दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सत्र की शुरुआत में केंद्र सरकार और भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए...
दिल्ली विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सत्र की शुरुआत में केंद्र सरकार और भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। हालांकि केजरीवाल ने वे ही बातें कहीं जो पिछले दिनों से वो और उनकी पार्टी कह रहे हैं। केजरीवाल ने मौजूदा सरकार को अब तक की सबसे भ्रष्ट सरकार बताया। बकौल केजरीवाल, सरकार ने अनाप-शनाप टैक्स लगा दिए हैं। आम आदमी से जुड़ी हर चीज पर टैक्स है। यही कारण महंगाई है। दुनिया में पेट्रोल-डीजल के दाम घट रहे हैं, लेकिन भारत में बढ़ रहे हैं। इसी पैसे का इस्तेमाल विधायकों को खरीदने में किया जाता है।
इस सत्र में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा प्रस्तावित विश्वास मत को सदन में पेश किया जाएगा। इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि भाजपा ने उनकी पार्टी के 40 विधायकों को खरीदने की कोशिश की और प्रत्येक को पार्टी बदलने के लिए 20 करोड़ रुपये का ऑफर दिया था। इसी मुद्दे पर केजरीवाल ने कहा कि मैं विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव लाना चाहता हूं ताकि दिल्ली की जनता के सामने यह साबित हो सके कि बीजेपी का 'ऑपरेशन लोटस' दिल्ली में 'ऑपरेशन कीचड़' बन गया है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि उनकी सरकार को गिराने के लिए भाजपा द्वारा शुरू किया गया 'ऑपरेशन लोटस' फेल हो गया क्योंकि वह 'आप' के किसी भी विधायक को नहीं खरीद सकी। इस मुद्दे पर दिल्ली विधानसभा में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) और विपक्षी दल भाजपा के बीच भारी हंगामा होने की संभावना है।
आपको बता दें कि 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा में आप के 62 विधायक हैं, जबकि भाजपा के पास सिर्फ आठ विधायक हैं। शुक्रवार को भाजपा के सभी आठ विधायकों को सदन से बाहर निकाल दिया गया था। इस मामले में बीजेपी का कहना है कि केजरीवाल ने राजनीतिक प्रचार के लिए विधानसभा का उपयोग किया और अपनी सरकार के शराब 'घोटाले' से लोगों का ध्यान हटाने के लिए नौटंकी कर रहे हैं। भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया कि केजरीवाल 2013 में दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ने के बाद से ही 'आप' विधायकों को कथित तौर पर तोड़ने के प्रयासों के बारे में दावा कर रहे हैं।