अलग-अलग गांव से। जिला दुर्ग।। 00 Field report. बारदाना लेने और अपना धान बेचने के लिए किसानों में कैसी मारामारी और अफरा-तफरी मची हुई है इसका ...
अलग-अलग गांव से।
जिला दुर्ग।।
00 Field report.
बारदाना लेने और अपना धान बेचने के लिए किसानों में कैसी मारामारी और अफरा-तफरी मची हुई है इसका नजारा प्रत्येक धान खरीदी केंद्र में दिख रहा है। धान खरीदी का आज दूसरा दिन है लेकिन किसानों में अफरा-तफरी मची हुई है। सोसायटियों में किसानों से 75 ; 25 के अनुपात में बारदाने से धान लिया जा रहा है इसमें 75% बारदाना सरकार दे रही है और किसान 25% तक अपने बारदाने में भरकर धान बेच सकते हैं।। किसानों का कहना है कि पिछले बार जो बारदाना दिया गया था उसमें से अभी तक ज्यादातर लोगों को पैसा नहीं मिला है इसलिए बारदाना लेने इस बार अधिक भीड़ लग रही है। किसान सरकार से मिलने वाला बारदाना हासिल कर लेना चाहते हैं ताकि उन्हें पैसे के भुगतान के लिए अधिक न भटकना पड़े। यह बारदाना हासिल करने के लिए सुबह से ही धान खरीदी केंद्र में किसानों की भारी भीड़ लग जा रही है।
ज्यादातर धान खरीदी केंद्रों में धान बेचने के लिए किसानों को तीन चार दिन पहले से ही टोकन वितरित कर दिया गया है। जिन किसानों को टोकन मिल गया है वे अपना धाम बेचने धान खरीदी केंद्र में पहुंच रहे हैं। ऐसे किसानों में सोसाइटी से बोरा हासिल करने के लिए भी अफरा-तफरी मची हुई है।अपना धान जल्द से जल्द भेजने के लिए किसानों में भारी अफरातफरी हैं । सुबह 5:00 बजे से धान खरीदी केंद्रों में भीड़ लगनी शुरू हो गई है और धीरे-धीरे यह भीड़ सैकड़ों की संख्या में तब्दील हो गई है आप देख रहे हैं कि इस धान खरीदी केंद्र में सैकड़ों लोगों की भीड़ लगी हुई है। धान खरीदी केंद्रों में लगभग सुबह 7:00 बजे से बोरा दिया जाना शुरू होता है और 10:00 बजे से धान खरीदी शुरू हो रही है।
कटाई के बाद लगभग एक महीने तक किसानों को धान अपनी देखरेख में रखना पड़ा है। देखरेख तथा नुकसान की आशंका से बचने के लिए किसान अपना धान जल्द से जल्द बेचना चाहते हैं। धान खरीदी शुरू होने के बाद इसीलिए धान खरीदी केंद्रों में शुरू से भारी भीड़ दिख रही है। धान अधिक देर अपने पास रखने से किसानों को सुखद की आशंका रहती है तो वही चूहों तथा दूसरे कीट पतंगों के प्रकोप के बढ़ने का भी खतरा बढ़ जाता है। ऐसे नुकसान से बचने के लिए किसान अपना धान मंडी में जल्दी-जल्दी बेच देना चाहते हैं।
मंडियों में बारदाने की कमी की समस्या है। सरकार ने किसानों को अपने बारे में धान भरकर लाने की छूट दे दी है जिसके बाद किसान बारदाने की व्यवस्था कर अपने बारे में ही धान भरकर मंडी में पहुंच रहे हैं। किसानों की यह भी शिकायत है कि सोसाइटी उसे उन्हें जो बारदाना दिया जा रहा है वह अधिक फटा पुराना है और इसकी कीमत काफी कम है।
कोरिया जिले से मिली जानकारी के अनुसार यहां धान खरीदी शुरू हो चुकी है। खरीफ विपणन वर्ष 2021-2022 के अंतर्गत समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए जिले में व्यापक तैयारी की गई है।सहायक पंजीयक, सहकारिता विभाग ने बताया कि जिले में धान खरीदी के दूसरे दिन समस्त उपार्जन केंद्रों में 402 टोकन जारी किए गए हैं। 13 हज़ार 700 क्विंटल धान खरीदी के लिए यह टोकन जारी किए गए हैं।
धान खरीदी के संबंध में किसी भी जानकारी एवं शिकायत के निवारण के लिए जिला स्तर पर हेल्पलाइन नंबर 07836-232330 जारी किया गया है। यह 24 घण्टे संचालित रहेगा।
’सात नये धान उपार्जन केन्द्र खोले गये’-
इस वर्ष जिले में 7 नये धान उपार्जन केन्द्र खोले गये है। सोनहत विकासखण्ड में कटगोड़ी, भरतपुर विकासखण्ड में कमर्जी, बहरासी, खड़गवां में चिरमी, कटकोना और बरदर, तथा मनेन्द्रगढ़ विकासखण्ड में कछौड़ में नया खरीदी केन्द्र बनाया गया है।
कॉमन धान का समर्थन मूल्य एक हजार 940 रूपए प्रति क्विंटल और ए ग्रेड धान का समर्थन मूल्य एक हजार 960 रूपए निर्धारित किया गया है। मक्का एक हजार 870 रूपए प्रति क्विंटल के समर्थन मूल्य पर खरीदा जाएगा। इस बार राज्य के किसानों से एक दिसंबर 2021 से 31 जनवरी 2022 तक नकद और लिकिंग में धान की खरीदी होगी। प्रदेश के किसानों से अधिकतम 15 क्विंटल प्रति एकड़ की सीमा तक धान खरीदा जाएगा। समर्थन मूल्य पर किसानों से मक्का की खरीदी एक दिसंबर 2021 से 28 फरवरी 2022 तक की जाएगी। मक्का खरीदी की अधिकतम सीमा 10 क्विंटल प्रति एकड़ निर्धारित की गई है। सहकारी समितियों में शासकीय अवकाश के दिनों को छोड़कर सप्ताह में सोमवार से शुक्रवार तक धान की खरीदी होगी। इसके लिए किसानों को रविवार से शुक्रवार तक सुबह साढ़े नौ बजे से शाम पांच बजे तक टोकन जारी किये जायेंगे।
’खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में समर्थन मूल्य में किसानों से धान खरीदी हेतु पुराने जूट बारदाने की दर 18 रूपए प्रति नग से बढ़ाकर 25 रूपए प्रति नग निर्धारित’-
खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा जारी आदेशानुसार खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में समर्थन मूल्य में किसानों से धान खरीदी हेतु पुराने जूट बारदाने की दर 18 रूपए प्रति नग से बढ़ाकर 25 रूपए प्रति नग निर्धारित किया गया है।
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