ग्रामोद्योग मंत्री ने किया हाथकरघा प्रशिक्षण केन्द्र का शुभारंभ 80 हितग्राहियों को वितरित किया गया इलेक्ट्रिक चाक रायपुर । असल बात न्यूज़।...
ग्रामोद्योग मंत्री ने किया हाथकरघा प्रशिक्षण केन्द्र का शुभारंभ
80 हितग्राहियों को वितरित किया गया इलेक्ट्रिक चाक
रायपुर ।
असल बात न्यूज़।।
जिले के ग्राम कोडिया में हथकरघा से जुड़े विभिन्न निर्माण कार्यों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।इस हथकरघा प्रशिक्षण केंद्र का ग्राम उद्योग मंत्री गुरु रूद्र कुमार ने उद्घाटन किया।इस अवसर पर उन्होंने हितग्राहियों को इलेक्ट्रिक चॉक भी वितरित किया। यहां अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में बेरोजगारी दर को कम करने की लगातार कोशिश की जा रही है।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रूद्रकुमार ने दुर्ग जिले के विकासखंड धमधा अंतर्गत ग्राम कोड़िया में हाथकरघा प्रशिक्षण केंद्र के शुभांरभ और इलेक्ट्रिक चाक वितरण कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि अब आमदनी का पहिया तेजी से घूमेगा। यह प्रशिक्षण केंद्र एक प्रभावी शुरुआत है और निश्चित ही इससे ना केवल कला और कौशल में निखार आएगा बल्कि रोजगार में भी वृद्धि होगी। इस प्रशिक्षण केन्द्र मे जो प्रशिक्षण मिलेगा रहा है उससे प्रशिक्षणार्थियों को अपने भविष्य के लिए एक बेहतर दिशा तय करने का अवसर मिलेगा।
मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने कहा कि ऐसे प्रशिक्षण केंद्र और भी शुरू किए जा रहे हैं जिससे छत्तीसगढ़ के युवा अपने पांव में खड़े हो सकें और दूसरों को भी रोजगार उपलब्ध करा सकें। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना शासन की प्राथमिकता में शामिल है।
इस हाथकरघा केन्द्र में प्रत्येक प्रशिक्षण सत्र में कुल 20 लोगों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण की समय-सीमा 4 माह की होगी जिसमें प्रत्येक प्रशिक्षु बुनकर को 500 रुपए की मासिक छात्रवृत्ति और 15,000 रुपए का करघा निःशुल्क प्रदान किया जाएगा। इस प्रकार प्रत्येक सत्र में 6.8 लाख रुपए की राशि खर्च होगी।
इस अवसर पर मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने कार्यक्रम के दौरान कुम्हार हितग्राहियों को 13 लाख 20 हजार रुपए के 80 इलेक्ट्रिक चाक का वितरण भी किया। जिससे कुम्हार हितग्राही टेराकोटा, दीये, गुल्लक और विभिन्न तरह के मिट्टी के कलात्मक-सजावटी सामग्री निर्माण अपने जीवन का निर्वहन आसानी से कर सकेंगे। मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने कहा कि इससे ग्रामीण संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा और कुम्हार आर्थिक रूप से सुदृढ़ होंगे। उन्होंने कहा कि रेलवे स्टेशनों और टी-स्टॉल पर भी कुल्हड़ में ही चाय बेची जा रही है। मिट्टी के बर्तनों का उपयोग कर आम नागरिक भी पर्यावरण के प्रति जागरूकता दिखा रहे हैं और भविष्य में मिट्टी के उत्पादों का चलन बढ़ेगा। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधि सहित विभागीय अधिकारी-कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।