भोपाल । राजधानी में हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डा. दीपक मरावी के वाहन चालक की सोमवार रात को हत्या कर दी गई। उसका खून से लथपथ शव छोला मं...
भोपाल । राजधानी में हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डा. दीपक मरावी के वाहन चालक की सोमवार रात को हत्या कर दी गई। उसका खून से लथपथ शव छोला मंदिर थाना इलाके में मालीखेड़ी के पास सड़क किनारे पड़ा मिला। घटना स्थल के पास ही उसकी बाइक भी खड़ी मिली। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए चार घंटे में ही हत्या की गुत्थी सुलझा ली। ड्राइवर की हत्या उसकी दूसरी बीवी और सौतेले बेटे ने मिलकर की थी। पुलिस ने आरोपित मां-बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपितों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है
छोला मंदिर थाना पुलिस के मुताबिक 55 वर्षीय अमर सिंह मालीखेड़ी में परिवार के साथ रहता था। वह हमीदिया अस्पताल के अधीक्षक डा. दीपक मरावी की गाड़ी चलाता था। सोमवार रात करीब 10 बजे अमर सिंह घर से भंडारे में जाने की बात कहकर अपनी बाइक से निकला था। रात करीब 10:30 बजे पुलिस को मालीखेड़ी पुलिया के पास सड़क किनारे खून से लथपथ शव पड़ा होने की सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंची। मृतक की पहचान शिवराज सिंह कुशवाहा नाम के व्यक्ति ने अमर सिंह के रूप में की। पुलिस जांच में सामने आया कि पास में ही रहने वाले एक व्यक्ति ने घटनास्थल पर महिला-पुरुष की लड़ाई की आवाज सुनी थी। पुलिस ने संदेह के आधार पर मृतक की दूसरी पत्नी और उसके सौतेले बेटे शिवराज को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया। मृतक की पहली पत्नी का करीब दस साल पहले निधन चुका है। उसने पिछले साल शांति बाई कुशवाहा नामक महिला से दूसरी शादी कर ली, जिसके अपने पहले पति से दो बेटे शिवराज (19) व राहुल (17) नामक दो बेटे हैं। आरोपित महिला ने पुलिस को बताया कि वह शादी के बाद वह मालीखेड़ा स्थित अपने अमर सिंह के आवास में आकर रहने लगी। अमर सिंह उसके चरित्र पर शक करते हुए अक्सर उसके साथ मारपीट करता था। सोमवार को शांतिबाई एक शादी में गई थी। वहां से लौटी तो अमर सिंह ने उस पर शक करते हुए उसके साथ फिर मारपीट की। वह उसे शादी वाली जगह पर वापस ले जाने लगा। इसी बीच शांति बाई ने अपने बेटे शिवराज को फोन कर बुला लिया। इसके बाद मां-बेटे ने योजनाबद्ध तरीके से मिलकर अमर सिंह की हत्या कर दी। शिवराज ने अमर सिंह के गले पर गुप्ती से प्रहार किया और शांति बाई ने एक बड़े पत्थर से अमर सिंह का सिर व चेहरा कुचल दिया और लाश पुलिया के किनारे फेंक दी। पुलिस ने आरोपितों के विरुद्ध धारा 302, 201, 34 और आर्म्स एक्ट की धारा 25 के तहत कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया।