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पेयजल के लिए महमरा एनीकट में दूसरी बार छोड़ा पानी

  दुर्ग। दुर्ग, भिलाई आर रिसाली निगम की बड़ी आबादी में पेयजल आपूर्ति के लिए शिवनाथ के महमरा एनीकट में दूसरी बार पानी भर गया है। इसके साथ ही ...

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दुर्ग। दुर्ग, भिलाई आर रिसाली निगम की बड़ी आबादी में पेयजल आपूर्ति के लिए शिवनाथ के महमरा एनीकट में दूसरी बार पानी भर गया है।

इसके साथ ही आने वाले दिनों में उक्त निकायों में पेयजल आपूर्ति को लेकर प्रशासन की चिंता दूर हो गई है। एनीकट में करीब तीन फीट पानी नीचे बह रहा है।

जिले में इस साल मार्च महीने से गर्मी पड़ रही है। भीषण गर्मी की वजह से शिवनाथ नदी सूख गई है वहीं शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भूजल स्तर नीचे चला गया है। जल संसाधन विभाग द्वारा पेयजल आपूर्ति के लिए दुर्ग,भिलाई व रिसाली निगम को शिवनाथ स्थित महमरा एनीकट से पानी दिया जाता है।

विभाग द्वारा गर्मी के दिनों में उक्त निकायों के लिए पेयजल की व्यवस्था इस एनीकट के माध्यम से बनाया जाता है। गर्मी शुरू होते ही अप्रैल महीने के पहले सप्ताह में महमरा एनीकट में पानी भरा गया था। पहले संभावना जताई जा रही थी कि पेयजल निस्तारी के लिए महमरा एनीकट में और पानी नहीं छोड़ना पड़ेगा।

लेकिन स्थिति को देखते हुए बालोद के खरखरा जलाशय से महमरा एनीकट में 250 क्यूसेक पानी फिर छोड़ा गया है। पानी एनीकट में पहुंच चुका है। इस सीजन में एनीकट को भरने दूसरी बार पानी छोड़ा गया है। ज्ञात हो कि ग्रामीण अंचलों में भी पेयजल निस्तारी संकट को ध्यान में रखते हुए तांदुला जलाशय से जिले के छह सौ तालाबों में भी पानी भरा गया था।

मानसून करीब,नहीं होगी दिक्कत

मौसम विभाग ने मानसून जल्द पहुंचने की जानकारी दी है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जिले में हर साल 15 जून तक बारिश शुरू हो जाती है। वर्तमान में एनीकट में भरा गया पानी तीनों निकाय के पेयजल के लिए पर्याप्त है। पखवाड़ा भर में बारिश होने के बाद नदी का जल स्त्रोत बढ़ जाएगा।

गर्मी के दिनों में वैसे भी पानी की खपत बढ़ जाती है। उल्लेखनीय है कि पेयजल के लिए 1100 एमसीएफटी पानी की जरूरत पड़ती है। जिसमें भिलाई निगम के लिए 750 एमसीएफटी, दुर्ग निगम के लिए 360 एमसीएफटी पानी की आवश्यकता है।