नई दिल्ली। असल बात न्यूज़।। वर्ष 2016-2017 से 2021-2022 तक देश में अंतरिक्ष केंद्रों द्वारा 329 अंतरिक्ष यान लॉन्च किए गए हैं।इनका वर्षवार...
नई दिल्ली।
वर्ष 2016-2017 से 2021-2022 तक देश में अंतरिक्ष केंद्रों द्वारा 329 अंतरिक्ष यान लॉन्च किए गए हैं।इनका वर्षवार संख्या इस प्रकार है:
क्रमांक | वर्ष-वार | अंतरिक्ष यान की संख्या |
1. | 2016 - 2017 | 135 |
2. | 2017 - 2018 | 67 |
3. | 2018 - 2019 | 40 |
4. | 2019 - 2020 | 56 |
5. | 2020 - 2021 | 30 |
6. | 2021 - 2022 (अब तक) | 1 |
घरेलू उपयोग के लिए देश द्वारा लॉन्च किए गए अंतरिक्ष यान की वर्ष-वार संख्या इस प्रकार है:
क्रमांक नहीं। | वर्ष-वार | अंतरिक्ष यान की संख्या |
1. | 2016 - 2017 | 13 |
2. | 2017 - 2018 | 10 |
3. | 2018 - 2019 | 8 |
4. | 2019 - 2020 | 6 |
5. | 2020 - 2021 | 7 |
6. | 2021 - 2022 (अब तक) | 1 |
वर्ष 2016-2017 से 2021-2022 के दौरान 29 विदेशी देशों के कुल 285 ग्राहक उपग्रहों को व्यावसायिक आधार पर पीएसएलवी पर सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया।
लॉन्च किए गए विदेशी उपग्रहों की संख्या का वर्षवार विवरण:
2016-2017 | 2017 -2018 | 2018 -2019 | 2019 -2020 | 2020 -2021 | 2021 -2022 |
122 | 57 | 32 | 50 | 23 | - |
2016-17 से 2021-22 के दौरान लॉन्च किए गए विदेशी उपग्रहों की संख्या का देशवार विवरण:
अल्जीरिया (3), ऑस्ट्रेलिया (1), ऑस्ट्रिया (1), बेल्जियम (3), ब्राजील (1), कनाडा (5), चिली ( 1), कोलंबिया (1), चेक गणराज्य (1), फिनलैंड (3), फ्रांस (2), जर्मनी (2), इंडोनेशिया (1), इज़राइल (2), इटली (4), जापान (2), कजाकिस्तान (1), लातविया (1), लिथुआनिया (7), लक्जमबर्ग (1), मलेशिया (1), नीदरलैंड (2), कोरिया गणराज्य (5), स्लोवाकिया (1), स्पेन (2), स्विट्जरलैंड (2 ), यूएई (1), यूनाइटेड किंगडम (6), यूएसए (222)।
पीएमओ, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने राज्यसभा में आज एक सवाल पर उक्त आशय की जानकारी दी है।
केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान और प्रौद्योगिकी; राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) पृथ्वी विज्ञान; पीएमओ, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज कहा कि भारतीय परमाणु प्रतिष्ठान और परमाणु ऊर्जा स्टेशन साइबर हमलों से सुरक्षित हैं।
वही राज्यसभा में एक अन्य प्रश्न के लिखित उत्तर में, डॉ जितेंद्र सिंह ने बताया है कि भारतीय परमाणु प्रतिष्ठान ने अपने प्रतिष्ठानों में प्रयुक्त प्रणालियों के डिजाइन, विकास और संचालन के लिए पहले से ही एक कठोर प्रक्रिया निर्धारित की है।
भारतीय परमाणु प्रतिष्ठानों की सुरक्षा और सुरक्षा महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे, जैसे कि नियंत्रण नेटवर्क और संयंत्रों की सुरक्षा प्रणाली इंटरनेट और स्थानीय आईटी नेटवर्क से अलग हैं।
परमाणु ऊर्जा विभाग के पास डीएई इकाइयों की साइबर सुरक्षा/सूचना सुरक्षा की देखभाल के लिए कंप्यूटर और सूचना सुरक्षा सलाहकार समूह (सीआईएसएजी) और इंस्ट्रुमेंटेशन और नियंत्रण सुरक्षा के लिए टास्क फोर्स (टीएएफआईसीएस) जैसे विशेषज्ञ समूह हैं। ये समूह डीएई के तहत परमाणु सुविधाओं सहित सभी इकाइयों की साइबर सुरक्षा को सुदृढ़ करने की प्रक्रिया को सिस्टम और ऑडिट को सख्त करने के माध्यम से करते हैं।