Page Nav

HIDE

Grid

GRID_STYLE

Pages

Classic Header

{fbt_classic_header}

Top Ad

ब्रेकिंग :

latest

Breaking News

Automatic Slideshow


स्वामी श्री स्वरूपांनद सरस्वती महाविद्यालय, हुडको भिलाई में बौद्धिक सम्पदा पर अतिथि व्याख्यान एवं वाणिज्य परिषद् का गठन

भिलाई। असल बात न्यूज़।।   स्वामी श्री स्वरूपांनद सरस्वती महाविद्यालय, हुडको भिलाई में बौद्धिक सम्पदा पर अतिथि व्याख्यान एवं वाणिज्य परिषद् क...

Also Read


भिलाई।

असल बात न्यूज़।।

 

स्वामी श्री स्वरूपांनद सरस्वती महाविद्यालय, हुडको भिलाई में बौद्धिक सम्पदा पर अतिथि व्याख्यान एवं वाणिज्य परिषद् का गठन का किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री सुरेश कोठारी चार्टड अकाउण्टेट थे।कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुये डॉ. अजीता सजीत विभागाध्यक्ष वाणिज्य ने बताया वर्ष भर आयोजित विविध विभागीय गतिविधियों को सुचारु रुप से संचालित करने व विद्यार्थियों को समूह में कार्यक्रम के लिये प्रेरित करने के उद्देश्य से परिषद् का गठन किया गया।

श्री सुरेश कोठारी ने इंटेलेक्चुअल प्रापर्टी राइट्स पर अपने उदबोधन में कहा अपनी बौद्धिक क्षमता का उपयोग कर आप अपनी कृति, खोज, कला, डिजाईन आदि का कॉपी राईट ट्रैडमार्क, पेटेंट करा सकते है। विद्यार्थियों के भ्रम को दूर करते हुये उन्होंने कहा कि बौद्धिक सम्पदा को दो वर्गो में बांटा जा सकता है। रचनात्मक लेखन पेंटिंग आदि का कॉपी राईट कराया जाता है तथा किसी उत्पादन के लिये पेटेंट लिया जाता है। ट्रेडमार्क किसी कंपनी के उत्पादन का विशिष्टता पर मिलती है। आपके द्वारा बनाई गयी विडियों, कृति आदि का कॉपी राईटस कराया जा सकता है इससे रायलटी आजन्म मिलता है साथ ही मरनोपरांत कानूनी अधिकारी को पचास साल तक रायलटी प्राप्त होता है। विद्यार्थी भी अपनी बनाई कला, संगीत, लेख आदि का कॉपी राईट करा सकते है इससे उनके बौद्धिक संपदा के अधिकार की सुरक्षा होती है इससे नवाचार, नये खोजों के लिये भी प्रेरित होते है।

प्राचार्य डॉ. हंसा शुक्ला ने कार्यक्रम आयोजन के लिये वाणिज्य विभाग को बधाई दी व कहा परिषद् के माध्यम से विद्यार्थियों में नेतृत्व क्षमता का विकास होता है वे समूह में काम करना सीखते है। उन्होंने आशा व्यक्त की विद्यार्थी परिषद् के माध्यम से विभागीय गतिविधियों का सुचारु  संचालन कर करेंगे। बौद्धिक संपदा पर अतिथि व्याख्यान से विद्यार्थी इसके महत्व को समझ सकते है और नवाचार एवं खोज के लिये प्रेरित होकर अपनी रचनात्मकता को एक नई पहचान दे सकते है। 

महाविद्यालय के सीओओ डॉ. दीपक शर्मा ने बताया रचनात्मक गतिविधियों को प्रोत्साहित करने और विश्व में बौद्धिक संपदा संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विश्व बौद्धिक संपदा संगठन का गठन किया गया। संयुक्त राष्ट्र संघ के सभी सदस्य देश इसका सदस्य बन सकता है। उन्होंने वाणिज्य विभाग को परिषद् गठन हेतु बधाई दी और आषा व्यक्त करते हुये कहा कि परिषद के माध्यम से विद्यार्थी वर्ष भर विविध कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे। 

नवगठित वाणिज्य परिषद् के सदस्यों ने मुख्य अतिथि श्री सुरेश कोठारी की उपस्थिति में  पद एवं गोपनियता की शपथ दिलाई। पदाधिकारियों के नाम इस प्रकार है-

पेट्रोनः- डॉ. हंसा शुक्ला, (प्राचार्य)

स.प्रा.- डॉ. अजीता सजीत (विभागाध्यक्ष)

प्रेसिडेंट- दामिनी साहू (बी.कॉम-तृतीय वर्ष)

वाईस-प्रेसिडेंट- शुभ दामु (बी.कॉम-तृतीय वर्ष)

सेक्रेटरी- कोमल तिवारी (बी.कॉम-द्वितीय वर्ष)

ज्वाइंट सेक्रेटरी- अल्फिजा खान (बी.कॉम- द्वितीय वर्ष)

ट्रेसरर- जुनैब फातिमा (बी.कॉम- प्रथम वर्ष)

अन्य पदाधिकारी निम्न विद्यार्थी है -

1. अमन कुमार बी.कॉम-तृतीय वर्ष   2. वैशाली सिंग बी.कॉम-तृतीय वर्ष

3. रितिका मंडल बी.कॉम-तृतीय वर्ष   4. रेशमी साहू बी.कॉम-द्वितीय वर्ष

5. अंशदीप भाटिया  बी.कॉम-द्वितीय वर्ष     6.सेजल चन्द्राकर बी.कॉम- प्रथम वर्ष

7. नेहा राय   बी.कॉम- प्रथम वर्ष

कार्यक्रम में मंच संचालन स.प्रा. वाणिज्य पूजा सोढ़ा ने व धन्यवाद ज्ञापन स.प्रा. श्रद्धा यादव ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में स.प्रा. दिपाली ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। कार्यक्रम में वाणिज्य संकाय के विद्यार्थी उपस्थित थे।