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राज्य सरकार के खिलाफ विपक्ष के द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव विधानसभा में ध्वनिमत से अस्वीकृत

  भिलाई । असल बात न्यूज़।।  छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के खिलाफ विपक्ष के द्वारा विधानसभा में लाया गया अविश्वास प्रस्ताव ध्वनि मत से अस्वीकृत हो ...

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भिलाई ।

असल बात न्यूज़।। 

छत्तीसगढ़ राज्य सरकार के खिलाफ विपक्ष के द्वारा विधानसभा में लाया गया अविश्वास प्रस्ताव ध्वनि मत से अस्वीकृत हो गया। विधानसभा में सत्तारूढ़ पार्टी को पूर्ण बहुमत हासिल है तथा उसके विधायकों के इतनी अधिक संख्या है कि उसे कहीं भी नुकसान होने की आशंका नहीं है। विपक्ष के सदस्यों ने सरकार से मंत्री की नाराजगी, प्रधानमंत्री आवास योजना, नल जल योजना आदिवासियों के कल्याणार्थ योजनाओं की उपेक्षा जैसे मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश की। अविश्वास प्रस्ताव पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि हमारी सरकार गढ़बों नवा छत्तीसगढ़ की योजनाओं पर काम कर रही है। राज्य से नक्सली पलायन करने लगे हैं और लोगों को अपने काम के लिए पैसा मिल रहा है। 

राज्य सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर विधानसभा में आधी रात से अधिक समय तक चर्चा चली।पक्ष और विपक्ष के बड़ी संख्या में सदस्यों ने इस पर अपनी बातें रखी। समय की कमी को देखते हुए आसंदी से स्पीकर को कई सदस्यों को संक्षेप में अपनी बात को रखने को कहना पड़ा।

अविश्वास प्रस्ताव पर  मुख्यमंत्री श्री  बघेल ने जवाब पर बोलते हुए कहा कि राज्य सरकार ने वर्ष 2019-20 से 2021-22 तक विज्ञापन के 218 करोड़ का भुगतान किया इसमें से 100 करोड़ रुपए पूर्व सरकार के विज्ञापन की देनदारी थी ।

उन्होंने विपक्ष के सदस्यों के इस आरोप पर कि  गौधन न्याय योजना में  विज्ञापन पर 120 करोड़ रुपये खर्च किये गये कहा कि  वास्तविकता यह है कि वर्ष 2020-21 में 7.44 करोड़ और वर्ष 2021-22 में 2.66 करोड़ अर्थात् दोनों वर्षों के व्यय को  मिलाकर केवल कुल 10 करोड़ 10 लाख रुपए खर्च किए गए ।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ का स्लोगन लेकर चल रही है।हमने किसानों , राज्य के लोगों का भला करने के लिए क़र्ज़ लिया ।हम व्यक्ति को केंद्र में रखकर योजना बना रहे है । स्वास्थ्य , शिक्षा , रोज़गार , सुपोषण को ध्यान में रखकर काम कर रहे है ।दो वर्ष कोरोना के बावजूद शिक्षा , रोज़गार के अवसर उपलब्ध कराये ।

हर घर को नल से जल देने की योजना के बारे में बोलते हुए उन्होंने बताया कि हम पहले जल की व्यवस्था कर रहे हैं नरवा प्रोजेक्ट के जरिए जल संरक्षण कर रहे हैं ताकि सतही जल का उपयोग हो सके ।हमने हाट बाज़ार क्लिनिक योजना शुरू की और शहर में स्लम स्वास्थ्य योजना बनाई।आज पूरे प्रदेश में आत्मानंद स्कूल की माँग है ।

उन्होंने अपने पिछले भेंट मुलाकात कार्यक्रम का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने 27 विधानसभा का दौरा किया है। ..आदिवासी क्षेत्रों में बैंक की माँग है।आम जनता की माँग है बैंक खोलने के लिए..क्योंकि अब लोगों को पैसा मिल रहा है।अब लोगों को पैसे मिलने लगा है..

उन्होंने कहा कि आदिवासी अंचल की समूह की महिलाएं सिंगापुर के अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी बात रख रही है काम भी मिल रहा है और सम्मान भी मिल रहा है। राज्य सरकार विकास, विश्वास और सुरक्षा का मंत्र के साथ  विकास की योजनाओं पर काम कर रही है।राजनांदगाँव से राझरा, अंतगढ़, नारायणपुर तक सड़के बन रही है ।नक्सली अब पलायन कर रहे है। नक्सली 14 ज़िले में थे.. नक्सल समस्या हमको विरासत में मिली थी । उन्होंने किसानों के हित की बड़ी बात करते हुए कहा कि हमने कहा है कि हम किसानो का पूरा धान ख़रीदेंगे चाहे केंद्र से राशि मिले या न मिले। केंद्र सरकार राशि दे या नहीं दे । चावल खरीदे या नहीं खरीदे हम किसानों से धान समर्थन मूल्य में खरीदेंगे। हमने जो वादा किया वह निभाया है । विपरीत परिस्थितियों के बाद भी रकबा में वृद्धि हुई किसानों की संख्या में वृद्धि हुई ।बड़े-बड़े किसान खेती छोड़ चुके थे वह खेती की ओर फिर से मुड़ गए हैं।30 लाख हेक्टर का पंजीयन हो रहा है।हमारी कोशिश है कि यहाँ के किसानो और मज़दूरों के जीवन में बदलाव आए ।गाँव में लोग ख़ाली बैठे थे , पहले क्या स्थिति थी और आज क्या स्थिति है. बड़े बड़े किसान और  खेती छोड़ चुके थे लेकिन आज सब फिर से किसानी से जुड़ रहे है। लोग गाँव छोड़कर शहर बसने लगे थे ।जब से हमने खेती को लाभकारी बनाया है.. रिवर्स मायग्रेशन होने लगा है और आज हमारे गाव बौद्धिक सम्पदा से भरपूर हो रहा है

उन्होंने कहा कि आज आम जनता अपने मुख्यमंत्री से सीधे बात कर सकती है।हमने छत्तीसगढ़िया का आत्मबल बढ़ाया है।हम गढ़ रहे हैं नवा छत्तीसगढ़। राज्य कि 58 में से 52 कोयला खदाने SECL के पास है । अनियमितता का पता चलते ही हमने कार्यवाही की।काम करते समय त्रुटि हो सकती है , लेकिन हमारी नीयत में कोई खोट नहीं है ।आदिवासी कला ,आदिवासी संस्कृति सभी को हम सुरक्षित और संरक्षित करने का कार्य कर रहे हैं।