रायपुर । असल बात न्यूज़।। केंद्रीय मंत्री ज्योतिदित्य राव सिंधिया को काला झंडा दिखाने तथा उसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा काला झंडा...
रायपुर ।
असल बात न्यूज़।।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिदित्य राव सिंधिया को काला झंडा दिखाने तथा उसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं के द्वारा काला झंडा दिखाने वाले लोगों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर शुरू प्रदर्शन ने इन प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के बाद नया मोड़ ले लिया। मामले में पूर्व मंत्री राजेश मूणत की भी गिरफ्तारी की गई है। पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि थाने में उनके साथ बेरहमी के साथ मारपीट की गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार समाचार लिखे जाने तक सैकड़ों की संख्या में भाजपा कार्यकर्ता विधानसभा थाना पहुंच गए हैं और विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। इधर कांग्रेस ने कहा है कि भाजपा ने काला झंडा दिखाने का कोई कार्यक्रम घोषित नहीं किया था।
दो दिन पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सांसद राहुल गांधी, राजधानी रायपुर छत्तीसगढ़ पहुंचे थे तो भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने उन्हें काला झंडा दिखाने की कोशिश की गई और आज केंद्रीय मंत्री ज्योतिदित्य राव सिंधिया तो उन्हें कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने काला झंडा दिखाने की कोशिश की गई । आज काला झंडा दिखाने की कोशिश के दौरान विवाद इतना अधिक बढ़ गया कि कई बीजेपी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया। इस दौरान पूर्व मंत्री राजेश मूणत की गिरफ्तारी और पिटाई किए जाने की भी खबर आ रही है। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने भी इस घटना तीखी आलोचना की है और वे घटना के विरोध में विधानसभा थाना पहुंच रहे हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को काला झंडे दिखाने की घटना का भाजपा के लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया तथा काला झंडा दिखाने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की मांग शुरू कर दी गई। इसका विरोध करने वाले कार्यकर्ताओं की संख्या लगातार बढ़ती गई। कांग्रेस के कई नेताओ और कार्यकर्ताओं ने एक दिन पहले ही स्पष्ट चेतावनी दे दी थी कि पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री सिंधिया को यहां आने पर काला झंडा दिखाया जाएगा। और आज जब श्री सिंधिया यहां पहुंचे तो उन्हें काला झंडा दिखाने बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर उतर आए।इसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने काला झंडा दिखाने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग शुरू कर दी। पूर्व मंत्री राजेश मूणत भड़क भी इस मांग को लेकर आ गए आ गए । बताया तो है की पूर्व मंत्री श्री मूणत की एएसपी से जमकर कहासुनी हो गई। इसी बीच बीजेपी कार्यकर्ताओं और पुलिस में विवाद बढ़ गया। पुलिस ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया. पूर्व मंत्री मूणत को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया। पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने विधानसभा थाने से एक वीडियो जारी किया है जिसमे उन्होंने थाने में उनके साथ पुलिस ने बेरहमी से मारपीट करने का आरोप लगाया है।
घटना की पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने तीखी आलोचना की है। उन्होंने घटना की निंदा करते हुए कहा है कि पूर्व मंत्री राजेश मूणत के साथ जिस तरह से बर्बरता पूर्वक और क्रूरतापूर्ण कार्रवाई की गई है उसे पूरा प्रदेश देख रहा है।
भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के कार्यक्रम स्थल से पुलिस द्वारा पूर्व मंत्री राजेश मूणत और एक भाजपा कार्यकर्ता को कार्यक्रम के बाद बलात उठाना और शहर से दूर विधानसभा थाना में ला कर रोकने की कठोर शब्दों में निंदा की है।
श्री अग्रवाल ने कहा है कि भाजपा ने भी 15 सालों तक शासन किया लेकिन कभी भी बडे नेताओं और कार्यकर्ताओं पर इस तरह पुलिसिया कार्रवाई नहीं की गई जबकि यह कांग्रेस सरकार अपने राजनीतिक उद्देश्य के लिए पुलिस प्रशासन का दुरूपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि अब इस सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। भूपेश सरकार को समझना चाहिए कि बिना कोई कारण के पुलिसिया धौस दिखा कर विपक्ष को नहीं डराया जा सकता है। हमारी पार्टी किसी भी तरह के दबाव में नहीं आएगी, अभी हम भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदेव साय, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक, नंदकुमार साय, रामविचार नेताम, पुन्नूलाल मोहिले, नारायण चंदेल, सौरभ सिंह, रजनेश सिंह सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ थाने में डटे है इसके साथ कांग्रेस सरकार के गलत कार्यों का सड़क से सदन तक विरोध करेंगे।
श्री अग्रवाल ने कहा कि पूर्व मंत्री मूणत जी के साथ जिस पुलिस कर्मचारी, अधिकारी ने दुर्व्यवहार किया है, उसे तत्काल निलंबित किया जाए और ऐसे आदेश दिए जाएँ कि भविष्य में कोई भी किसी माननीय के खिलाफ ऐसी हरकत न करे अन्यथा किसी भी अप्रिय स्थिति के लिए मुख्यमंत्री व प्रशासन जिम्मेदार होगा।
न्यूज़ अपडेट....
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह विधानसभा थाना पहुंच गए हैं। यहां पहुंच कर उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि इस मामले में पुलिस प्रशासन के द्वारा जो टेप दिखाए जा रहे हैं आधे अधूरे टेप दिखाए जा रहे हैं। आधे साक्ष्य को गायब कर दिया गया है। जब तक सभी साक्ष्य सामने नहीं आएंगे वास्तविकता सामने नहीं आ सकेगी।