मणिपुर में हुए भूस्खलन में मरनेवालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। गुरुवार रात को रेस्क्यू ऑपरेशन रूकने के बाद बचाव दल ने गुरुवार सु...
मणिपुर में हुए भूस्खलन में मरनेवालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। गुरुवार रात को रेस्क्यू ऑपरेशन रूकने के बाद बचाव दल ने गुरुवार सुबह फिर घटनास्थल पर राहत और बचाव अभियान शुरू किया। शुक्रवार को मलबे से 12 और शवों को निकाला गया। इस घटना में अब तक 20 लोगों की मौत हो गई है, जिनमें से 15 टेरिटोरियल आर्मी के और 5 आम नागरिक हैं। अभी तक 18 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, जिन्हें फिलहाल अस्पताल में भर्ती किया गया है। सेना के मुताबिक अभी भी 15 टेरिटोरियल आर्मी के जवान और 29 नागरिक लापता हैं। सेना ने कहा है कि सभी के मिलने तक बचाव का काम लगातार जारी रहेगा।
आपको बता दें कि नोने प्रांत में रेलवे निर्माण स्थल पर गुरुवार तड़के हुए भूस्खलन में कई लोग चपेट में आ गए थे। भूस्खलन की यह घटना हफ्तों तक चली बारिश की वजह से हुई। मणिपुर के डीजीपी ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा कि, इस घटना में हताहत हुए अन्य लोगों की तलाश जारी है। यहां जिरीबाम से इंफाल तक एक रेल लाइन का निर्माण चल रहा था। रेलवे निर्माण स्थल पर श्रमिकों के अलावा उनकी सुरक्षा के लिए 107 प्रादेशिक सेना इकाई को तैनात किया गया था, जो भूस्खलन की चपेट में आ गये। मीडिया सूत्रों के मुताबिक यहां टेरिटोरियल आर्मी के 43 लोग मौजूद थे। हादसे के बाद से ही रेलवे, स्थानीय प्रशासन और नेशनल व स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्सेज रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई हैं।