हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत ज्यादा शुभ माना जाता है और ऐसा माना जाता है कि जिस घर में यह पौधा होता है वहां सुख समृद्धि सदैव बनी ...
हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को बहुत ज्यादा शुभ माना जाता है और ऐसा माना जाता है कि जिस घर में यह पौधा होता है वहां सुख समृद्धि सदैव बनी रहती है। तुलसी की पत्तियां जितनी पवित्र होती हैं उतना ही इस पौधे को घर में लगाने के नियमों का पालन करना भी जरूरी माना जाता है।
तुलसी के पौधे भारतीय मंदिरों में और उसके आसपास होना भी एक आम बात है क्योंकि इस पौधे की पत्तियों को विशेष रूप से भगवान को अर्पित किया जाता है। मुख्य रूप से तुलसी की पत्तियों को भगवान विष्णु को अर्पित करने से माता लक्ष्मी और विष्णु जी की कृपा दृष्टि प्राप्त होती है।
जहां तुलसी की पत्तियों को पवित्र मानते हुए इनकी पूजा का विधान है, वहीं इस पौधे की पत्तियों के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी माना जाता है। आइए ज्योतिषाचार्य एवं वास्तु विशेषज्ञ डॉ आरती दहिया जी से जानें कि तुलसी की पत्तियों के साथ क्या नहीं करना चाहिए।
तुलसी की पत्तियां भगवान शिव को न चढ़ाएं
कभी भी तुलसी की पत्तियां भगवान शिव को नहीं चढ़ानी चाहिए क्योंकि ऐसा करने से पूजा का पूर्ण फल नहीं मिलता है। दरअसल इससे जुड़ी एक पौराणिक कथा है जिसमें वृंदा यानि तुलसी के पति जालंधर को भगवान शिव ने मारा था और इसी वजह से शिव जी पर तुलसी दल अर्पित नहीं किया जाता है।
तुलसी की पत्तियों को दांतों से न चबाएं
तुलसी की पत्तियों को कभी भी दांतों से नहीं चबाना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इसकी पत्तियों को चबाने की बजाय निगलना चाहिए। इन पत्तियों को दांतों से चबाने से दांतों को नुकसान पहुंच सकता है। ये पत्तियां आपके मसूड़ों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं।
रात के समय तुलसी की पत्तियां न तोड़ें
अगर आपके घर में तुलसी का पौधा है तो भूलकर भी आपको इसका स्पर्श सूरज ढलने के बाद (संध्या काल में न करें ये काम) और रात के समय नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से माता लक्ष्मी रूठ जाती हैं और आपके घर में धन का व्यय होने लगता है।
अशुद्ध शरीर और मन से तुलसी की पत्तियां न तोड़ें
कभी भी अशुद्ध शरीर और मन से तुलसी की पत्तियां न तोड़ें। यदि आप मांस या
मदिरा का सेवन करते हैं तो उसके बाद कभी भी तुलसी की पत्तियों का स्पर्श न
करें। ऐसा करने से धन की हानि होती है और घर में दरिद्रता आती है।