, माल और सेवाओं से मुक्त विकल्प का अधिकार, उपभोक्ताओं के अधिकारों का उल्लंघन किया है उसका निवारण का अधिकार को छोटी-छोटी कहानियों के माध्यम से समझाया व बताया उपभोक्ताओं को अपने अधिकारों की रक्षा स्वयं करनी चाहिये।
आस्था महादिक बी.कॉम द्वितीय वर्ष ने उपभोक्ता के अधिकारों व उसका संरक्षण किस प्रकार किया जाता है कि विस्तृत जानकारी दी।
मंच संचालन करते हुये स.प्रा. पूजा सोढ़ा ने बताया उपभोक्ता अधिकार विद्यार्थियों के पाठ्यक्रम का हिस्सा है और विद्यार्थियों ने क्रियात्मक विधि का प्रयोग करते हुये पाठ्यक्रम को अच्छे से समझाया।
कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन श्रद्धा यादव ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में सहायक प्राध्यापक दिपाली किंगरानी ने विशेष योगदान दिया।