नई दिल्ली . अफगानिस्तान की राजधानी काबुल की मस्जिद में हुए बम धमाके में मरने वालों की संख्या बढ़कर 30 हो गई है। जबकि इस विस्फोट में 40 ...
नई दिल्ली. अफगानिस्तान की राजधानी काबुल की मस्जिद में हुए बम धमाके में मरने वालों की संख्या बढ़कर 30 हो गई है। जबकि इस विस्फोट में 40 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। रक्षा विभाग के सूत्र के हवाले से मीडिया ने बताया कि विस्फोट में मारे गए लोगों की सूची में प्रसिद्ध धार्मिक विद्वान आमिर मोहम्मद कबाली शामिल हैं। इस हमले के बाद पहले सही संख्या नहीं बताई जा सकी थी।
दरअसल, तालिबान का दावा है कि उनका अफगानिस्तान पर पूर्ण नियंत्रण है लेकिन इस्लामिक स्टेट आतंकवादी समूह (आईएस) के आतंकवादी देश भर में नागरिकों और पुलिस पर हमला करना जारी रखे हुए है। अभी दो हफ्ते पहले ही काबुल में हुए दो घातक विस्फोटो में 10 मारे गए थे जबकि 40 अन्य घायल हो गए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस्लामिक स्टेट ने दोनों हमलों की जिम्मेदारी ली है।
उत्तरी काबुल की मस्जिद में यह धमाका धमाका तब हुआ जब लोग शाम की इबादत के लिए इकट्ठा हुए थे। काबुल पुलिस के प्रवक्ता ने रॉयटर्स को बताया था कि मस्जिद के अंदर धमाका हुआ था। धमाका बहुत ही जोरदार था। मस्जिद के आसपास के घरों के शीशे भी धमाके की वजह से टूट गए थे। तालिबान के खुफिया विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मरने वालों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। मरने वालों में मस्जिद के इमाम भी शामिल हैं।
वहीं काबुल के इमरजेंसी अस्पताल की तरफ से पहले बताया गया था कि कुछ लोग ही घायल हुए हैं और उनका इलाज चल रहा है। इसमें एक सात साल का बच्चा भी है। घटना के तुरंत बाद मौके पर सुरक्षाकर्मी और ऐंबुलेंस पहुंच गई थी। यह हमला तब हुआ है जब तालिबान अपना विजय सप्ताह बना रहा है। 15 अगस्त 2021 को तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा किया था।
बता दें कि इससे पहले पिछले सप्ताह एक मदरसे में मौलवी की भी हत्या कर दी गई थी। वह मौलवी आईएस को लेकर काफी आक्रामक भाषण दिया करता था। गुरुवार को मदरसे में आत्मघाती हमले में वह मारा गया। जिहादी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी।